आयकर विभाग के नोटिस पर भड़के राहुल गांधी, कहा- सरकार बदलने पर होगी कड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली, BNM News: लोकसभा चुनाव अभियान के बीच आयकर विभाग की ओर से कांग्रेस को 1,823 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस (Income Tax Notice) भेजा गया है। यह नोटिस आकलन वर्ष 2017-18 से 2020-21 के लिए है और इस राशि में ब्याज एवं जुर्माना शामिल है। पार्टी ने इसे भाजपा सरकार का ‘कर आतंकवाद’ करार देते हुए कहा है कि आम चुनाव में अब विपक्ष के लिए कोई समान अवसर (लेवल प्लेइंग फील्ड) नहीं रह गया है। आयकर नोटिस पर पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने चेतावनी दी, ‘जब सरकार बदलेगी तो लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों पर कार्रवाई जरूर होगी। और ऐसी कार्रवाई होगी कि दोबारा फिर किसी की हिम्मत नहीं होगी यह सब करने की। यह मेरी गारंटी है।’
जब सरकार बदलेगी तो ‘लोकतंत्र का चीरहरण’ करने वालों पर कार्रवाई ज़रूर होगी!
और ऐसी कार्रवाई होगी कि दोबारा फिर किसी की हिम्मत नहीं होगी, ये सब करने की।
ये मेरी गारंटी है।#BJPTaxTerrorism pic.twitter.com/SSkiolorvH
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 29, 2024
कांग्रेस को 1,823 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस
आयकर विभाग के ताजा नोटिस पर कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन (Ajay Makan) और महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि पिछले सात-आठ वर्षों के लिए जिन आधारों पर कांग्रेस को 1,823 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस दिया गया है, उस कसौटी पर भाजपा से 4,617.58 करोड़ रुपये की वसूली की जाए। माकन ने कहा कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध भाजपा के रिटर्न के बीते सात वर्षों के ब्योरे का उन्होंने विश्लेषण किया है और इसमें से पिछले दो वर्ष के रिटर्न में ही पार्टी ने 1,297 लोगों के चंदे की स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। इसमें कुछ के नाम हैं, तो पते नहीं और 92 लोगों के तो नाम भी नहीं हैं जो जनप्रतिनिधित्व कानून की धाराओं का उल्लंघन है। माकन ने कहा कि 23 लोगों के 14 लाख रुपये का ब्योरा नहीं होने के आधार पर कांग्रेस से जबरन 135 करोड़ वसूले गए और एक महीने से ज्यादा समय तक पार्टी के खाते फ्रीज रहे, मगर भाजपा के मामले में आयकर विभाग आंख पर पट्टी बांधकर बैठा है। जयराम ने कहा कि यह आरोप नहीं बल्कि चुनाव आयोग के रिकार्ड से हासिल तथ्य हैं जिसके आधार पर भाजपा से 4,617.58 करोड़ रुपये की वसूली बनती है। माकन ने दावा किया कि चुनावी बांड घोटाले के जरिये भाजपा ने 8,200 करोड़ रुपये एकत्रित किए हैं और प्री-पेड, पोस्ट-पेड, पोस्ट-रेड ब्राइब और मुखौटा कंपनियों का रास्ता इस्तेमाल किया है।
आम चुनाव में विपक्ष के लिए नहीं रह गया है समान अवसर
माकन ने कहा कि 1993-94 के सीताराम केसरी के जमाने के मामले में 53 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस गुरुवार शाम को भेजने से साफ है कि चुनाव में लेवल प्लेइंग फील्ड नहीं रही। कांग्रेस के चुनाव अभियान को अवैध और अलोकतांत्रिक तरीके से पंगु बनाया जा रहा है जिसमें आयकर विभाग भाजपा के फ्रंटल संगठन जैसी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि चालानी डायरी के आधार पर कांग्रेस को 1,823 करोड़ का नोटिस दिया जाता है तो येदियुरप्पा डायरी, जैन डायरी, सहारा व बिड़ला डायरी से लेकर बंडारू लक्ष्मण आदि मामले का संज्ञान लेकर आयकर विभाग ने भाजपा को दंडित क्यों नहीं किया? स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों का गारंटर चुनाव आयोग क्यों मूकदर्शक बना हुआ है? क्या अब 2024 के चुनावों को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कहा जा सकता है। जयराम ने कहा कि सरकार के इस ‘कर आतंकवाद’ के बावजूद कांग्रेस डरने वाली नहीं है, चुनाव अभियान पूरी ताकत से जारी रहेगा और पार्टी जनता की अदालत से लेकर कानून की अदालत में इसकी लड़ाई मजबूती से लड़ेगी।
लोकतंत्र खत्म करने के लिए भाजपा कर रही एजेंसियों का दुरुपयोग
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘सिर्फ विपक्ष के विरुद्ध इस अन्यायपूर्ण तरीके से काम करने के लिए आयकर विभाग पर कौन दबाव डाल रहा है? आयकर विभाग का प्रमुख विपक्षी दल- कांग्रेस का उत्पीड़न करने के लिए हथियार की तरह क्यों इस्तेमाल किया जा रहा है। वे लोकतंत्र को खत्म करने और संविधान को कमजोर करने के लिए आयकर विभाग, ईडी, सीबीआइ जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा सीधा सवाल है कि भाजपा को पेनाल्टी से छूट क्यों मिल रही है? क्या कई वर्ष पहले के ये आयकर नोटिस लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भेजे जाने से भाजपा की समान अवसर छीनने की साजिश साबित नहीं होती?’ ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि आयकर विभाग द्वारा 1993-94 के लिए 54 करोड़, 2016-17 के लिए 182 करोड़, 2017-18 के लिए 179 करोड़, 2018-19 के लिए 918 करोड़ और 2019-20 के लिए 480 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। खरगे ने कहा, ‘हम देश की संस्थाओं को भाजपा की तानाशाही से मुक्त कराएंगे।’
आज और कल देशव्यापी प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अधिकारियों का सत्तारूढ़ भाजपा के गुंडों की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। मोदी सरकार चुनाव के दौरान कांग्रेस को दीवालिया करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के विरुद्ध पार्टी शनिवार और रविवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को कांग्रेस की उन याचिकाओं को खारिज कर दिया था जिसमें उसने कर पुनर्आकलन की कार्यवाही शुरू करने को चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सोमवार को सुनवाई कर सकता है।
भाकपा को भी आयकर का नोटिस
पिछले कुछ वर्षों के दौरान टैक्स रिटर्न दाखिल करने में पुराने पैन कार्ड का इस्तेमाल करने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को आयकर विभाग से नोटिस प्राप्त हुआ है। इसमें पार्टी से पूछा गया है कि इसके लिए उस पर पेनाल्टी क्यों न लगा दी जाए। एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने बताया कि पार्टी इस मामले में वकीलों से परामर्श कर रही है। वहीं, टैक्स रिटर्न में बैंक खाते की घोषणा नहीं करने के लिए आयकर विभाग ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की 2016-17 के लिए कर छूट वापस ले ली है और उस पर 15.59 करोड़ रुपये का कर लगाया है।
तृणमूल कांग्रेस सांसद को आयकर विभाग के 11 नोटिस
तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने शुक्रवार को बताया कि पिछले 72 घंटों में उन्हें आयकर विभाग से 11 नोटिस प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘यह हास्यास्पद है कि मोदी सरकार यह दिखावा भी नहीं कर रही है कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होने देगी। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्ष पर दबाव बनाने का हर प्रयास किया जा रहा है।’