कलायत के गांव दुमाड़ा व कैलरम के कृषि क्षेत्र में आग का तांडव, गेहूं की 50 एकड़ की फसल जली

नरेन्द्र सहारण कैथल। कलायत के गांव दुमाड़ा व कैलरम के कृषि क्षेत्र मेंं वीरवार को आग ने खूब तांडव मचाया। अग्निकांड मेें 50 एकड़ से अधिक मेंं खड़ी गेहूं की फसल व फानोंं का 10 एकड़ में फैला क्षेत्र लपटों में तब्दील हो गया। वीरवार की दोपहर ढाई बजे के करीब यह घटना घटी। फसल जलने से प्रभावित पीड़ित किसानों ने सरकार से गिरदावरी कर मुआवजे की मांग की है।
उधर, सूचना मिलते ही मौके पर दमकल विभाग की दो गाड़ियां मौके पहुंची। एक गाड़ी कलायत से गई और एक गाड़ी कैथल से दुमाड़ा आग बुझाने के लिए गई। इस बीच किसानों, मजदूर व आम ग्रामीणों के साथ तालमेल बनाकर पुलिस और दमकल कर्मियों ने स्थिति को काबू किया।
थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रामनिवास की सजगता से कलायत व कैथल से दो दमकल वाहन और पुलिस कर्मी मौके पर पहुंची। काफी समय प्रचंड आग के खिलाफ चले ऑपरेशन में आखिरकार स्थिति पर काबू पा लिया गया। दुमाड़ा गांव की महिला सरपंच के प्रतिनिधि कुशलपाल राणा ने बताया कि आग की घटना पर सांझे प्रयासों से काबू पाया गया। इसमेंं दुमाड़ा व कैलरम के कृषि क्षेत्र मेंं भारी नुकसान हुआ है। जबकि आसपास के अन्य गांवोंं को बचाव अभियान से सुरक्षित रख पाने मेंं टीम सफल रही।
अग्निकांड में जो नुकसान हुआ, उसका ब्योरा तैयार किया जा रहा है। दलबीर सिंह, कश्मीर, जजपाल, बहादुर, रमेश, राजा, रवींद्र, पवन, महीपाल, दलबीर, मामचंद, करेसन, रवींद्र, दलबीर और दूसरे किसानों का कहना है कि आग की घटना ने उन्हें खून के आंसू रुलाकर रख दिया है। तैयार फसल को लेकर किसान परिवारों ने न जाने कितने अरमान संजोए थे। उन्हें नहीं पता था कि आपदा इस तरह उनकी मेहनत को राख में तबदील करेगी। उन्होंने शासन-प्रशासन से विशेष गिरदावरी करवाते हुए त्वरित तौर से नुकसान की भरपाई करने की मांग की है।