पाकिस्तान ने भी माना, Pok उसका नहीं, सरकारी वकील ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट को बताया

गुलाम जम्मू-कश्मीर में खड़ा एक शख्स, दूसरी तरफ भारत के कुपवाड़ा का केरन सेक्टर।

नई दिल्ली/इस्लामाबाद, जेएनएन। अब तक पीओके को अपना हिस्सा बताते रहे पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को लेकर अपनी ही पोल खोल दी है। पाकिस्तान सरकार के वकील ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट को बताया है कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर उसका हिस्सा नहीं है। वह एक विदेशी भूमि है, जो पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र में नहीं आती है। एडीशनल अटार्नी जनरल मुनव्वर इकबाल रावलपिंडी से अगवा शायर अहमद फरहाद को लेकर सरकार का बचाव कर रहे थे। तभी उन्होंने कहा कि फरहाद इस समय पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पुलिस की हिरासत में हैं। उन्हें इस्लामाबाद हाई कोर्ट के सामने पेश नहीं किया जा सकता, क्योंकि पीओके हमारा नहीं, बल्कि एक विदेशी क्षेत्र है। बताते चलें, पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर को भारत अपना अभिन्न अंग मानता है।

फरहाद इस समय “विदेशी भूमि” पर मौजूद

मुनव्वर इकबाल ने हाई कोर्ट को यह भी बताया कि फरहाद के खिलाफ मुजफ्फराबाद और धीरकोट में कम-से-कम दो मामले दर्ज हैं। फरहाद के वकील ईमान मजारी ने बाद में कहा कि एडीशनल अटार्नी जनरल ने अदालत में स्वीकार किया कि फरहाद इस समय “विदेशी भूमि” पर मौजूद हैं और इसलिए उन्हें अदालत में पेश नहीं किया जा सकता।
अहमद फरहाद 14 मई को रावलपिंडी से लापता हो गए थे। इसके एक दिन बाद उनकी पत्नी उरूज जैनब ने उनका पता लगाने के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। अपनी विद्रोही कविताओं के लिए मशहूर फरहाद को उनके घर से अगवा कर लिया गया था। इससे पहले बुधवार को अटार्नी जनरल मंसूर उस्मान अवान ने हाई कोर्ट को बताया कि फरहाद को गिरफ्तार कर लिया गया है और वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पुलिस की हिरासत में हैं। पीओके की पुलिस ने कहा कि फरहाद उसकी हिरासत में हैं और उनके खिलाफ धीरकोट इलाके में मामला दर्ज किया गया है।

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फरहाद को जांच के लिए मुजफ्फराबाद ले जाया गया

शुक्रवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के जज मोहसिन अख्तर कयानी ने जैनब के वकीलों की मौजूदगी में मामले की सुनवाई की। पाकिस्तान सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए अतिरिक्त अटार्नी जनरल मुनव्वर इकबाल ने अदालत को बताया कि फरहाद के परिवार को उनसे मिलने की अनुमति दी गई है। हालांकि, फरहाद के वकील ने दलील दी कि उनका परिवार धीरकोट पुलिस स्टेशन गया था, लेकिन वह वहां नहीं मिले। बाद में परिवार को बताया गया कि फरहाद को जांच के लिए मुजफ्फराबाद ले जाया गया है।

सरकार के रुख की कड़ी आलोचना

पाकिस्तानी मीडिया ने इस मामले में सरकार के रुख की कड़ी आलोचना की है। जाने-माने पत्रकार हामिद मीर ने माना कि फरहाद मामले ने कश्मीर मुद्दे को एक नया आयाम दिया है। उन्होंने पूछा, अब जब उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है, तो मैं पूछना चाहता हूं कि हाल ही में महंगाई विरोधी प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तानी रेंजर्स वहां कैसे गए थे?

 

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