केशव मौर्या से मिले राजभर, दोनों नेताओं की मुलाकात ने बढ़ाई सियासी हलचल; खींचतान के बीच अब गुटबाजी के संकेत

लखनऊ, बीएएनएम न्यूजः  उत्तर प्रदेश सरकार में सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच खींचतान बढ़ती दिख रही है। अब गुटबाजी के संकेत मिलने लगे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सोमवार को आजमगढ़ में बुलाई गई बैठक में सुभासपा अध्यक्ष और पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर शामिल नहीं हुए।

अलबत्ता उन्होंने राजधानी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से मुलाकात कर एक नई सियासी चर्चा को जन्म दें दिया है। केशव के आवास पर हुई मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। उन्होंने 30 मिनट तक के‌शव से मुलाकात की।

राजभर ने मुलाकात की फोटो X पर पोस्ट की। हालांकि, उनकी केशव से किस मुद्दे पर बात हुई, यह किसी से शेयर नहीं किया। राजभर की केशव से मुलाकात को भाजपा के भीतर चल रही खिंचतान के तहत हो रही लामबंदी से जोड़कर देखा जा रहा है।

शनिवार को प्रयागराज में थे योगी-केशव, नहीं हुई मुलाकात

शनिवार को सीएम और केशव मौर्य प्रयागराज में थे। सीएम ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की, लेकिन केशव बैठक में शामिल नहीं हुए। वह योगी के प्रयागराज पहुंचने से पहले ही कौशांबी के लिए निकल गए।

केशव से जब मीडिया कर्मियों ने पूछा- सरकार और संगठन में क्या चल रहा है? कुछ अफवाहें आ रही हैं? इस पर क्या कहेंगे? केशव ने मुस्कराते हुए कहा- कुछ नहीं, कोई अफवाह नहीं है…धन्यवाद।

संजय निषाद ने भी की थी केशव से मुलाकात

केशव मौर्य से कुछ दिन पहले निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने भी मुलाकात की थी। संजय निषाद ने मौर्य के साथ मुलाकात करने के बाद सरकार और संगठन पर दिए गए बयान का समर्थन किया था।

निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निशान ने बीते दिनों केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की थी।

केशव ने सरकार से आरक्षण पर पूछा सवाल

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्ष की तरह अपनी ही सरकार से सवाल भी पूछा। उन्होंने सरकारी विभागों में संविदा और आउटसोर्सिंग से हुई नियुक्तियों की रिपोर्ट मांगी है। पूछा- इसमें रिजर्वेशन के नियम का कितना पालन किया गया? केशव ने संविदा भर्ती में रिजर्वेशन के 2008 के शासनादेश का पालन करने के भी निर्देश दिए।

कार्यसमिति की बैठक से मुखर हुए थे केशव, दिल्ली भी गए

14 जुलाई को लखनऊ में हुई भाजपा कार्य समिति की बैठक में केशव ने तेवर दिखाए थे। उन्होंने कार्य समिति की बैठक के बाद देर रात ‘X’ पर लिखा- संगठन सरकार से बड़ा था, बड़ा है और हमेशा रहेगा। मैं उपमुख्यमंत्री बाद में हूं, पहले कार्यकर्ता हूं। मेरे घर के दरवाजे सबके लिए खुले हैं।

केशव के इस बयान को योगी को संदेश देने से भी जोड़ कर देखा गया। राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई कि लोकसभा चुनाव में सीट कम आने के बाद सीएम योगी और केशव में दूरियां बढ़ गई हैं। इसीलिए वह किसी भी बैठक में शामिल नहीं हो रहे।

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नड्डा से मिले केशव, बगावती तेवर बरकरार

केशव मौर्य ने नाराजगी की खबरों के बीच ही 16 जुलाई को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा से मुलाकात की। आलाकमान ने नसीहत दी कि सरकार-संगठन में तालमेल बनाकर रखें, बयानबाजी से भी बचें। इसके बावजूद उनके बगावती तेवर बरकरार हैं। नड्डा से मिलने के 15 घंटे बाद मौर्य ने फिर से X पर लिखा- संगठन सरकार से बड़ा होता है।

राजभवन में कलराज से केशव ने की मुलाकात

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को राजभवन में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र से शिष्टाचार मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने राज्यपाल से विभिन्न विषयों पर बातचीत की है।बता दें कि राजस्थान के राज्यपाल बीते दो दिनों से यूपी के दौरै पर लखनऊ आए हैं। यूपी के रहने वाले कलराज मिश्रा लंबे समय से तक प्रदेश में सक्रिय सियासत से जुड़े रहे हैं और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा प्रदेश व केन्द्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं।

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