Haryana Government: सोनीपत में 40 सरपंच घोटालों में फंसे, जानें किनके खिलाफ क्या चल रही है जांच
नरेन्द्र सहारण, सोनीपत : Haryana Government: सोनीपत जिले में 40 सरपंच घोटालों में फंसे हुए हैं। इन पर पंचायती जमीन पर अवैध कब्जे, विकास कार्यों के लिए आई राशि में घोटालों और पंचायतों की आय के साधनों में हेराफेरी कर गबन के आरोप हैं। जिला उपायुक्त, एसडीएम, बीडीपीओ व तहसीलदार इन घोटालेबाज सरपंचों की जांच कर रहे हैं। पिछले सप्ताह की घोटाले के आरोप में गांव शहजादपुर के सरपंच को दूसरी बार सस्पेंड किया गया है।
वहीं पिछले सप्ताह गांव फरमाणा महलाण की सरपंच को पंचायती जमीन पर अपना घर बनाकर अवैध कब्जे के आरोप में दोषी करार दिया गया है। यह मामला अभी जिला मजिस्ट्रेट की कोर्ट में विचाराधीन हैं। सभी सरपंचों ने चुनाव के समय विभाग में शपथ पत्र दिया था कि उनका किसी भी पंचायती जमीन पर कब्जा नहीं हैं।व हीं कई सरपंचों ने चुनाव लड़ने के दौरान जो शैक्षणिक दस्तावेज लगा रख हैं, उनमें से कइयों के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। 13 से अधिक सरपंच ऐसे हैं जिनके शैक्षणिक या अन्य दस्तावेजों की जांच की गई। इनमें से कई जांच में दोषी करार दिए जाने के बाद सस्पेंड या टर्मिनेट कर दिए गए हैं।
पंचायती जमीन पर बना लिया घर, जांच में दोषी
गांव फरमाणा महलाण की सरपंच की सरपंच सुशीला ने पंचायती जमीन पर अपना घर बना रखा है जबकि उन्होंने चुनाव लड़ते समय शपथ पत्र दिया था कि उनका कहीं भी पंचायती जमीन पर कब्जा नहीं है। शिकायत के बाद खरखौदा खंड के अधिकारियों ने जांच की तो उनका घर पंचायती जमीन पर बना मिला। इसके बाद उन्होंने किसी सेवानिवृत्त अधिकारी से जांच की मांग की। इस पर सेवानिवृत्त अधिकारी ने जांच में उनका अवैध कब्जा नहीं दिखाया। इसके बाद खरखौदा के तहसीलदार व अन्य अधिकारियों ने जांच के साथ पैमाइश की। डीसी को सौंपी रिपोर्ट में लिखा गया है कि उनका पंचायती जमीन पर अवैध कब्जा है। अब उनका मामला डीसी की कोर्ट में विचाराधीन है।
इन पर हुई है कार्रवाई
1.गांव शहजादपुर के सरपंच दीपक को अवैध कब्जे के आरोप में चार अप्रैल, 2023 में सस्पेंड कर दिया गया था लेकिन उन्होंने डीसी के आदेश के खिलाफ रोहतक मंडलायुक्त की कोर्ट में अपील की। इस पर उन्हें बहाल कर दिया गया। अब गांव के जोहड़ से मिट्टी बेचने के आरोप में 17 जुलाई को दोबारा सस्पेंड कर दिया गया।
2.गांव अशरफपुर मटिंडू के सरपंच वीरेंद्र कुमार को 22 फरवरी को बर्खास्त कर दिया गया। उनपर चुनाव के समय फर्जी स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट लगाने का आरोप था जो जांच में फर्जी पाया गया।
3.गांव गढ़ी कलां के सरपंच राकेश कुमार को 20 फरवरी, 2023 को बर्खास्त कर दिया गया था। उन पर आरोप था कि चुनाव के समय उन्होंने फर्जी एससी सर्टिफिकेट जमा कराया था। जांच में इसे फर्जी पाया गया।
इनकी चल रही है जांच
1. गांव सलीमपुर ट्राली की सरपंच प्रियंका मलिक पर आरोप है कि वे पंचायती जमीन पर अवैध रूप से बने घर में रह रही हैं। जांच के बाद उसे दोषी करार दिया जा चुका है। उनके मामले में निर्णय अभी लंबित है।
2.गांव थाना कलां के सरपंच आशीष दहिया पर पंचायती जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप है। जांच के बाद डीसी ने केस फाइनल कर दिया है लेकिन रोहतक मंडलायुक्त की कोर्ट में उनकी अपील विचाराधीन है।
3.गांव नांगल खुद के सरपंच अर्जुन सिंह पर पंचायती जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप हैं। शिकायत पर एसडीएम सोनीपत अमित कुमार को उनकी जांच के आदेश दिए गए हैं।
4.गांव जागसी सूरा की सरपंच कोमल पर आरोप है कि उन्होंने चुनाव के समय फर्जी स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जमा कराया था। जांच में उनका प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया लेकिन अभी उनके मामले में अंतिम निर्णय लंबित है।
घोटालेबाजों से रिकवरी को विभाग सुस्त
वहीं पंचायतों में कई ऐसे पूर्व सरपंच हैं जिन पर जांच में घोटालों के आरोप सिद्ध हो चुके हैं लेकिन इन्होंने गबन की गई राशि को अब तक विभाग में जमा नहीं कराया है। विभाग भी रिकवरी का नोटिस देकर भूल गया है। कई घोटालेबाजों को पिछले एक साल या छह महीने से रिकवरी का नोटिस ही नहीं दिया गया है। इस कारण ऐसे पूर्व सरपंचों ने रिकवरी जमा नहीं कराई है। नियमानुसार अगर घोटालेबाज गबन की गई राशि को जमा नहीं कराता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाती है लेकिन विभाग के अधिकारी अभी सुस्त हैं। केवल एक घोटालेबाज के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश जारी किए गए थे, वह भी नहीं कराई गई।
आरोपित व गांव——आखिरी नोटिस की तारीख—–घोटाले की राशि
पूर्व सरपंच कृष्ण, आनंदपुर झरोठ —-तीन मार्च, 2023—-5,72,114
पूर्व सरपंच श्रीभगवान, गांव निरथान –तीन मार्च, 2023—12,77,619
पूर्व सरपंच प्रमोद,सिसाना-1 —–24 मार्च, 2022—–3,44,253
पूर्व सरपंच बलजीत, गांव सेहरी —-16,अक्टूबर, 2023—-2,66,05
पूर्व सरपंच ज्योति, ताजपुर——25 अक्टूबर, 2023—7,60,625
कड़ी कार्रवाई की जाएगी
सोनीपत के जिला उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने कहा कि जिले के 40 के करीब सरपंचों की विभिन्न मामलों में जांच चल रही है। पिछले सप्ताह एक सरपंच को सस्पेंड किया गया है। एक की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। अभी उसका मामला कोर्ट में विचाराधीन है। घोटाला करने या अवैध कब्जे करने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं पूर्व सरपंचों से रिकवरी की प्रक्रिया तेज की जाएगी। जो रिकवरी जमा नहीं करवाएगा, उनके खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा।
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