Jaunpur News: जौनपुर में भूमि अधिग्रहण में मुआवजे के नाम पर बड़ा घोटाला, सीएएलएफ दफ्तर सील

जौनपुर, बीएनएम न्यूजः जौनपुर में भूमि अधिग्रहण मुआवजे में घोटाला सामने आया है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ के निरीक्षण में गुरुवार को अनियमितता मिलने पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अपर जिलाधिकारी भू राजस्व कार्यालय सक्षम प्राधिकारी भूमि अधिग्रहण (सीएएलए) को सील कर दिया गया है।
एक कंप्यूटर आपरेटर की सेवा समाप्त करने के साथ ही कानूनगो सहित लिपिक व बेसिक शिक्षा विभाग के एक अध्यापक को भी कार्रवाई के दायरे में लिया गया है। जांच में पता चला कि तहसील के बजाय कार्यालय के कर्मचारी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिग्रहण के बाद मिलने वाला मुआवजा तय करते व आपस में बंदरबाट करते थे। पत्रालियों को जब्त कर पूरे मामले की जांच के लिए सीडीओ साईं तेजा सीलम को नामित किया है।
शिकायत के बाद पहुंचे जिलाधिकारी
भूमि अधिग्रहण में 3.38 की जगत 34 लाख के भुगतान की शिकायत के बाद बृहस्पतिवार को डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ एनएचएआई ऑफिस में पहुंचे और पांच घंटे तक दस्तावेजों की पड़ताल की। दो मामलों में मुआवजे का गलत भुगतान पाया। चार कर्मचारियों की संलप्तिता पाई। इसके बाद डीएम ने दो कर्मियों की संविदा खत्म कर दी। कार्यालय प्रभारी कानूनगो का पटल बदलने का निर्देश दिया। साथ ही शिक्षक की संलिप्तता मिलने पर उसे नोटिस भेजने का निर्देश दिया।
जांच में इनकी संलिप्तता पाई गई
मामले के संज्ञान में आने के बाद डीएम ढाई बजे एनएचएआई कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने पाया कि भूमि मुआवजे के दो मामलों में फर्जी तरीके से भुगतान किया गया है। दो का फर्जी अभिलेख तैयार है लेकिन भुगतान रोका गया। डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि जांच में एनएचएआई की कार्यालय प्रभारी संतोष तिवारी, कंप्यूटर ऑपरेटर हिमांशु शर्मा, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी अनिल यादव और एक शिक्षक राहुल यादव की संलिप्तता पाई गई।
बड़े अधिकारी पर भी हो सकती है कार्रवाई
इसमें संदिग्ध पत्रावली मिली, जो कि तहसील से नहीं आई थी बावजूद इसको यहां तैयार कर लिया गया। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक के साथ चैट संदिग्ध पाया गया। उन्होंने कहा कि इसमें किसी बड़े अधिकारी की संलिप्तता पाई गई जो इसके प्रभारी हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। ऐसे में दो संविदा कर्मियों की संविदा खत्म करने और कार्यालय प्रभारी को कलेक्ट्रेट में अटैच करने का निर्देश दिया। साथ ही शिक्षक को नोटिस भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी।
संलिप्त कर्मियों से पूछताछ होगी: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि कई संदिग्ध पत्रावलियां मिली है। तहसील के बिना कूटरचित दस्तावेज से मुआवजे की फाइल तैयार करने के प्रमाण मिले हैं। संलिप्त कर्मियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अनियमितता कब से की जा रही थी, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
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