Kaithal News: मूंदड़ी के पास टूटी सिरसा ब्रांच नहर, नहीं निकाला स्थायी समाधान, कई गांवों में हो सकता है पानी का संकट
नरेन्द्र सहारण, पूंडरी। Kaithal News: कैथल जिले में सिरसा ब्रांच नहर टूटने से लोगों की मुश्किल बढ़ गई। नहर के टूटने के 25 घंटे बाद तक भी उसका स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है। साइफन टूटने के कारण सिरसा ब्रांच का पानी हांसी बुटाना नहर में जाना शुरू हो गया। पानी का बहाव काफी तेज था जिसके कारण नहर आगे टूटने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। नहर टूटने कही सूचना के बाद प्रशासन अलर्ट पर है। विभाग ने पानी को बंदकर नहर की मरम्मत की योजना तैयार करनी शुरू कर दी है। लोगों का कहना है कि अगर टूटी नहर की मरम्मत जल्द नहीं की गई तो लाखों लोगों के सामने पेयजल संकट गहरा सकता है। चूंकि हांसी-बुटाना नहर में कचरा भरा हुआ है, इसलिए ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि सिरसा ब्रांच का पानी खेतों में घुसकर तबाही मचा सकता है।
फसलों के खराब होने का डर
जानकारी के अनुसार कैथल में शनिवार को गांव मूंदड़ी के पास सिरसा ब्रांच नहर टूट गई थी। इसमें सिरसा ब्रांच और हांसी बूटाना नहर की क्रॉसिंग वाला पुल अचानक टूट गया। इससे लोगों में फसलों के खराब होने का डर पैदा हो गया था। नहर का पानी मुंदडी गांव के पास हांसी बूटाना नहर में बह रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर थोड़ा सा किनारा और टूट जाता है ताे आसपास का एरिया डूबने का डर है।
गांव वासियों ने बताया कि दोपहर को करीब दो बजे नहर से थोड़ा थोड़ा पानी रिसने लगा था जो देखते ही देखते तेज बहाव में बदल गया। सिरसा ब्रांच का यह पानी पास की इस नहर को क्रास कर रही हांसी बुटाना नहर में जा रहा था। नहर टूटने के बाद सिंचाई विभाग ने नहर के पानी को पीछे से रोक दिया गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारी इसकी मरम्मत के लिए योजना तैयार कर रहे हैं। हालांकि, एक से दो फुट पानी अभी भी इस नहर में बह रहा है, जो आज रात तक रुकने की उम्मीद है।
नहर का पानी हांसी-बुटाना नहर में जाने लगा
जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर करीब दो बजे सिरसा ब्रांच नहर के पुल में एक सुराख हो गया। इसके बाद पुल का बड़ा हिस्सा टूटकर हांसी बुटाना नहर में समा गया और पानी आगे जाने की बजाय हांसी-बुटाना नहर में चलने लगा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जब इसके बारे में सूचना मिली तो एक्सईएन निशांत बत्तान टीम के साथ मौके पर पहुंचे और यहां से करीब 35 किमी पीछे बटेड़ा हेड पहुंचकर पानी बंद करवाया। शनिवार शाम चार बजे पीछे से पानी बंद होने से रविवार दोपहर तीन बजे तक पानी का बहाव कम रह गया।
कई गांवों में पीने के लिए किया जाता है इस्तेमाल
जब पानी रुक जाएगा तो सिंचाई विभाग इसकी मरम्मत करेगा। कल सुबह तक सिरसा ब्रांच नहर में 2400 क्यूसिक पानी चल रहा था। इस पानी का इस्तेमाल कैथल, जींद और हिसार जिलों के कई गांवों में पीने के लिए भी किया जाता है। इसलिए जब तक पानी सिरसा ब्रांच नहर में नहीं छोड़ा जाता तब तक इन जिलों में जल संकट छा सकता है। फिलहाल सिंचाई विभाग का प्रयास है कि जल्द से जल्द से इस नहर को अस्थायी रूप से ठीक करके इसमें पानी छोड़ा जाए। अधिकारियों की योजना है कि इस नहर में कम से कम 1000 क्यूसिक पानी छोड़ा जाए ताकि पीने के पानी की किल्लत न हो।
बटेड़ा हैड से पानी बंद करवा दिया
सिंचाई विभाग के एक्सईएन निशांत बतान की अध्यक्षता में विभाग के अधिकारियों ने बैठक कर अगली रणनीति पर विचार-विमर्श किया। अधिकारियों का प्रयास है कि जल्द से जल्द यहां की मरम्मत करके पानी को सिरसा ब्रांच नहर में चलाया जाए। निशांत बतान ने बताया कि कल शाम को चार बजे नीलोखेड़ी के पास स्थित बटेड़ा हैड से पानी बंद करवा दिया था और पानी लगभग रुक गया है। विभाग का प्रयास है कि फिलहाल अस्थायी प्रबंध करके पानी को सिरसा ब्रांच नहर में चलाया जाए।
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