Champions Trophy 2025: बीसीसीआई की आपत्ति के बाद आईसीसी ने बदला ट्रॉफी टूर का कार्यक्रम, PoK से नहीं निकलेगी यात्रा
इस्लामाबाद : Champions Trophy 2025: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भारत के कड़े विरोध के बाद पाकिस्तान में आयोजित होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के प्रदर्शनी दौरे के कार्यक्रम में तत्काल बदलाव कर दिया है। शनिवार को आईसीसी ने नए कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें विवादित पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के शहरों को हटा दिया गया। अब ट्रॉफी को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र के एबटाबाद सहित अन्य प्रमुख शहरों में प्रदर्शित किया जाएगा जैसे कराची, रावलपिंडी और इस्लामाबाद। इस संशोधन से भारत और पाकिस्तान के बीच जारी कूटनीतिक तनाव को थोड़ा शांत करने की कोशिश की गई है।
पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरे का नया कार्यक्रम
आईसीसी ने संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, चैंपियंस ट्रॉफी सबसे पहले 14 नवंबर को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शित की जाएगी। इसके बाद यह ट्रॉफी 17 नवंबर को तक्षशिला और खानपुर की यात्रा करेगी। 18 नवंबर को इसे एबटाबाद ले जाया जाएगा, 19 नवंबर को मरी और 20 नवंबर को नथिया गली में इसका प्रदर्शन होगा। ट्रॉफी का यह दौरा 22 से 25 नवंबर के बीच कराची में समापन होगा। इन सभी शहरों को पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है, और आईसीसी का उद्देश्य ट्रॉफी को अधिकतम दर्शकों तक पहुंचाना है।
विवादित क्षेत्रों को शामिल करने पर विवाद
इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने 14 नवंबर को एक कार्यक्रम जारी किया था, जिसमें ट्रॉफी का दौरा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के स्कर्दू, हुंजा और मुजफ्फराबाद जैसे शहरों में भी कराने की योजना थी। इन क्षेत्रों को शामिल करने पर भारत ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने शुक्रवार को आईसीसी के समक्ष इस पर आपत्ति जताई। जय शाह ने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए कहा कि गुलाम कश्मीर को चैंपियंस ट्रॉफी के दौरे का हिस्सा बनाना भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। इस विरोध के बाद, आईसीसी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विवादित क्षेत्रों को कार्यक्रम से हटा दिया।
पीसीबी का पक्ष
पीसीबी के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ट्रॉफी का दौरा कार्यक्रम आईसीसी से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद ही जारी किया गया था। यह पूरी तरह से पीसीबी का एकतरफा निर्णय नहीं था। पीसीबी के सूत्रों के अनुसार, कार्यक्रम की योजना बनाने और इसे अंतिम रूप देने में आईसीसी की मंजूरी ली गई थी। हालांकि, विवाद बढ़ने पर आईसीसी ने अपनी भूमिका निभाते हुए भारत की आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में आवश्यक संशोधन कर दिया।
पाकिस्तान के बाहर ट्रॉफी का दौरा
पाकिस्तान में ट्रॉफी के दौरे के बाद इसे अफगानिस्तान, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और भारत सहित अन्य देशों में प्रदर्शित किया जाएगा। अफगानिस्तान में ट्रॉफी 26 से 28 नवंबर तक रहेगी, इसके बाद 10 से 13 दिसंबर तक बांग्लादेश में इसका प्रदर्शन होगा। दक्षिण अफ्रीका में यह 15 से 22 दिसंबर तक और ऑस्ट्रेलिया में 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक प्रदर्शित की जाएगी। इसके बाद न्यूजीलैंड में 6 से 11 जनवरी और इंग्लैंड में 12 से 14 जनवरी तक ट्रॉफी को ले जाया जाएगा। भारत में यह 15 से 26 जनवरी के बीच दिखाई जाएगी। पाकिस्तान के बाहर किन शहरों में ट्रॉफी प्रदर्शित की जाएगी, इसका विस्तृत कार्यक्रम आईसीसी बाद में जारी करेगी।
चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन पर अनिश्चितता
इस बार चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का वर्तमान चैंपियन है, जिसने 2017 में लंदन के ओवल में फाइनल मुकाबले में भारत को हराकर यह खिताब जीता था। हालांकि, 2025 में प्रस्तावित टूर्नामेंट को लेकर विवाद बरकरार है, क्योंकि रिपोर्टों के अनुसार भारत ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया है। बीसीसीआई ने सुरक्षा और राजनीतिक कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तान का दौरा करने से मना कर दिया है।
हाइब्रिड मॉडल पर विचार
इस मुद्दे के समाधान के लिए आईसीसी पीसीबी के साथ लगातार बातचीत कर रही है। एक विकल्प के रूप में हाइब्रिड मॉडल पर विचार किया जा रहा है, जिसमें टूर्नामेंट के कुछ मैच पाकिस्तान में और बाकी मैच किसी अन्य देश, जैसे संयुक्त अरब अमीरात या दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किए जा सकते हैं। पीसीबी इस समाधान को लेकर सकारात्मक है, लेकिन उसका यह भी कहना है कि वह अपनी मेजबानी के अधिकारों से समझौता नहीं करेगा।
पीसीबी के अधिकारियों ने कहा कि यदि भारत पाकिस्तान में खेलने नहीं आता है, तो वे आईसीसी के साथ मिलकर अन्य विकल्पों पर विचार करेंगे। हाइब्रिड मॉडल या किसी अन्य स्थान पर टूर्नामेंट का आयोजन अंतिम उपाय हो सकता है। पीसीबी के सूत्रों ने यह भी कहा कि वे टूर्नामेंट को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, लेकिन भारत की अनुपस्थिति से एक बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है।
बीसीसीआई का रुख
बीसीसीआई का रुख इस मामले में स्पष्ट है। बोर्ड के सचिव जय शाह ने पहले ही संकेत दे दिया है कि भारत की टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी। बीसीसीआई का कहना है कि सुरक्षा और राजनयिक मुद्दे प्रमुख कारण हैं, जिनके कारण वे पाकिस्तान में नहीं खेल सकते। हालांकि, आईसीसी इस विवाद को सुलझाने और एक व्यावहारिक समाधान निकालने के लिए प्रयासरत है।
आगे की चुनौतियां
यह विवाद सिर्फ खेल के दायरे तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें राजनयिक और राजनीतिक पहलू भी जुड़े हुए हैं। चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा आकर्षण होगा, लेकिन भारत-पाकिस्तान संबंधों के चलते इसे सुचारु रूप से आयोजित करना आईसीसी और पीसीबी के लिए एक बड़ी चुनौती है। ट्रॉफी का प्रदर्शनी दौरा एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो खेल भावना को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है। हालांकि, इस दौरे से जुड़े विवाद यह दर्शाते हैं कि खेल और राजनीति को अलग रखना हमेशा आसान नहीं होता।
आने वाले दिनों में देखना होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और आईसीसी किस तरह से इसका समाधान निकालती है। फिलहाल, क्रिकेट प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन में कोई बाधा न आए और उन्हें रोमांचक क्रिकेट मुकाबले देखने को मिलें।