Kaithal News: कैथल में सस्ते सोने के नाम पर 1.88 करोड़ रुपये की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

नरेन्द्र सहारण, कैथल : Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले में सस्ता सोना दिलाने के बहाने 1.88 करोड़ रुपये ठगने और फिर जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। मामले में अब तक गिरोह के पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
झांसे में फंसा पीड़ित, लाखों की ठगी
यह मामला कैथल के तितरम थाना क्षेत्र का है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, गांव ढुंडवा निवासी रामफल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे 1 नवंबर 2018 को कैथल बस स्टैंड पर अनिल हजवाना नाम का युवक मिला, जो उसकी पहचान का था। अनिल उसे अपने गुलमोहर सिटी स्थित फ्लैट पर ले गया और सस्ते दाम पर सोना दिलाने का वादा किया।
अनिल की बातों से प्रभावित होकर रामफल ने कुछ दिनों बाद 13 नवंबर को अनिल और उसके साथियों से मुलाकात की। जीरकपुर में 23,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के हिसाब से सोने की खरीद का सौदा तय हुआ। रामफल ने गुलमोहर सिटी स्थित फ्लैट पर जाकर बड़े स्तर पर सोने की खरीद के लिए 1.88 करोड़ रुपये नकद अनिल और उसके साथियों को सौंप दिए।
नकदी देने के बाद ठगी का खुलासा
रुपये लेने के बाद आरोपियों ने रामफल को सोना देने का वादा किया और कहा कि 26 से 28 नवंबर 2018 के बीच सोना पहुंचा दिया जाएगा। लेकिन जब समय बीता और सोना नहीं आया, तो रामफल ने आरोपियों से संपर्क किया।
रामफल ने बताया कि 20 मार्च 2019 को वह अनिल के घर हजवाना गया, जहां अनिल ने फिर एक महीने का समय मांगा। 28 अप्रैल को जब रामफल दोबारा अनिल के पास गया, तो उसने फिर से आश्वासन दिया कि 30 अप्रैल तक सोना मिल जाएगा। लेकिन जब रामफल तय समय पर अनिल के पास पहुंचा, तो अनिल और उसके साथियों ने सोने की बात को नकारते हुए उसे जान से मारने की धमकी दे दी।
पुलिस में शिकायत, जांच के बाद गिरफ्तारियां
घटना से परेशान होकर रामफल ने तितरम थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह एक संगठित गिरोह है, जो झूठे वादों के जरिए लोगों को ठगने का काम करता है।
मामले में अब तक गिरोह के चार अन्य सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। हाल ही में पुलिस ने जिला जींद के गांव सिंसर निवासी अजय को गिरफ्तार किया है, जो इस गिरोह का सक्रिय सदस्य है। अजय को व्यापक पूछताछ के लिए तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
कैसे काम करता था गिरोह?
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह अपने शिकार को भरोसे में लेकर उन्हें सस्ते दाम पर सोना दिलाने का लालच देता था। एक बार शिकार जाल में फंसने के बाद यह बड़ी नकदी ऐंठ लेते और फिर समय पर सोना न देकर बहाने बनाते रहते थे। जब पीड़ित दबाव बनाते, तो गिरोह के सदस्य धमकी देकर उन्हें डराने का प्रयास करते।
इस मामले में रामफल के अलावा भी कई और पीड़ितों के सामने आने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस गिरोह के अन्य संभावित ठिकानों और अपराधों की जांच कर रही है।
गिरफ्तारियां और आगे की कार्रवाई
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, गिरोह के मुख्य आरोपी अनिल हजवाना और उसके साथियों पर पहले ही मामला दर्ज किया गया था। अनिल और तीन अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। अब अजय को भी पकड़ लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि रिमांड के दौरान आरोपी अजय से पूछताछ में अन्य मामलों और गिरोह के सदस्यों के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है।
पीड़ित ने सुनाई आपबीती
पीड़ित रामफल ने बताया कि वह पिछले साल से अपने परिवार के साथ कैथल के गुलमोहर सिटी में किराये पर रह रहा था। अनिल ने उसे सोना दिलाने का लालच देकर ठगा। रामफल ने कहा, “मैंने सोने की खरीद के लिए अपनी सारी जमापूंजी सौंप दी थी, लेकिन आज तक मुझे न सोना मिला और न ही मेरे पैसे वापस हुए।”
पुलिस का बयान
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इस संगठित गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों को जल्द से जल्द न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस तरह की ठगी से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
कैथल में सस्ते सोने के नाम पर ठगी का यह मामला संगठित अपराध की गंभीरता को दर्शाता है। इस गिरोह ने न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाया, बल्कि पीड़ितों को मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया। पुलिस की तत्परता से मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी एक सकारात्मक कदम है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि न्याय प्रणाली के माध्यम से पीड़ितों को कब और कैसे न्याय मिलता है।
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