UP Weather Today: 25 से ज्यादा जिलों में शीतलहर का अलर्ट, इन इलाकों में गिरा पारा
लखनऊ, बीएनएम न्यूजः उत्तर प्रदेश में ठिठुरन भरी ठंड दस्तक दे चुकी है। यूपी के ज्यादातर इलाकों में बुधवार को दिन में भी सर्द हवाएं चलीं। इस साल अक्तूबर के बाद ऐसा पहली बार है जब बुधवार को पश्चिमी जिलों समेत प्रदेश के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया।
गुरुवार के लिए मौसम विभाग ने 25 से ज्यादा जिलों में शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है। वहीं तराई में कोहरे का अलर्ट है। यूपी में शीतलहर के अगले पांच दिन तक चलने के आसार हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पिछले पांच दिनों में प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम पारे में पांच डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली है।
पश्चिमी विक्षोभ और बर्फबारी का असर
सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के प्रभाव व पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी और पहाड़ी इलाकों से आ रही ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के असर से मौसम में बदलाव आया है। अगले कुछ दिनों में तापमान में अभी और गिरावट के आसार हैं।
सर्द हवाओं के बीच बुधवार को उरई में सर्वाधिक 29 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा। वहीं वाराणसी में अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री और प्रयागराज में 25.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। न्यूनतम तापमान की बात करें अयोध्या में सबसे कम 4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बुलंदशहर में 5 डिग्री और बरेली में 5.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
लखनऊ में शीतलहर
राजधानी लखनऊ में ठंड दस्तक दे चुकी है। यहां बुधवार को दिन में भी गुनगुनी धूप के सर्द हवाएं चलीं। देर शाम तक गलन भरी हवा के असर से लोग ठिठुरते नजर आए। मौसम विभाग का कहना है कि इस साल अक्तूबर के बाद ऐसा पहली बार है जब बुधवार को लखनऊ में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.6 डिग्री नीचे चला गया। शीतलहर के अगले पांच दिन तक चलने के आसार हैं।
राजधानी दिल्ली में तापमान में गिरावट
पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली के तापमान में आज गिरावट दर्ज की गई है। आज आयानगर में न्यूनतम तापमान 3.8 सेल्सियस तक पहुंच गया है। सफदरजंग में पारा 4.9 सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार के लिए शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में न्यूनतम तापमान चार से छह डिग्री रहने का अनुमान है।
वहीं, दिल्ली में 28 साल बाद 11 दिसंबर की सुबह लोगों को शीतलहर ने सताया। इस दौरान मंगलवार के मुकाबले पांच डिग्री कम न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 3.8 डिग्री सेल्सियस तापमान आया नगर में दर्ज किया गया।
इससे पहले 11 दिसंबर, 1996 को 2.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था। सफदरजंग वेधशाला में अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान 27 दिसंबर, 1930 को 0.0 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग का मानना है कि तापमान में अचानक गिरावट का कारण हिमालय से आने वाली ठंडी हवाएं हैं। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने से हवा का प्रवाह बदला है। तापमान में कमी आई है। वहीं, अधिकतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री नीचे रहा, जो 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसमें 24 घंटे के भीतर 2 डिग्री की कमी दर्ज की गई।
उत्तर की सर्द हवा अभी और बढ़ाएगी ठंड
उत्तर के पहाड़ों पर एक-दो दिनों से भारी बर्फबारी का असर मैदानी भागों में भी दिखने लगा है। सर्द हवा का दायरा बढ़ गया है। पहाड़ों पर अगले एक-दो दिनों तक हिमपात जारी रहने के आसार हैं। इसके असर से एक सप्ताह तक जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा तक तापमान में दिन प्रतिदिन गिरावट आती जाएगी। बिहार और झारखंड भी बेअसर नहीं रहेंगे। ठंडी हवाओं के चलते दिल्ली का न्यूनतम तापमान इस मौसम में पहली बार बुधवार को पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे आया है।
हरियाणा के सोनीपत और हिसार में तापमान 1.5 डिग्री
मौसम में सारा फर्क मजबूत पश्चिमी विक्षोभ ने डाला है। इसके असर से बड़े क्षेत्र में बारिश के साथ हिमपात हुआ है। इससे कई इलाकों का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। देश में बुधवार को सबसे कम तापमान हरियाणा के सोनीपत और हिसार में 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पूर्वी राजस्थान से सटे पंजाब एवं हरियाणा के कुछ क्षेत्रों समेत दिल्ली के आयानगर का तापमान भी तीन डिग्री से नीचे चला गया है। यह स्थिति पाला पड़ने की है।
शीतलहर की चेतावनी
मौसम विभाग (आइएमडी) ने उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। कहीं-कहीं पाला भी पड़ सकता है। आइएमडी ने लेह-लद्दाख से लेकर जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटे के लिए शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल के मैदानी क्षेत्रों में हिमपात हो सकता है। आइएमडी का अनुमान है कि मैदानी इलाकों के तापमान में गिरावट आने के चलते भी अगले एक-दो दिनों तक बर्फबारी हो सकती है। उत्तराखंड के निचले इलाकों में बर्फबारी नहीं होगी, किंतु पहाड़ों पर होगी।
जानें- क्या होती है शीत लहर
मैदानी क्षेत्रों में जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री व इससे नीचे होने के साथ सामान्य से 4.5-6.4 डिग्री सेल्सियस कम होता है तो शीत लहर होती है। वहीं, सामान्य से 6.5 या इससे कम होने पर गंभीर स्तर की ठंड रहती है।
अगर तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे चला जाता है तो इसे भी शीत लहर माना जाता है। वहीं, 2 डिग्री सेल्सियस पर गंभीर स्तर की शीत लहर होती है। पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे जाने पर शीत लहर होती है।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन