कैथल में एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई: ड्राइवर ट्रेनर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार, युवक को पास करने के लिए मांगे 3 हजार

एसीबी द्वारा पकड़ा गया ट्रेनर

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल: Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी अभियान के तहत एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस कार्रवाई में रोडवेज के ट्रेनिंग स्कूल में कार्यरत एक ड्राइवर एवं ट्रेनर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के कड़े कदम को दर्शाती है और इस तरह के मामलों में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है। यह मामला विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भ्रष्टाचार के जड़ को तोड़ने और सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता लाने का एक प्रयास है। साथ ही, यह घटना युवाओं के करियर और उनके प्रशिक्षण में भी साफ-सफाई एवं निष्पक्षता का संदेश देती है।

रिश्वत का मामला और शिकायत का संक्षिप्त विवरण

 

कैथल में रोडवेज के हैवी ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में कार्यरत एक ट्रेनर पर आरोप है कि उसने एक अंडर ट्रेनिंग ड्राइवर से टेस्ट में पास कराने के नाम पर रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता युवक का नाम अंकुश है, जो गांव बात्ता का निवासी है। उसने पुलिस को बताया कि वह पिछले 15 दिनों से इस ट्रेनिंग सेंटर में है और 45 दिनों की ड्राइविंग ट्रेनिंग कर रहा है।

शिकायत में उसने कहा कि ट्रेनर, हाकम सिंह, ने उसे पास करने के लिए तीन हजार रुपए की रिश्वत मांगी। यदि उसने पैसा नहीं दिया, तो उसे टेस्ट में फेल कर दिया जाएगा। यह मामला सीधे तौर पर भ्रष्टाचार के जड़ को दर्शाता है, जहां युवाओं के करियर को रिश्वतखोरी के जंजाल में फंसाने का प्रयास किया जा रहा था।

शिकायत के तुरंत बाद एसीबी की सक्रियता

 

शिकायत मिलते ही एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई। इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह की अगुवाई में एक स्पेशल रेडिंग पार्टी का गठन किया गया। टीम ने शिकायतकर्ता युवक को रिश्वत देने के लिए भेजा और उसके साथ निगरानी की। जैसे ही हाकम सिंह ने पैसे लेने का प्रयास किया, टीम ने मौके पर ही उसे दबोच लिया। इस कार्रवाई के तहत आरोपी को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक निर्णायक कदम था, जो न केवल इस मामले को सुलझाने के लिए बल्कि आने वाले समय में भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश भेजने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

आरोपी की पहचान और उसकी पृष्ठभूमि

 

पकड़े गए आरोपी की पहचान गांव खरकड़ा निवासी हाकम सिंह के रूप में हुई है। वह पिछले 23 वर्षों से रोडवेज में कार्यरत है। पहले वह ड्राइवर था और बाद में उसे कोचिंग स्कूल में प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया गया। हाकम सिंह का यह अनुभव दर्शाता है कि वह लंबे समय से इस क्षेत्र में काम कर रहा है, और उसकी भूमिका युवाओं के करियर के साथ जुड़ी हुई है। उसकी गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ जमीनी स्तर पर की गई कार्रवाई का हिस्सा है। यह भी महत्वपूर्ण है कि उसकी कार्यकाल में, वह प्रशिक्षण के दौरान छात्रों का परिणाम भी बताता है, जो उसकी भूमिका और जिम्मेदारी को दर्शाता है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकारी प्रयास

 

एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार का कदम सख्त है और किसी भी स्तर पर रिश्वतखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान का एक हिस्सा है, जिसमें यह संदेश दिया जा रहा है कि सरकारी सेवाओं में भ्रष्टाचार का कोई स्थान नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से जनता का विश्वास बढ़ेगा और सरकारी संस्थानों की प्रतिष्ठा मजबूत होगी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता और निष्पक्षता का संदेश

 

यह घटना युवाओं और आम जनता के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार का अभियान जारी रहेगा। किसी भी स्तर पर रिश्वतखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। युवाओं को यह समझना चाहिए कि उनके करियर का मार्ग निष्पक्षता और ईमानदारी से ही बनता है। साथ ही यह भी जरूरी है कि प्रशिक्षण संस्थान, शिक्षण केंद्र और संबंधित अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझें और भ्रष्टाचार से दूर रहें। इस तरह की कार्रवाई से भ्रष्टाचार के जड़ को खत्म करने के साथ-साथ, पारदर्शिता और निष्पक्षता को भी बढ़ावा मिलेगा।

भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था का संकल्प

 

कैथल में हुई इस कार्रवाई से यह सिद्ध होता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार का अभियान मजबूत है और इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का यह कदम प्रेरणादायक है और इससे न केवल सरकारी मशीनरी में सुधार आएगा, बल्कि युवाओं का भी भरोसा बढ़ेगा। सरकार को चाहिए कि इस तरह की कड़ी कार्रवाई जारी रखें और भ्रष्टाचार के हर रूप को समाप्त करने के लिए सतत प्रयास करें। साथ ही, जनता और संबंधित संस्थानों को भी अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करना चाहिए ताकि भ्रष्टाचार का अंत संभव हो सके।

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