Rajasthan Vidhan sabha Oath: राजस्थान विधानसभा में दो मुस्लिम विधायकों ने ली संस्कृत में शपथ

जयपुर, बीएनएम न्यूज। Rajasthan Assembly Oath: 16वीं राजस्थान विधानसभा का पहला सत्र बुधवार से शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन 199 में से 191 विधायकों ने शपथ ली। कांग्रेस विधायक जुबैर खान और निर्दलीय विधायक यूनुस खान ने संस्कृत में शपथ ली। भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर यूनुस ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। वह पूर्व में दो बार तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रहे हैं। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने अचानक सत्र बुलाए जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह भजन मंडली नहीं है। समय देकर सत्र बुलाया जाना चाहिए। सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होना चाहिए।

वरिष्ठ नेताओं ने ली शपथ

इस पर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने परंपराओं का हवाला देते हुए उनकी आपत्ति खारिज कर दी। सबसे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली। उसके बाद अन्य विधायकों को शपथ दिलाई गई। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शपथ ली तो विधायकों ने मेज थपथपाई। वसुंधरा शपथ लेने के बाद आसन पर मौजूद किरोड़ी लाल मीणा का अभिवादन करने पहुंचीं तो मीणा ने सदन में मौजूद फोटोग्राफर से फोटो लेने के लिए कहा।

कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर पहुंचे

संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर विरोध जताने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित सभी कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शपथ लेने के बाद सांसदों के निलंबन पर कुछ शब्द बोले, जिन्हें सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया । डोटासरा का भाजपा के कुछ विधायको ने विरोध किया, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया।

देवनानी का निर्विरोध अध्यक्ष चुनना तय

गुरुवार को विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव होगा। भाजपा ने वासुदेव देवनानी को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने किसी भी विधायक को उम्मीदवार नहीं बनाया है। ऐसे में देवनानी का निर्विरोध निर्वाचन होना तय है। बुधवार को सदन की कार्यवाही गुरुवार दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

राजस्थानी में शपथ की अनुमति नहीं दी

कई विधायकों ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का आग्रह किया, लेकिन प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि राजस्थानी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किए जाने के कारण शपथ हिंदी, अंग्रेजी या संस्कृत में लेनी होगी। भाजपा विधायक अंशुमान सिंह ने सबसे पहले राजस्थानी में शपथ लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि मैंने विधानसभा सचिवालय को इस बारे में जानकारी दी थी। निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी ने राजस्थानी और हिंदी दोनों में शपथ ली। आसन पर मौजूद किरोड़ी लाल मीणा ने आपत्ति करते हुए राजस्थान में ली गई शपथ को रिकार्ड से हटवा दिया। कांग्रेस के डूंगरराम गेदर ने भी राजस्थानी में शपथ लेनी चाही, लेकिन अनुमति नहीं मिली। इसके अतिरिक्त 13 विधायकों ने राजस्थानी में शपथ ली। कई विधायकों ने शपथ लेने के बाद अपने पूर्वजों व देवी-देवताओं को याद किया।

गदा लेकर पहुंचे बालमुकुंदाचार्य, ट्रैक्टर से आईं बनावत

पहले दिन विधायक अलग-अलग अंदाज में विधानसभा पहुंचे। भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य हनुमानजी का गदा हाथ में लेकर पहुंचे। हालांकि, सदन में प्रवेश करने से पहले ही उनका गदा बाहर रखवा दिया गया। विधानसभा की सीढ़ी पर उन्होंने नारियल फोड़ा। निर्दलीय रितु बनावत ट्रेक्टर और जेठानंद बाइक चलाकर विधानसभा पहुंचे। तीन आदिवासी विधायक आदिवासी वेशभूषा में पहुंचे।

 

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