INS Imphal: समुद्र में थर-थर कांपेंगे दुश्मन पड़ोसी देश, नौसेना के बेड़े में शामिल होगा विध्वंसक वारशिप; जानें क्या है खासियत
नई दिल्ली, एजेंसी। INS Imphal: हिंद महासागर और आसपास के क्षेत्र में चीन की घुसपैठ लगातार बढ़ती जा रही है। भारत लगातार अपनी तीनों सेनाओं को मजबूत करता जा रहा है। ऐसे में स्वदेश में निर्मित स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंशक आइएनएस इंफाल मंगलवार को मुंबई के नौसेना डाकयार्ड में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में आयोजित समारोह में नौसेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा। पश्चिमी नौसेना कमांड के अधीन शामिल किया जा रहा आइएनएस इंफाल (INS Imphal )सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है। हिंद महासागर में चीन की घुसपैठ के बीच आइएनएस इंफाल भारतीय नौसेना की समुद्री क्षमता को बढ़ाएगा।
परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध स्थितियों के लिए है तैयार
नौसेना के अधिकारी ने बताया कि मुंबई की मझगांव डाक लिमिटेड द्वारा निर्मित आइएनएस इंफाल को व्यापक परीक्षण के बाद गत 20 अक्टूबर को नौसेना को सौंपा गया था। यह जहाज परमाणु, जैविक और रासायनिक (एनबीसी) युद्ध स्थितियों के तहत लड़ने के लिए सुसज्जित है। गुप्त विशेषताएं इसकी युद्ध क्षमता को बढ़ाती है।
मिसाइलों और अत्याधुनिक हथियारों, टारपीडो और सेंसर से है सुसज्जित
अधिकारी ने बताया कि मणिपुर की राजधानी के नाम पर युद्धपोत का नाम रखे जाने से राष्ट्रीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र की महत्ता को समझा जा सकता है। 7400 टन वजनी और 164 मीटर लंबा विध्वंशक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, जहाज-रोधी मिसाइलों और अत्याधुनिक हथियारों, टारपीडो और सेंसर से सुसज्जित है। यह जहाज 30 समुद्री मील (56 किमी प्रति घंटे) की रफ्तार से चल सकता है। जहाज आधुनिक निगरानी रडार से लैस है, जहाज के हथियार प्रणालियों को लक्ष्य प्रदान करता है।