Patwari Strike: कैथल में पटवारियों की हड़ताल का पड़ने लगा असर, जमीन के इंतकाल व रजिस्ट्रियों को लेकर भटक रहे लोग
नरेंद्र सहारण, कैथल। पटवारी व कानूनगो की कैथल में हड़ताल के चलते रजिस्ट्रियां जमीन की गिरदावरी बच्चों के प्रमाण पत्र संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से पटवारियों की हड़ताल चल रही है। कार्यालयों के बाहर ताला लटका हुआ है। आम लोगों को कामकाज के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। जिले में 80 पटवारी व 15 कानूनगो हड़ताल पर हैं। जिले भर में पटवारी व कानूनगो की हड़ताल के चलते इंतजार, रजिस्ट्रियां, जमीन की गिरदावरी, बच्चों के प्रमाण पत्र संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कार्यालयों पर ताला लटका होने से लोगों को कामकाज के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अतिरिक्त व्यवस्था करे सरकार
बता दें कि जिले में 80 पटवारी व 15 कानूनगो हड़ताल पर हैं। पटवारियों की हड़ताल के चलते रोजाना 150 से ज्यादा होने वाले इंतकाल, 300 के करीब जमीनों की निशानदेही, 400 से ज्यादा बच्चों के प्रमाण पत्र को लेकर आने वाले केस प्रभावित हो रहे हैं। शादियों के लिए लोन आदि लेने के लिए पटवारियों की रिपोर्ट न होने के कारण लोग हाथों में कागजात लिए पटवारखाना के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार को पटवारियों की हड़ताल को देखते हुए अतिरिक्त व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
आय का बनवाना था प्रमाण पत्र – पंकज बंसल
पंकज बंसल ने बताया कि आय का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए वह बेटे के साथ पटवार भवन में आया था लेकिन यहां ताला लटका हुआ मिला। बिना पटवारी की रिपोर्ट के ही वापस लौटना पड़ रहा है।
इंतकाल के लिए आया था – रोहित
गांव नैना निवासी रोहित ने बताया कि इंतकाल के कार्य को लेकर वह पटवारी के पास आया था। यहां आकर जानकारी मिली की पटवारी हड़ताल पर हैं। ठंड के मौसम में लोगों को काफी दिक्कत आ रही है।
पटवारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं सरकार – दिलबाग
वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर जिलेभर के पटवारी और कानूनगो मंगलवार को भी हड़ताल पर रहे। हड़ताल व धरना प्रदर्शन के चलते जमीन से संबंधित सभी कार्य बंद होने से लोगों में रोष बढ़ रहा है। पटवारी और कानूनगो जिला एसोसिएशन के प्रधान दिलबाग सिंह ढुल ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के कारण हर पटवारी को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक पटवारी के पास 10 से 15 गांव का चार्ज है। काम के अतिरिक्त बोझ के कारण पटवारी मानसिक रूप से परेशान हैं।
महासचिव सुखविंद्र सिंह ने कहा कि पटवारियों की मांग जायज है। सरकार जल्द बातचीत के लिए बुलाए और समाधान करें। पूर्व प्रधान राजा राम ने कहा कि सरकार को वेतन विसंगति दूर कर पटवारियों को राहत देनी चाहिए। इस मौके पर कानूनगो दलबीर सिंह, रमेश कुमार, हरपाल सिंह, उजागर सिंह, पटवारी सुमित, विरेंद्र सिंह, राजेश एडवोकेट, रामनिवास, सुरेंद्र कुमार, देवी दयाल, पवन कुमार, फग्गु राम समेत पटवारी मौजूद रहे।