INDIA गठबंधन के सीटों के बंटवारों को लेकर कैसे सुलझेगी गुत्थी, कांग्रेस नेतृत्व के लिए बना चुनौती
फोटो- विपक्षी गठबंधन INDIA के घटक दल के नेता ममता बनर्जी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार और सीताराम येचुरी। फाइल फाटो
नई दिल्ली, BNM News : INDIA के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की गति इस हफ्ते से अब जोर पकड़ेगी। लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर तमाम दलों के दावों-प्रतिदावों को देखते हुए तालमेल को सिरे चढ़ाना गठबंधन का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। ऐसे में इस बात के पुख्ता संकेत हैं कि कांग्रेस के शीर्षस्थ नेतृत्व के स्तर पर सहयोगी दलों के शीर्ष नेतृत्व से संवाद कर सीट बंटवारे की गांठ सुलझाने की पहल की जाएगी। इस क्रम में महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के फार्मूले पर सहमति बनाने की पहल को मंजिल देने की कोशिश की जाएगी। उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाला महाराष्ट्र विपक्षी INDIA के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वहीं, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के साथ चल रही सियासी रस्साकशी के बावजूद ममता बनर्जी से तालमेल को लेकर कांग्रेस का रुख सकारात्मक है।
महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी के बीच फार्मूला तय
महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी के घटक दलों कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच सीट बंटवारे का फार्मूला तय कर कांग्रेस INDIA की तमाम पार्टियों को यह संदेश देना चाहती है कि सियासी वास्तविकताओं के अनुरूप पार्टी लचीलापन रुख दिखाते हुए सभी को साथ लेकर चलने के लिए तैयार है। कांग्रेस महाराष्ट्र की 48 में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा जता रही है तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ने भी इतनी ही सीटों पर दावा ठोका हुआ है। लेकिन सूत्रों ने बताया कि लगभग इस बात पर सहमति बन चुकी है कि कांग्रेस सूबे में सबसे अधिक 20 या 21 सीटों पर चुनाव लड़ेगी तो ठाकरे की पार्टी 18 या 19 और शरद पवार की एनसीपी करीब नौ सीटों पर मैदान में होगी। शिवसेना यूबीटी और कांग्रेस के बीच तीन ऐसी सीटों पर रस्साकशी चल रही है, जिस पर दोनों की दावेदारी है और इसका समाधान निकालने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति के अध्यक्ष अशोक गहलोत ने मुंबई जाकर पिछले हफ्ते उद्धव ठाकरे से बातचीत की थी।
25 जनवरी के बाद उद्धव ठाकरे से होगी बातचीत
पार्टी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के स्तर पर उद्धव से बातचीत में इसका हल निकल जाएगा। 25 जनवरी को महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के लिए महाविकास आघाड़ी के नेताओं की बैठक प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी संग सीट बंटवारे की कसरत अब भी कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, क्योंकि कांग्रेस कम से कम 20 सीटों पर दावेदारी जता रही है। अखिलेश यादव ने रालोद को सात सीटें देने की हामी भर दी है लेकिन कांग्रेस पर उनके रुख का इंतजार है और पार्टी के शीर्ष नेता इसके लिए उनसे जल्द बात करेंगे।
बिहार में 8 और बंगाल में छह सीटों की दावेदारी
बिहार में सीट बंटवारे का समाधान न करने को लेकर जदयू जहां कांग्रेस को निशाने पर ले रही है वहीं राजद उसकी कम से कम आठ लोकसभा सीटों की मांग पर राजी नहीं है। बंगाल में कांग्रेस कम से कम छह सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है तो तृणमूल कांग्रेस ने केवल दो सीटों की पेशकश कर रखी है। हालांकि, इसके बावजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी बंगाल में टीएमसी से तालमेल को लेकर सकारात्मक हैं। टीएमसी से खींचतान की चर्चाओं के बारे में गुवाहाटी में पूछे गए सवाल पर राहुल ने मंगलवार को कहा कि सीटों को लेकर हमारी उनसे बातचीत चल रही है लेकिन इस पर वे सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करेंगे। लेकिन, जहां तक ममता बनर्जी के साथ रिश्ते की बात है तो कांग्रेस और मेरा निजी रिश्ता बहुत अच्छा है। दोनों पार्टियों के नेता कभी-कभी एक दूसरे के खिलाफ बोल देते हैं जो स्वाभाविक है पर इससे हमारे रिश्ते प्रभावित होंगे, ऐसी कोई बात नहीं।
कांग्रेस और आप से नहीं बनी सहमति
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली में साथ मिलकर लड़ने पर सहमत हो गए हैं लेकिन गोवा, हरियाणा और गुजरात में दोनों के बीच बात नहीं बन रही। कांग्रेस पंजाब में भी आप से चुनावी तालमेल नहीं करने का मन बना चुकी है। ऐसे में दोनों पार्टियों के लिए सीट बंटवारे की गुत्थी सुलझाना आसान नहीं है।
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