आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टॉर्क बोले, भारत के विरुद्ध सीरीज हमारे लिए सबसे बड़ी, एशेज के बराबर है बार्डर गावस्कर ट्रॉफी

नई दिल्ली, आइएएनएस : बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी शुरू होने में अभी करीब तीन महीने का समय बाकी है लेकिन इस सीरीज को लेकर जुबानी जंग शुरू हो चुकी है। दोनों ही टीमों के पूर्व और मौजूदा दिग्गज खिलाड़ी अपनी-अपनी तैयारियों, रणनीति और अनुभव साझा कर रहे हैं। इस कड़ी में अब आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टॉर्क का भी नाम जुड़ गया है।

स्टॉर्क ने कहा कि बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी एशेज के बराबर है, क्योंकि यह हमारे लिए सबसे बड़ी सीरीज है। आस्ट्रेलिया ने 2014-15 के बाद से बार्डर-गावस्कर ट्राफी नहीं जीती है, क्योंकि भारत ने 2018-19 और 2020-21 सीरीज में उन्हें मात दी थी। इस साल ये सीरीज पांच टेस्ट मैचों की होगी, जो 1991-92 सीजन के बाद पहली बार हो रहा है। सीरीज का पहला मैच 22 नवंबर को पर्थ में खेला जाएगा। स्टॉर्क ने कहा कि बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी अब पांच मैच हो चुके हैं, जो शायद एशेज सीरीज के बराबर है। हम हमेशा अपने घर में हर मैच जीतना चाहते हैं। हम जानते हैं कि भारत एक बहुत मजबूत टीम है। अभी हम जिस स्थिति में हैं, हम टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष दो टीमें हैं। प्रशंसकों और निश्चित रूप से खिलाड़ियों के लिए यह एक बहुत ही रोमांचक सीरीज है। आशा है कि जब हम आठ जनवरी को वहां बैठेंगे तो हमारे पास वह ट्राफी होगी।

स्टॉर्क ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे खेलने के लिए इंग्लैंड जाएंगे, लेकिन उन्हें मेजबान और स्काटलैंड के विरुद्ध टी-20 मैचों से विश्राम दिया गया है। बार्डर-गावस्कर ट्राफी नजदीक है, ऐसे में स्टॉर्क ने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट खेलने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ना चाहते। स्टॉर्क ने कहा, टेस्ट मैच हमेशा मेरे लिए प्राथमिकता रहेंगे। हमें लगातार सात टेस्ट खेलने हैं, जिनमें से पांच भारत के विरुद्ध और दो श्रीलंका के विरुद्ध हैं। इन मैचों में ज्यादा अंतर नहीं है। इसलिए मुझे,जोश और कमिंस को इसे ध्यान में रखना होगा, क्योंकि हम सभी तीन प्रारूप खेलते हैं। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज, जो आस्ट्रेलिया के लिए 100 टेस्ट मैच खेलने से मात्र 11 मैच दूर हैं, उनका मानना है कि उनके पास टेस्ट क्रिकेट को छोड़ने और टी-20 लीगों में नियमित रूप से खेलने की कोई योजना नहीं है।

भारत को स्पिन के विरुद्ध दोबारा महारत दिलाना चाहते हैं डेशकाटे

नई दिल्ली : नीदरलैंड्स के पूर्व आलराउंडर रेयान टेन डेशकाटे जब बल्लेबाजी कोच के रूप में भारतीय टीम के साथ जुड़ रहे थे तब उन्होंने यह नहीं सोचा था कि स्पिन से निपटना उनको मिलने वाले दायित्वों में से एक होगा लेकिन अब वह भारत के आगामी घरेलू सत्र के दौरान इस भूमिका को निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

डेशकाटे ने कहा, स्पिन से निपटने की ज़िम्मेदारी मिलना उन चुनौतियों में से था जिसके बारे में मैंने सोचा नहीं था। श्रीलंका में हम उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाए। भारतीय टीम का ऐसी मानसिकता रही है कि वह विदेश में बेहतर करने के लिए काफी उत्साहित रहती है। स्पिन को बेहतर ढंग से खेलना भारतीय टीम का हमेशा से मजबूत पक्ष रहा था और यहां भारतीय टीम के प्रदर्शन में थोड़ी गिरावट आई है। मैं इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा हूं कि मैं खिलाड़ियों की मदद कर सकूं ताकि भारतीय खिलाड़ी एक बार फिर दुनिया भर में स्पिन को सबसे बेहतर ढंग से खेलने वाले खिलाड़ी बन सकें।

 

VIEW WHATSAAP CHANNEL

भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi  के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्‍शन