हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो का बड़ा एक्शन: कैथल पुलिस के सब इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया, जानें पूरी कार्रवाई

नरेन्द्र सहारण, कैथल: Kaithal News : हरियाणा के कैथल जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक महिला वकील से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने वाले पुलिस के सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया। इस मामले में सब इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी को लेकर कई मोड़ आए, जिसमें रात्रि में भागने की कोशिश, स्थानीय निवासियों के साथ धक्का-मुक्की और अंततः एसीबी की टीम द्वारा सफल कार्रवाई शामिल है।
शिकायत से शुरू हुआ मामला
कैथल के राजौंद पुलिस थाने में एक व्यक्ति ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि उसे एक प्लॉट बेचने को लेकर अन्य व्यक्तियों ने न सिर्फ धोखा दिया बल्कि उसके खिलाफ एक झूठा मामला भी दर्ज कर दिया। इस मामले की जांच के लिए इकोनॉमिक सेल को जिम्मेदारी दी गई और यहाँ पर सब इंस्पेक्टर मनवीर सिंह को मामले की निगरानी सौंपा गया।
रिश्वत की मांग
विवादित मामले में सब इंस्पेक्टर मनवीर ने आरोपित व्यक्ति से शिकायत को खत्म करने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता की बेटी एक महिला वकील हैं, जिन्होंने इस अनैतिक मांग का विरोध किया। सब इंस्पेक्टर की ओर से किए गए असभ्य व्यवहार और धमकियों ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया।
एसीबी को शिकायत और ट्रैप की तैयारी
महिला वकील ने सब इंस्पेक्टर के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को शिकायत की। एसीबी की अंबाला टीम ने मामला गंभीरता से लिया और एक रेडिंग पार्टी का गठन किया। वे सब इंस्पेक्टर को रंगे हाथ पकड़ने के लिए योजना बनाई। उन्होंने महिला वकील को बंधे हुए नोट के साथ रिश्वत देने के लिए भेजा।
नागरिक अस्पताल में बुलाना
मामले की अगली कड़ी में सब इंस्पेक्टर ने महिला वकील को नागरिक अस्पताल के पास मिलने का कहा। हालांकि, महिला वकील ने सब इंस्पेक्टर से कैंटीन में आने का आग्रह किया। यह मीटिंग रात 12 बजे तय की गई थी, और इस दौरान एसीबी की टीम ने आसपास के इलाकों को घेर लिया।
गाड़ी में छुपा सब इंस्पेक्टर
जब महिला वकील अस्पताल पहुंची तो सब इंस्पेक्टर गाड़ी में बैठे रहे और गाड़ी से बाहर नहीं आए। जब उन्होंने महिला वकील के पास जाने का प्रयास किया तो वे अनुशासनहीन व्यवहार दिखाने लगे और वकील से होटल चलने के लिए कहने लगे।
एसीबी को इशारा करने पर भागना
महिला वकील ने जब सब इंस्पेक्टर की इस छेड़छाड़ और जबरदस्ती का सामना किया तो उन्होंने तुरंत एसीबी की टीम को इशारा किया। यह देख कर सब इंस्पेक्टर समझ गया कि उसकी योजनाएं ध्वस्त होने वाली हैं और वह वहां से भाग निकला।
भागने के बावजूद गिरफ्तारी
सब इंस्पेक्टर भागकर अपने घर पहुंचा, जहां उसने घर की सारी लाइटें बंद कर दीं और खिड़कियां-दरवाजे बंद कर दिए। बावजूद इसके एसीबी की टीम उसके घर पहुंच गई थी। डर के मारे उसने पड़ोसियों की छत की ओर भागने की कोशिश की जहां से वह एक टेम्पो के नीचे छिप गया।
घरवालों की सक्रियता
जब एसीबी की टीम सब इंस्पेक्टर का पीछा कर रही थी तब उसके परिवार ने एसीबी की टीम को रोकने की कोशिश की। इस दौरान धक्का-मुक्की की गई, जिससे कई एसीबी कर्मचारियों के कपड़े भी फट गए। हालांकि, टीम ने अपने मिशन में कोई कमी नहीं आने दी।
टेम्पो के नीचे कमबैक
आखिरकार एसीबी की टीम ने इलाके की जांच बढ़ाई और जब टेम्पो के पास गई तो सब इंस्पेक्टर टेम्पो के नीचे छिपा हुआ मिला। अंततः उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी की पुष्टि और आगे की कार्रवाई
एंटी करप्शन ब्यूरो के एक अधिकारी ने सब इंस्पेक्टर मनवीर सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उनके खिलाफ महिला वकील से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने और छेड़खानी करने के आरोप हैं। एसीबी अब उसे कोर्ट में पेश करेगी और आगे की पूछताछ के लिए रिमांड मांगेगी, जिससे यह पता चल सकेगा कि क्या अन्य मामले भी इसकी जांच में जुड़े हो सकते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह दर्शाया कि रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए एसीबी सक्रिय रूप से कार्यरत है। हरियाणा में इस प्रकार की कार्रवाई शहर के लोगों में पुलिस की छवि को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण है, और यह विश्वास को भी बढ़ाती है कि संबंधित एजेंसियाँ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ी हैं।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि समाज में ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ाई जारी है जो अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हैं। एसीबी की इस कार्रवाई ने एक नई मिसाल पेश की जिससे अन्य रिश्ते के मामलों में भी ऐसे भ्रष्ट व्यक्तियों को पकड़ने की राह को प्रशस्त किया जा सकेगा।
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