हिसार की राजनीति में बड़ा उलट फेर, पूर्व राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा ने किया निर्दलीय सावित्री जिंदल का समर्थन
नरेंन्द्र सहारण, हिसार : Haryana Assembly Election 2024: हिसार की राजनीति में बड़ा एवं चौंकाने वाला उलटफेर हुआ है। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में हिसार विधानसभा सीट पर 47 साल बाद भाजपा प्रत्याशी कमल गुप्ता का समर्थन कर कमल खिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा ने इस बार चिर-प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल को वोट देने की अपील की है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी कमल गुप्ता का साथ छोड़ दिया है।
अपने एक्स हैंडल पर सुभाष चंद्रा ने सावित्री जिंदल के पक्ष में मतदान करने की अपील की है। वर्ष 2014 में डा. कमल गुप्ता ने कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री जिंदल को हरा दिया था। इस बार निर्दलीय और भाजपा व कांग्रेस पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला है।
छोटे भाई ने पांच साल तक फोन नहीं किया
बता दें कि सुभाष चंद्रा लंबे समय से डा. कमल गुप्ता से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने 10 सितंबर को अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट कर लिखा था कि डा. कमल गुप्ता ने उनको फोन कर आशीर्वाद मांगा था। मगर सुभाष चंद्रा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि छोटे भाई ने पांच साल तक उनको फोन भी नहीं किया था। सुभाष चंद्रा से चार दिन पहले भी हिसार आगमन पर पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने संपर्क कर मुलाकात की थी। उस समय भी डा. कमल गुप्ता पर कटाक्ष किया और कहा कि सिर्फ भाजपा के उम्मीदवार उनके पास नहीं आए हैं।
डा. कमल गुप्ता को नसीहत
सुभाष चंद्रा ने अपने एक्स हैंडल से सावित्री जिंदल को समर्थन करने का ऐलान तो किया ही, साथ में डा. कमल गुप्ता को नसीहत देते हुए लिखा कि जब कभी तूफान आता है तो जो पेड़ झुकना नहीं जानते वो टूट कर गिर जाते हें। घास की तरह जो जमीन से जुड़ा रहता है, वह उस भयावह तूफान को आसानी से सहन कर फिर हरा भरा हो कर पर्यावरण की यानी समाज की सेवा करने में सक्षम होता है। सुभाष चंद्रा के एक्स हैंडल पर मैसेज के जवाब में सावित्री जिंदल ने भी उनको धन्यवाद किया है। सावित्री ने लिखा कि टिकट पार्टी देती है लेकिन वोट रूपी आशीर्वाद तो जनता ही देती है। समर्थन के लिए धन्यवाद।
2014 में लड़ा था अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव
2014 में हिसार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने डा. कमल गुप्ता को टिकट दी थी। उस समय सावित्री जिंदल और गौतम सरदाना उनके सामने अपनी-अपनी पार्टियों से खड़े थे। सुभाष चंद्रा ने सावित्री जिंदल का विरोध किया था और कमल खिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उस समय भाजपा प्रत्याशी के प्रचार के लिए कई बालीवुड सितारें और टीवी कलाकार हिसार आए थे।
कभी जिंदल-चंद्रा परिवार थे एक दूसरे विरोधी
जिंदल परिवार और चंद्रा परिवार सालों तक परस्पर विरोधी रहे थे। दोनों परिवारों की तरफ से एक दूसरे पर व्यापारिक दृष्टि से मामले भी दर्ज करवाए। छह साल पहले दोनों परिवार के बीच सालों से चला आ रहा विवाद खत्म हो गया था।
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