बेटे की चाहत में बनाया हैवान, दिल्ली में रोहतक की महिला की नवजात जुड़वां बच्चियों की कर दी हत्या

नई दिल्ली/रोहतक, बीएनएम न्यूज :  Delhi Crime: दिल्ली में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। बेटे की चाहत में जन्म के 3 दिन बाद दो जुड़वा नवजात बच्चियों की हत्या करने के बाद उन्हें दफनाने का मामला सामने आया है। यह आरोप बच्चियों की मां और उनके परिजनों ने लगाया है। महिला और उनके परिजनों का आरोप है कि पति का परिवार बच्चियों के जन्म से खुश नहीं था। महिला ने पति पर आरोप लगाते हुए पुलिस की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने बाहरी दिल्ली के पूठकलां गांव के श्मशान घाट से शव के अवशेष निकाल कर कब्जे में ले लिये हैं और जांच शुरू कर दी है। पुलिस को महिला के पति पर शक है, लेकिन फिलहाल गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन आरंभ कर दी है। पुलिस ने यह मामला पोस्टमार्टम के बाद दर्ज किया है। पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

30 मई को जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया

जानकारी के अनुसार, हरियाणा के रोहतक जिले के इस्माइला गांव की पूजा की शादी 2022 में बाहरी दिल्ली के गांव पूठकलां निवासी नीरज के साथ हुई थी। बीते महीने की 30 मई को रोहतक शहर के अस्पताल में जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। महिला के स्वजन का कहना है कि बच्चियों के जन्म के वक्त महिला का पति भी अस्पताल में मौजूद था। अस्पताल से छुट्टी के बाद इस्माइला गांव के रवानगी से पहले सास के कहने पर दोनों बच्चियों को उनकी गाड़ी में छोड़ दिया। स्वजन के मुताबिक, जब बच्चियां घर नहीं पहुंचीं तो महिला के पति के पास फोन किया, लेकिन बार-बार प्रयास के बाद भी काल रिसीव नहीं की।

रोहतक में दर्ज कराया मामला

दो जून को महिला ने पूठकलां गांव में अपने स्तर पर पता किया तो बच्चियों के दफनाने की बात पता लगी। इसके बाद महिला के स्वजन ने रोहतक पुलिस को शिकायत दी। अपनी शिकायत में बच्चियों को मारने का आरोप लगाया है। रोहतक पुलिस ने यह कहते हुए शिकायत को दिल्ली पुलिस के पास भेज दिया कि घटनास्थल दिल्ली में है।

श्मशान से जुड़वा बच्चियों के अवशेष निकाले गए

इस बारे में बाहरी जिला पुलिस ने बताया कि तीन जून को डीडी के माध्यम से पीसीआर काल प्राप्त हुई, जिसमें पूठकलां के श्मशान घाट पर दो नवजात जुड़वां बच्चियों को दफनाने के बारे में सूचित किया। इसके बाद पांच जून को रोहिणी जोन के एसडीएम की अनुमति के बाद श्मशान घाट से जुड़वा बच्चियों के अवशेष निकाले गए। संजय गांधी अस्पताल में वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, उसके बाद ही बच्चियों की मौत का सही कारण सामने आ पाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि 30 मई को को जन्मी जुड़वां बच्चियों को दो जून को मृत्यु के बाद मां को बताए बिना उन्हें दफना दिया गया।

 

दोनों से सहज नहीं थे रिश्ते

 

नीरज-पूजा और दोनों परिवारों के रिश्ते सहज नहीं थे। बताया जाता है कि पूजा पिछले लगभग छह माह से अपने मायके में रह रही हैं। इसके पीछे पारिवारिक मनमुटाव की बात सामने आ रही है। इसी के चलते ही नीरज दुधमुंही बच्चियों को उनकी मां से दूर दिल्ली ले आया। पूजा के भाई ने दहेज मांगने और मारपीट जैसे आरोप लगाए हैं।

कार खरीदने के नाम पर पैसों की मांग

 

बीएससी पास पूजा की शादी 20 फरवरी 2022 को नीरज के साथ हुई थी। पूजा के भाई जुगनू खत्री ने बताया कि शादी समारोह में मोटी धनराशि खर्च की थी, लेकिन इसके बाद भी उनसे कार खरीदने के नाम पर पैसों की मांग की गई।पैसा देने के बाद भी उनकी बहन को परेशान किया गया। जुगनू ने बताया कि पूजा पिछले छह माह से इस्माइला (रोहतक) गांव में ही रही थीं। नीरज ही पूजा को इस्माइला गांव छोड़ने आया था। जुगनू का कहना है कि पूजा को इस्माइला गांव छोड़कर बच्चियों को पूठकलां ले जाने का फैसला नीरज का था। वे चाहते थे कि पूजा और दोनों बच्चियां एक साथ पूठकलां जाएं। उनकी ओर से इसमें किसी को आपत्ति भी नहीं थी।

मौत के बाद हो चुकी हैं तीन सामाजिक पंचायत

तीन दिन की जुड़वां बच्चियों की मौत का मामला बेशक 24 घंटे पहले सुर्खियों में आया, लेकिन इस मसले पर विगत दो सप्ताह के दौरान तीन सामाजिक पंचायत हो चुकी हैं। इन सामाजिक पंचायतों में दिल्ली व हरियाणा की खाप पंचायतों के नुमाइंदे भी शामिल हुए। बताया जाता है कि लंबी चर्चा के बाद भी सभी बैठक अनिर्णित रहीं। इन सामाजिक पंचायतों में दोनों परिवारों के लोगों ने अपना-अपना पक्ष भी रखा। बताया जाता है कि ये सभी पंचायतें इस्माइला गांव और आसपास की अलग-अलग लोकेशन पर हुईं।

श्मशान भूमि में तीन लोग आए थे दफनाने

पूठकलां स्थित श्मशान भूमि में जुड़वां बच्चियों को दफनाने के लिए तीन लोग आए थे। श्मशान भूमि के प्रबंधन का काम देखने वाले बुजुर्ग ने बताया कि दो जून को दफनाने के लिए बच्चियों के दादा, पिता और ताऊ आए थे। अगले दिन जानकारी के लिए श्मशान भूमि में पुलिस आई थी। 5 तारीख को पुलिस की मौजूदगी में बच्चियों के शव के अवशेष को निकाला गया। उन्होंने बताया कि श्मशान भूमि में छोटे बच्चों की मृत्यु की एंट्री नहीं होती थी, अब पुलिस ने एंट्री के निर्देश दिए हैं।

कब क्या हुआ

  1.  30 मई को रोहतक के नांदल अस्पताल में जुड़वां बच्चियों का जन्म हुआ
  2.  1 जून को दोपहर बाद प्रसूता व बच्चियों को अस्पताल से छुट्टी मिली
  3.  1 जून को ही पूजा को रोहतक में छोड़कर बच्चियों को लेकर नीरज दिल्ली आ गया
  4.  2 जून को बच्चियों की मौत के बाद पूठकलां श्मशान भूमि में दफनाया गया।
  5. 3 जून को पूजा के भाई ने रोहतक अर्बन इस्टेट थाने में शिकायत दर्ज कराई
  6. 5 जून को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने पूठकलां श्मशान भूमि में दफनाई गईं बच्चियों के शव को बाहर निकाला गया
  7. 21 जून को सुल्तानपुरी पुलिस थाने में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ

 

 

 

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