Budget 2024: सत्ता पक्ष ने कहा- युवाओं को अनगिनत अवसर मिलेंगे, विपक्ष ने कहा- कापी पेस्ट बजट, जानें किसने क्या कहा

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़ : Budget 2024:  केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश कर दिया। यह उनकी ओर से पेश किए जाने वाला लगातार सातवां बजट था। बजट को लेकर सत्ता पक्ष की ओर से कहा गया कि मोदी सरकार ने बजट देश को समृद्धि की राह आगे ले जाएगा। आने समय में लाखों लोग गरीबी से बाहर निकलेंगे। यह भी कहा कि नौजवानों को अनगिनत नए अवसर देने वाला बजट है। वहीं विपक्ष विशेषकर कांग्रेस के नेताओं ने इसे प्रधानमंत्री सरकार बचाओ योजना का नाम दिया है। उनका कहना है कि पिछले सालों के बजट का कापी पेस्ट है। आइये जानते हैं किसने क्या कहा

विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो प्रतिमान रखे हैं, उन्हें गति देने में यह बजट मील का पत्थर साबित होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विकसित भारत के साथ-साथ गरीब कल्याण और मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं का भी पूरा ध्यान रखा है। यह बजट संतुलित, सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी और विकासोन्मुखी है।
– नायब सिंह सैनी, मुख्यमंत्री, हरियाणा

केंद्रीय बजट से हरियाणा को बड़ी निराशा हाथ लगी है। बजट में हरियाणा का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया। इस बजट ने देश के किसान, छोटे व्यापारी, मिडिल क्लास, गरीब और गृहणियों को भी पूरी तरह निराश किया है। लगातार महंगाई और भारी टैक्स की मार झेल रही जनता को कोई राहत नहीं दी गई। किसान के हाथ एक बार फिर खाली रहे और एमएससी की गारंटी पर यह बजट खामोश रहा। किसान सम्मान निधि की राशि में भी किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की गई। जून 2022 में किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की संख्या 11.39 करोड़ थी, जो अब घटकर 9.26 करोड़ रह गई है।
– भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री, हरियाणा

यह बजट नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री सरकार बचाओ योजना लग रही है। बिहार और आंध्र प्रदेश का फंड आवंटन किया है क्योंकि इन्हीं प्रदेशों की बैसाखी पर मोदी सरकार चल रही है। इस वर्ष हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड में होने वाले चुनाव में भाजपा ने अपनी हार पहले ही मान ली है। तभी इन प्रदेशों को कुछ नहीं दिया गया है। बजट में जनता को राहत देने वाला कुछ भी नहीं है।
– कैप्टन अजय यादव, पूर्व वित्त मंत्री, हरियाणा

केंद्रीय बजट में सरकार हरियाणा का नाम लेना भूल गई है। दो महीने बाद विधानसभा चुनाव में हरियाणा की जनता बीजेपी को वोट देना भी भूल जाएगी। नई कोई परियोजना देना तो दूर, 10 साल पहले हमारे द्वारा मंजूरशुदा बड़ी परियोजनाओं के लिए भी कोई बजट आवंटन नहीं किया। मेट्रो विस्तार, आरआरटीएस परियोजनाओं, रेल कोच फैक्ट्री, बाढ़सा एम्स-2 परिसर के मंजूरशुदा संस्थान, डिफेंस यूनिवर्सिटी के लिए कोई बजट नहीं है। यह बजट एक सौदेबाजी है और केवल दो प्रदेशों तक सीमित है।
– दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस सांसद, रोहतक

 

दूरदृष्टि से बनाया गया समग्र और समावेशी बजट है। यह बजट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को नई उड़ान देगा। यह बजट तो ट्रेलर है, मोदी सरकार की प्रतिबद्धता स्वर्णिम युग की है। खेती किसानी के लिए 1.52 लाख करोड़ का बजट सामान्य बात नहीं है। मोदी सरकर का किसानों के प्रति समर्पण है। यह बजट पूरी समग्रता से, समावेश से और दूरदृष्टि से बनाया हुआ बजट है।
– डा. सतीश पूनिया, प्रभारी, हरियाणा भाजपा

 

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करेगा। मोदी सरकार का यह बजट हर वर्ग समृद्ध और सशक्त बनाएगा। कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ेगी और लचीलापन आएगा। रोजगार एवं कौशलता बढ़ेगी। समावेशी मानव संसाधन विकास एवं सामाजिक न्याय को बल मिलेगा। मोदी सरकार ने विनिर्माण एवं सेवाएं, शहरी विकास, ऊर्जा संरक्षण, अवसंरचना, नवाचार, अनुसंधान एवं विकास तथा नई पीढ़ी के सुधारों पर जोर दिया है।
– बिप्लब देब, विधानसभा चुनाव सह प्रभारी, हरियाणा भाजपा

 

केंद्र सरकार ने पांच साल में कृषि बजट आधा कर दिया है। ऐसे में किसानों गकी आय दोगुनी कैसे होगी। यह बजट केंद्र सरकार को सत्ता में बनाए रखने व सरकार को बचाने का प्रबंधन करने वाला बजट है। बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार पर फोकस है, जबकि हरियाणा को पूरी तरह से अनदेखा किया गया है। केंद्रीय बजट में भी जुमलों की परछाई दिखाई पड़ रही है।
भाजपा सरकार ने 10 साल के शासन के बाद भी युवाओं को पक्की नौकरी देने का बजट में कोई जिक्र नहीं किया है। किसानों की अनदेखी हुई है, जबगकि इनकम टैक्स में कोई छूट न देकर कर्मचारियों सहित मध्यम वर्ग की केंद्र सरकार ने कमर तोड़ी है।
– दुष्यंत चौटाला, पूर्व डिप्टी सीएम, हरियाणा

केंद्र सरकार का यह बजट वर्ष 2047 के विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा। बजट में वंचितों को वरीयता दी गई है। यह एक समावेशी बजट है, जो गरीब कल्याण को समर्पित है और अर्थव्यवस्था को नई ताकत देकर देश के सर्वांगीण विकास में मदद करेगा। गरीब, महिलाएं, युवा और अन्नदाता इन चार वर्गों पर मोदी सरकार ने खास फोकस रखा है।
– अजय गौड़, पूर्व राजनीतिक सचिव, मुख्यमंत्री हरियाणा

बजट में कर्मचारियों की सभी मांगों की अनदेखी की गई है। आठवें पे कमीशन का गठन, पीएफआरडीए एक्ट रद कर पुरानी पेंशन बहाली, पूर्व में कटौती किए गए अंशदान की वापसी, ईपीएस 95 को पुरानी पेंशन के दायरे में लाने, आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर 10 लाख करने, कोविड 19 में फ्रीज किए गए कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के 18 महीने के डीए/डीआर का भुगतान करनी की मांगों को अनदेखी इस बजट की खास बात है।
-सुभाष लांबा, अध्यक्ष, अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ

बजट से किसान, कमेरे और युवाओं को निराशा हाथ लगी है। बजट में हरियाणा को कुछ नहीं दिया गया। खेती के लिए जरूरी खाद, बीज, दवाइयां और कृषि उपकरणों पर कोई राहत नहीं दी गई। उलटा खाद और यूरिया पर सब्सिडी कम कर दी गई है। 10 साल में 20 करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन उसके उलट नौकरियां खत्म कर दी गई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के बजट में भी कमी की गई है।
– अभय सिंह चौटाला, प्रधान महासचिव, इनेलो

 

केंद्रीय बजट में जीएसटी में छूट न दिए जाने से व्यापारियों में नाराजगी है। व्यापारियों को छूट न देने से व्यापार व उद्योग पर अंकुश लगेगा, जबकि व्यापार व उद्योगों के माध्यम से लाखों युवाओं को रोजगार मिलता है। सरकार ने प्राइवेट सेक्टर में युवाओं को रोजगार देने के रास्ते बंद करने का काम किया है। बेरोजगारों को रोजगार मिलने की बजाय पहले से ओर ज्यादा बेरोजगारी बढ़ेगी।
-बजरंग गर्ग, अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव

 

बस बदला लो और सरकार बचाओ बजट है। उत्तर प्रदेश ने लोकसभा में हराया तो यूपी नाम का शब्द ही बजट से हटा दिया। महाराष्ट्र हारे तो महाराष्ट्र का नाम काट दिया। हरियाणा हारे तो हरियाणा के अस्तित्व से ही मुंह मोड़ लिया। राजस्थान में कांग्रेस ने अच्छा किया तो राजस्थानियों को भी बजट में शून्य। कर्नाटक व तेलंगाना में कांग्रेस सरकार है तो ऐसे किया जैसे वो भारत का हिस्सा नहीं।
-रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सदस्य

 

बजट में निराशा और हताशा के सिवाय कुछ नहीं है। सरकार ने मध्यम वर्ग, युवाओं, किसानों, एससी-एसटी-बीसी की उपेक्षा की है। नई कर व्यवस्था में मूल छूट बढ़ाकर तीन लाख की गई है जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। लंबे-चौड़े झूठे वायदे करने वाली भाजपा सरकार ने बजट के नाम पर जनता को गुमराह करने का काम किया है।
-कुमारी सैलजा, कांग्रेस महासचिव और सांसद

यह विकसित भारत के संकल्प पर आधारित बजट है। इसे सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हर वर्ग को किसी न किसी रूप में राहत देने का कार्य किया। खासकर युवाओं और सभी वर्ग के लोगों तक आर्थिक मजबूती पहुंचाने की कोशिश की है। बजट बताता है कि भारत तेजी से विकास की तरफ बढ़ रहा है और दुनियाभर के लोगों ने भारत के विकास की सराहना की है।
-कंवरपाल गुर्जर, कृषि मंत्री, हरियाणा

 

यह बजट अन्नदाता, युवा, गरीब और महिला वर्ग के लिए हितैषी है। विकसित भारत के निर्माण की नींव को मजबूत करने वाला बजट प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देगा। इस जनकल्याणकारी बजट पेश करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने किसानों-ग्रामीणों, गरीब वर्ग, युवाओं, महिलाओं सहित समाज के सभी वर्गों की चिंता इस बजट में की है।
– ओमप्रकाश धनखड़, नेशनल सेक्रेटरी, भाजपा

 

आम बजट में देश के विकास को पंख लगाने का काम करेगा। बजट को हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। गरीब, महिला, युवा, अन्नदाता को यह बजट समर्पित है।अंतरिम बजट में की गई घोषणाओं को इस आम बजट में शामिल करके सरकार ने देशहित में काम किया है।

डा. बनवारी लाल, कैबिनेट मंत्री हरियाणा

 

प्रोफेशनल कोर्स करने वालों को इंटर्नशिप के लिए नहीं भटकनापड़ेगा। केंद्र सरकार के बजटीय प्रस्ताव से आसानी से प्रायोगिक ज्ञान मिल सकेगा ।तकनीकी कोर्स कराने वाले संस्थानों को बढ़ावा देने वाला बजट है। सबका साथ सबका विकास होगा।
वंदना पोपली, प्रदेश प्रवक्ता भाजपा

 

यह बजट 140 करोड़ भारतीयों की आशाओं को पूरा करने वाला बजट है। गरीब, महिलाओं, युवा और किसानों पर केंद्रित है। कृषि में उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया है। विकसित भारत की अवधारणा को साकार करने वाला बजट है। इस बजट में हर व्यक्ति के लिए योजनाएं हैं। इस से देश के किसान को मजबूती मिलेगी।
– प्रवीण आत्रेय, मीडिया सचिव, मुख्यमंत्री हरियाणा

 

बजट से पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण के साथ परामर्श बैठक में मैंने कौशल विकास के विभिन्न बिंदुओं पर अपने सुझाव दिए थे। उन्होंने कौशल विकास पर पूरा फोकस किया है। बजट को कौशल विकास की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण माना जा सकता है। इससे देश की युवा शक्ति को कुशल बनाने और जाब रेडी बनाने में सफलता मिलेगी।
-डा. राज नेहरू, कुलपति, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, पलवल

बजट में हर वर्ग को रखा गया है। युवा महिला तथा किसानों को मजबूत करने के लिए योजना बनाकर कार्य होने से पूरे देश को लाभ मिलेगा। इंडस्ट्री को भी बढ़ावा देने का काम किया गया है। बजट को लेकर सभी वर्ग के लोग खुश हैं।
-सतीश खोला, वरिष्ठ भाजपा नेता

इससे किसानों को कोई फायदा नहीं है। सरकार को फसलों की कीमत देनी चाहिए, मुफ्त बिजली, सस्ती खाद, खेती के उपकरणों पर जीएसटी कम करना चाहिए। बढ़ती महंगाई को कम करने के लिए कोई योजना नहीं है केंद्र तथा प्रदेश साकार के पास।
-राहुल राव, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता

बजट शानदार है। जैसा कि प्रधानमंत्री देश को आर्थिक सुधार के लिए विश्व में तीसरी ताकत बनाने पर जोर दे रहे हैं। बजट उनके दावों का आइना है। देश को प्रगति पथ पर बढ़ा गरीबी मिटाने पर जोर दिया जा रहा है। युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
– आरती राव, सदस्य भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी

 

 

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