Budget 2024: हरियाणा के लिए बजट में कोई ऐलान नहीं, 3 महीने बाद हैं विधानसभा चुनाव, सामने आई नेताओं की प्रतिक्रिया

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Haryana News: हरियाणा में जल्द विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में उम्मीद थी की केंद्र के बजट में प्रदेश के लिए बड़ी घोषणा हो सकती है, लेकिन कोई घोषणा नहीं हुई। हरियाणा और पंजाब के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर बड़ा ऐलान होने की उम्मीद थी, लेकिन बजट में इसको लेकर कोई घोषणा नहीं की गई। वहीं किसान सम्‍मान निधि की राशि भी नहीं बढ़ाई गई है, ये 6,000 रुपए ही रहेगी।

हालांकि केंद्र सरकार ने कृषि और उससे जुड़े सेक्टरों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए दिए हैं। पिछले साल 1.25 लाख करोड़ रुपए दिए गए थे। यानी इस बार किसानों के लिए बजट 21.6% यानी 25 हजार करोड़ रुपए बढ़ाया गया।

हरियाणा में बजट के लिए कोई ऐलान न होने पर नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है।

14 बड़े शहरों में आवागमन संबंधी योजनाएं प्रस्तावित: मनोहर लाल

 

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बजट को लेकर सोशल मीडिया X (पूर्व ट्विटर) पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा कि केंद्रीय बजट 2024-25 में शहरों के सुनियोजित विकास के लिए 30 लाख से अधिक आबादी वाले 14 बड़े शहरों में आवागमन संबंधी विकास योजनाएं प्रस्तावित हैं। एक करोड़ शहरी गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को पीएम आवास योजना शहरी 2.0 के तहत कवर किया जाएगा।

5 किलो राशन लो और गरीबी में गुजारा करो

कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने सोशल मीडिया X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट डालकर बजट पर प्रतक्रया दी है। उन्होंने लिखा है कि मोदी 3.0 के बजट में निराशा व हताशा ! शून्य + शून्य = शून्य ! किसान के लिए न MSP की गारंटी, न कर्ज से राहत, न डीजल-कीटनाशक दवाई-खाद की कीमत कम की। इसमें बस बातें ही बातें।

उन्होंने लिखा कि सरकार ने युवाओं को झुनझुना दिया है, जिसमें नए रोजगार का कोई रास्ता नहीं, सालाना सिर्फ 20 लाख युवाओं को इंटर्नशिप, असंगठित क्षेत्र को चवन्नी तक नहीं दी। क्या 15,000 रुपए (वो भी तीन किश्तों में) से संगठित क्षेत्रों में रोजगार पैदा हो सकता है? लेबर इंटेंसिव यानी रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्रों- कपड़ा-कंस्ट्रक्शन आदि के लिए कुछ नहीं दिया। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी शब्द का बजट स्पीच में नामोंनिशान तक नहीं है। साफ है कि लोकसभा में भाजपा के खिलाफ वोट न देने की सजा भी है और भाजपा का एससी, एसटी और ओबीसी विरोधी चेहरा भी। इसके साथ उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग व नौकरीपेशा को 10 साल से कोई राहत नहीं, न टैक्स एक्सेम्पशन स्लैब बढ़ी, न ही कोई राहत। देश के गरीब की जिंदगी सुधारने के लिए ‘शून्य’। बस 5 किलो राशन लो और गरीबी में गुजारा करो।

बजरंग गर्ग बोले- व्यापारियों को निराशा हाथ लगी

अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव व व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने निराशा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट से देश व प्रदेश के व्यापारियों को निराशा हाथ लगी है। बजट में ना ही जीएसटी की दरों में किसी प्रकार की छूट दी गई है। ना ही व्यापार व उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कोई छूट दी गई है। बजट सिर्फ आंकड़ों का खेल है, जबकि देश के व्यापारियों को उम्मीद थी कि सरकार जीएसटी की दरों में रियायतें देगी, मगर सरकार ने व्यापारियों को छूट ना देकर व्यापार व उद्योगों पर अंकुश लगाने का काम किया है, जबकि व्यापार व उद्योगों के माध्यम से लाखों युवाओं को रोजगार मिलता है। सरकार ने प्राइवेट सेक्टर में युवाओं को रोजगार देने के रास्ते बंद करने का काम किया है।

 

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