Chandigarh Metro News: चंडीगढ़, मोहाली व पंचकूला में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर तैयारी तेज, अगले माह तक DPR तैयार होने की उम्मीद

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Chandigarh Metro News: मोहाली, पंचकूला और चंडीगढ़ (ट्राईसिटी) के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट ने रफ्तार पकड़ ली है। केंद्र सरकार ने यूटी प्रशासन को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) अगले महीने तक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। प्रोजेक्ट से जुड़ी सर्वे कंपनी रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनामिकल सर्विसेज (राइट्स) ने अलेटरनेटिव एनालिसेस रिपोर्ट (एएआर) का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। इसमें ट्राईसिटी में मास रेपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) के बारे में संशोधित रोड मैप तैयार किया गया है। रिपोर्ट में प्रोजेक्ट को लेकर कई नए सुझाव भी दिए गए हैं। एएआर को अप्रूवल मिलते ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम शुरू हो जाएगा। अगस्त तक डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दी जाएगी।

22 हजार करोड़ से अधिक खर्च आने की उम्मीद

सूत्रों के अनुसार ट्राईसिटी मेट्रो प्रोजेक्ट पर नए एस्टिमेट के हिसाब से 22 हजार करोड़ से अधिक खर्च आने की उम्मीद है। प्रशासन राइट्स की ओर से तैयार एएआर को अप्रूवल के लिए जुलाई अंत या अगस्त के पहले हफ्ते तक यूनिफाइड मेट्रो ट्रांसपोर्ट अथारिटी (उमटा) से जुड़े पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के अधिकारियों संग बैठक बुलाने की तैयारी में है। 28 अप्रैल 2023 को यूटी प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने उमटा के गठन को मंजूरी दी थी।

मनोहर और पुरोहित का ड्रीम प्रोजेक्ट चढ़ेगा सिरे

ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने में सामने आ रही दिक्कतें अब दूर होती नजर आ रही हैं। प्रोजेक्ट को क्लीयरेंस देने की जिम्मेदारी केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की है। इस समय हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस विभाग के मुखिया हैं। उधर, ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट यूटी प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का भी ड्रीम प्रोजेक्ट है। कई सार्वजनिक मंचों से वह मेट्रो प्रोजेक्ट भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्व बता चुके हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और यूटी प्रशासक के बीच काफी अच्छे संबंध हैं। सूत्रों के अनुसार मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर दोनों के बीच बातचीत का दौर लगातार जारी है। ऐसे में अब अगले तीन से चार माह में मेट्रो प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने के लिए केंद्र से फंड और दूसरे मामलों में हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।

मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़ी खास जानकारी

– मेट्रो प्रोजेक्ट पर कुल 22,338 करोड़ खर्च की उम्मीद है।
– राइट्स की स्टडी में दो कोच मेट्रो सिस्टम को बेहतर बताया गया है।
– मेट्रो के रखरखाव पर कमाई का 10% तक खर्च करना होगा।
– मेट्रो से सालाना 148 लाख पेट्रोल, 113 लाख डीजल और 249 लाख लीटर सीएनजी की बचत होगी।
– पहले फेज में कुल 64 किलोमीटर मेट्रो ट्रैक का निर्माण होगा।
– कारिडेर-1 में पीयू से सेक्टर-26 और कारिडोर-2 में सुखना लेक से सेक्टर 43-44 तक अंडरग्राउंड ट्रैक होगा।

एएआर रिपोर्ट में राइट्स के सुझाव

– एएआर में मेट्रो के लिए पीपीपी माडल की जगह स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) माडल के विकल्प को बेहतर बताया गया है।
– प्रोजेक्ट को दो से तीन फेज में पूरा होगा। ट्राईसिटी में कुल 154.4 किलोमीटर लंबा ट्रैक तैयार होगा।
– मेट्रो के लिए चंडीगढ़ में पहले फेज में 44.8 किमी ट्रैक बनेगा। 16 किलो अंडर ग्राउंड होगा।
– मोहाली में 13 किमी और पंचकूला में 6.5 किमी का एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक होगा।
– पहले चरण में 26 स्टेशन बनेंगे, जिनमें 20 एलिवेटेड और 6 अंडर ग्राउंड होंगे।
– मेट्रो कोच की स्पीड 34 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
– 2053 तक मेट्रो को 47.31 लाख लोगों के लिए बनाया जाएगा।

प्रस्तावित कारिडोर

मेट्रो रूट एरिया – एलिवेटेड- अंडर ग्राउंड- कुल लंबाई
कैपिटल कांप्लेक्स से गुरुद्वारा सिंह शहीदा- 4.4 किमी- 8 किमी – 12.4 किमी
ट्रांसपोर्ट टर्मिनल से ग्रेन मार्केट- 19 किमी – 6 किमी -25 किमी

 

 

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