Startups in UP: क्वालिटी से कॉम्प्रोमाइज ना करें स्टार्टअप्स, शासकीय खरीद में मिलेगी प्राथमिकता : मुख्यमंत्री
लखनऊ, BNM News: उत्तर प्रदेश के एमएसएमई उद्यमी (Startups in UP)अपने उत्पादों की क्वालिटी से समझौता ना करें, प्रदेश सरकार शासकीय खरीद में उन्हें हर हाल में प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तर प्रदेश का एमएसएमई सेक्टर आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरा है। हमने टेक्नोलॉजी को सुदृढ़ करके इंस्पेक्टर राज से मुक्ति दिलाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हुए रिफॉम के परिणाम सबके सामने हैं। पूरी दुनिया विश्वास के भाव से उत्तर प्रदेश की ओर देख रही है। हमें अभी से 2024 के इंटरनेशनल ट्रेड शो के लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित उद्यमी महासम्मेलन के दौरान अपने उद्बोधन के दौरान कही।
पहले हतोत्साहित था यूपी का उद्यमी
गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मार्स ऑडिटोरयम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ट्रांसफॉर्मिंग एमएसएमई टुवॉर्ड्स इंडस्ट्री 4.0 एंड स्किल 48 से संबंधित प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया, जिसमें प्रदेशभर से एमएसएमई स्टार्टअप्स उद्यमियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने आयोजकों और उद्यमियों का प्रदेश की राजधानी में स्वागत करते हुए कहा कि पहले यूपी में उद्यम के लिए माहौल और सरकार के स्तर पर प्रोत्साहन व संरक्षण ना होने पर उद्यमी हतोत्साहित था। 2017 में प्रदेश में हमारी सरकार आने के बाद अपने परंपरागत उत्पादों को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के रूप में प्रमोट करने के कार्यक्रम का परिणाम हम सबके सामने है। ये देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए एक अभिनव योजना है।
प्रोडक्ट की क्वालिटी और पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देना होगा
मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से आह्वान किया कि कंपटीशन के दौर में प्रोडक्ट की क्वालिटी पर विशेष ध्यान देना होगा। साथ ही उसकी पैकेजिंग पर और ज्यादा कार्य करना होगा। उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी को सुदृढ़ करते हुए इंस्पेक्टर राज से मुक्ति के कार्यक्रम चलाए गये हैं। सीएम योगी ने निवेश मित्र पोर्टल, निवेश सारथी पोर्टल और ऑनलाइन इन्सेंटिव प्लेटफॉर्म की चर्चा करते हुए कहा कि इससे उद्यमियों को प्रदेश के अंदर निवेश की संभावनाओं को विकसित करन के साथ साथ उनकी सुविधाओं के सरलीकरण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी की रैंकिंग आज से 6 साल पहले 14वें स्थान पर थी। इसमें व्यापक रिफॉर्म किये गये। जिसका परिणाम सबके सामने है।
- इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित उद्यमी महासम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री
- बोले मुख्यमंत्री – पूरी दुनिया विश्वास के भाव से उत्तर प्रदेश को देख रही
- ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हुए रिफॉर्म के परिणाम सबके सामने हैं : योगी
- 2024 के इंटरनेशनल ट्रेड शो के लिए यूपी के एमएसएमई उद्यमी अभी से करें तैयारी : योगी
- यूपी का एमएसएमई सेक्टर आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी ताकत : मुख्यमंत्री
- टेक्नोलॉजी को सुदृढ़ करके इंस्पेक्टर राज से दिलाई गई है मुक्ति : सीएम योगी
नये यूपी के पोटेंशियल को देखकर दुनिया आश्चर्यचकित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अंदर लैंड बैंक बनाने का कार्य हो या बेहतर कानून व्यवस्था स्थापित करना हो, हर दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। फरवरी 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। सितंबर में ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन भी शानदार रहा। इसमें 70 हजार बायर्स आए थे और टोटल फुटप्रिंट चार लाख थी। 400 से ज्यादा विदेशी बायर्स भी वहां पहुंचे। सभी को नये भारत के नये यूपी के पोटेंशियल को देखकर आश्चर्य हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया विश्वसनीयता के भाव से भारत और यूपी की ओर देख रही है। जहां नोएडा और ग्रेटर नोएडा को विकसित करने में 46 साल लगे, वहीं वर्तमान में हम झांसी, बुंदेलखंड में एक नए औद्योगिक संस्थान की दिशा में तेजी से कार्य कर रहे हैं। झांसी में हमारे पास पहले ही चरण में 38 हजार एकड़ लैंडबैंक मौजूद है। 46 साल में पहली बार हमारी सरकार में ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार है, वहीं झांसी में हम पहले ही चरण में एयरपोर्ट देने जा रहे हैं।
सौर ऊर्जा को प्राथमिकता दें उद्यमी
मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से कहा कि वह स्थानीय स्तर पर मौजूद शिक्षण संस्थाओं से मैन पॉवर प्राप्त करें। इसके लिए पीएम और सीएम इंटर्नशिप स्कीम की मदद लें। सीएम योगी ने प्रदेश के हर हिस्से में ट्रेड शो के आयोजन पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से सोलर पॉवर के उपयोग को लेकर भी आह्वान किया, जिससे बिना प्रदूषण के बिजली प्राप्त होगी। इस अवसर पर प्रदेश सरकार में एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव (एमएसएमई) अमित मोहन प्रसाद, आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गोयल, महासचिव आलोक अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अवधेश अग्रवाल, उद्यमी महासम्मेलन के समन्वयक राजीव बंसल सहित प्रदेश भर से बड़ी संख्या में आए एमएसएमई उद्यमी मौजूद रहे।