राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा की असली वजह आई सामने, मल्लिकार्जुन खरगे ने बताई पूरी बात
नई दिल्ली, एजेंसी: Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रही है क्योंकि सरकार ने उसे संसद में मुद्दे उठाने का मौका नहीं दिया। राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से महाराष्ट्र तक की यात्रा 14 जनवरी से शुरू होगी और यह 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इसमें शामिल लोग बसों से और पैदल यात्रा भी करेंगे। मल्लिकार्जुन खरगे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के बुनियादी सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित होगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘आइएनडीआइए’ के नेताओं और नागरिक समाज के सदस्यों को भी मार्च में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
प्रभावशाली और परिवर्तनकारी साबित होगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
कांग्रेस ने पहले कहा था कि पूर्व से पश्चिम भारत जोड़ो न्याय यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक पहले की दक्षिण से उत्तर भारत जोड़ो यात्रा की तरह ही प्रभावशाली और परिवर्तनकारी साबित होगी। खरगे ने कहा कि कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रही है, क्योंकि सरकार ने हमें संसद में अपने मुद्दे उठाने का मौका नहीं दिया। इस मंच के जरिए हम लोगों की बात सुनेंगे। उन्होंने कहा कि 2024 के आम चुनाव से पहले आयोजित की जा रही यात्रा 66 दिनों में 110 जिलों, 100 लोकसभा क्षेत्रों और 337 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, जिसकी शुरुआत मणिपुर की राजधानी इंफाल से होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि मणिपुर में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं और प्रधानमंत्री ने अभी तक इस हिंसाग्रस्त राज्य का दौरा नहीं किया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी हमला बोला और आरोप लगाया कि वह विपक्षी नेताओं को धमकाने के लिए ईडी और आइटी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे, खरगे ने कहा कि उन्हें समारोह के लिए निमंत्रण मिला है और वह बहुत जल्द इस पर फैसला करेंगे। नए श्रम कानूनों और आपराधिक कानूनों का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए कानून तानाशाही का संकेत देते हैं।