Coronavirus Update: तेजी से पैर पसार रहा कोरोना, बरतें ये सावधानियां, जानें- आपके राज्य में कोविड के कितने केस हैं सक्रिय

नई दिल्ली, BNM News: कोरोना वायरस के जेएन.1 वैरिएंट (JN.1 variant of corona virus) पर बढ़ती चिंताओं के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। इस बीच डब्ल्यूएचओ की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन कहा है कि तत्काल घबराने की कोई जरूरत नहीं है। एजेंसी ने इसे अभी वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में दर्ज किया है। वैरिएंट ऑफ कंसर्न करार दिए जाने तक इससे घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, हम लापरवाही नहीं कर सकते हैं। वहीं, भारत में बीते पांच सप्ताह से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में नया सब वैरिएंट जेएन.1 पाया जा रहा है, लेकिन अब इसके प्रसार में वृद्धि होती दिखाई दे रही है। बीते एक सप्ताह में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आए मरीजों के सभी सैंपल में यह नया उप स्वरूप मिला है, जो वर्तमान में दुनिया के 40 से अधिक देशों में संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही देश के 11 राज्यों में कोरोना बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, केरल में 21 दिसंबर को कोविड19 के 265 नए सक्रिय मामले सामने आए और एक मौत हुई। इसके साथ ही देशभर में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2997 हो गई है।

इन राज्यों में पहुंचा संक्रमण

इन्साकॉग के अलावा नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने भी स्वास्थ्य मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें बताया गया है कि जेएन.1 का संक्रमण देश के 11 राज्यों तक पहुंचा है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के अलावा गोवा, पुडुचेरी, गुजरात, तेलंगाना, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में भी कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं, जिनके सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट आने का इंतजार है।

अब नए शहरों में भी मरीज मिलने के मामले सामने आ रहे हैं। एनसीआर के गाजियाबाद में फिर एक नया मरीज मिला है। नोएडा में भी एक मरीज मिलने से टेंशन बढ़ गई है। यूपी के ही लखनऊ में भी कोरोना संक्रमित मरीज पाया गया है। बिहार के पटना में दो नए मरीज मिले हैं। इन सभी मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री है। सरकार से लेकर प्रशासन तक अलर्ट है और लोगों को मास्क पहनने और भीड़-भाड़ इलाके में जाने से बचने की सलाह दे रहा है। बता दें कि इससे पहले केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गोवा में नए सब-वैरिएंट के कोविड मामले सामने आए हैं। गोवा में कोरोना के सैंपलों में सब-वैरिएंट जेएन.1 पाया गया है। लेकिन ये पुराने मामले हैं और अब एक्टिव नहीं हैं. इस तरह का पहला मामला 8 दिसंबर को केरल में पाया गया था, जिसके बाद केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निरंतर निगरानी बनाए रखने की सलाह दी थी। बेंगलुरु में छह दिन पहले एक मरीज की मौत हो गई थी।

बरतें ये सावधानियां

  •  कहीं बाहर से आने पर हाथ अच्छी तरह साबुन और पानी से 20 सेकेंड तक धोएं।
  •  अगर पानी नहीं है तो आप 60 फीसदी अल्कोहल वाले सैनिटाइजर से हाथों को समय-समय पर साफ करते रहें।
  •  कहीं भी बाहर से आने के बाद घर के बच्चों और बुजुर्गों से दूर रहें।
  •  घर के किसी बीमार व्यक्ति से मिलते वक्त विशेष सावधानी बरतें।

भीड़ में मास्क लगाने की सलाह

स्वास्थ्य विभाग और WHO का कहना है कि फिलहाल पैनिक होने की जरूरत नहीं हैं। बस सावधानी जरूर बरतें। WHO ने बुधवार को कोरोना को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत किया है। गाइडलाइन में कहा है कि भीड़भाड़ वाले या बंद स्थान और दूषित हवा वाले इलाकों में मास्क जरूर पहनें। सोशल डिस्टेंसिंग को भी आदत में डालें. यह जरूरी भी है। कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मरीज बढ़ने के बाद कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में एडवाइजरी जारी की गई है।

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तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है

वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की कोविड टास्क फोर्स के सह अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन ने बताया कि जेएन.1 उप स्वरूप को लेकर कई चिकित्सा अध्ययन सामने आए हैं, जिनसे जाहिर है कि यह बहुत अधिक गंभीर स्वरूप नहीं है, लेकिन यह तेजी से लोगों को अपनी चपेट में जरूर ले सकता है।

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