Cyclone Remal Update: बंगाल और बांग्लादेश के तट से टकराया चक्रवात ‘रेमल’ कई इलाकों में भारी बारिश
कोलकाता, बीएनएम न्यूजः तेज हवा और भारी बारिश के बीच चक्रवात रेमल (Cyclone Remal) रविवार देर रात बंगाल और बांग्लादेश के तट से टकराया। ढाका ट्रिब्यून अखबार ने मौसम विभाग का हवाला देते हुए यह जानकारी साझा की। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार रात करीब आठ बजे चक्रवात ने बांग्लादेश के मोंग्ला से बंगाल के तट की तरफ रुख किया।
इससे पहले मध्य-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर उत्तर की ओर बढ़ रहा चक्रवात को लेकर बंगाल-ओडिशा में पहले से अलर्ट जारी है। चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी रविवार को समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
बंगाल के राज्यपाल डा. सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और राज्य और केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं। इससे पहले कोलकाता हवाईअड्डे के अधिकारियों ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनें रद कर दीं।
नौसेना ने भी चक्रवात के मद्देनजर तैयारी की है। चिकित्सा सुविधा से लैस जहाजों को तैयार किया है। इसके अतिरिक्त, सी किंग और चेतक हेलीकाप्टरों के साथ-साथ डोर्नियर विमान भी त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं। उपकरणों के साथ विशेष गोताखोर टीमों को तैनात किया गया है। उधर, बांग्लादेश में रविवार को संवेदनशील इलाकों से आठ लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
कोलकाता के कालीघाट में भी मूसलाधार बारिश
#WATCH | West Bengal: Heavy rain and gusty winds lash Kolkata; visuals from Kalighat.
As per IMD, Severe Cyclonic Storm (SCS) “Remal” over the North Bay of Bengal about 110 km east of Sagar Islands (West Bengal),to move nearly northwards and cross Bangladesh and adjoining WB… pic.twitter.com/4PWmLVnOp0
— ANI (@ANI) May 26, 2024
चक्रवात का असर बंगाल और ओडिशा में भी
मौसम विभाग ने घोषणा की है कि चक्रवात सोमवार अलसुबह तक बांग्लादेश और निकटवर्ती बंगाल के बीच से गुजरेगा। चक्रवात का असर बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में पड़ेगा। चक्रवात के बांग्लादेश और आसपास के बंगाल के तटों तक पहुंचने के बाद 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी, तटीय इलाकों में 27 और 28 मई को मध्यम दर्जे से लेकर भारी वर्षा होगी।
चक्रवात को केंद्र में रखकर ओडिशा के विभिन्न हिस्सों से दीघा (कोलकाता) जाने वाली छह ट्रेनें रद कर दी गई हैं। ओडिशा शासन ने एहतियात के तौर पर मछली पकड़ने वाली लगभग 20 हजार नौकाओं को तटीय क्षेत्रों पर सुरक्षित रखा है। एनडीआरएफ की टीम ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
चक्रवात ‘रेमल’ को लेकर पीएम ने की समीक्षा
चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को समीक्षा बैठक की। इससे पहले एहतियात के तौर पर कोलकाता हवाईअड्डे के अधिकारियों ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनें रद कर दीं। नौसेना ने भी चक्रवात के मद्देनजर तैयारी की है। चिकित्सा सुविधा से लैस जहाजों को तैयार किया है। इसके अतिरिक्त, सी किंग और चेतक हेलीकाप्टरों के साथ-साथ डोर्नियर विमान भी त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं। उपकरणों के साथ विशेष गोताखोर टीमों को तैनात किया गया है।
गृहमंत्री शाह ने भी किया ट्वीट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि चक्रवात के मद्देनजर संबंधित अधिकारियों से बात की। एनडीआरएफ की पर्याप्त तैनाती की गई है। लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया जा रहा है। राहत दल युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं। मोदी सरकार आपदाओं में न्यूनतम हताहत होने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा कि आप सभी घर रहें और सुरक्षित रहें। हम आज और हमेशा आपके लिए मौजूद हैं। तूफान भी गुजर जाएगा।
वीरान हुआ कलकत्ता हवाईअड्डा
उड़ान संचालन निलंबित होने के कारण कोलकाता हवाई अड्डे की टर्मिनल इमारत वीरान नजर आई। हवाईअड्डा हमेशा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय यात्रियों से खचाखच भरा रहता था लेकिन आज यहां सिर्फ मुट्ठी भर हवाईअड्डा कर्मी और सुरक्षाकर्मी हैं। रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन रोकने का निर्णय लिया गया है।
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