Dry Ice : बर्फ से भी 40 गुना ज्यादा ठंडी: ड्राई आइस क्या है, जिसे खाकर गुरुग्राम में 5 लोगों के मुंह से निकला खून

नरेंद्र सहारण, गुरुग्राम। सेक्टर 90 स्थित सफायर 90 ला फोरेस्टा रेस्टोरेंट में खाना खाने के बाद माउथ फ्रेशनर के नाम पर महिला वेटर ने गलती से ग्रेटर नोएडा से आए पांच लोगों को ड्राइ आइस क्यूब दे दिया था। पुलिस जांच के दौरान पता चला है कि रेस्टोरेंट में उस समय बैग में काफी सामान मंगाया गया था। इसमें ड्राइ आइस क्यूब का पैकेट भी था। यह पैकेट खाने वाली मिस्री से काफी मिलता जुलता था। इसलिए वेटर ने बिना देखे ही इसे लोगों को पकड़ा दिया। इसे खाने से सभी पांचों लोगों की हालत बिगड़ गई। वहीं घटना के बाद से ही महिला वेटर फरार है।
गलती से ड्राइ आइस क्यूब देने की बात स्वीकारी
इस मामले में खेड़कीदौला पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद मैनेजर दिल्ली के कीर्ति नगर निवासी गगनदीप को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पूछताछ में गलती से ड्राइ आइस क्यूब देने की बात स्वीकार की है। वहीं इसे खाने से हालत बिगड़ने के बाद पांच लोगों को आर्वी अस्पताल ले जाया गया था। यहां एक की स्थिति अभी भी गंभीर है। ड्राइ आइस क्यूब कार्बन डाई आक्साइड का सालिड फार्म होता है। रेस्टोरेंट, बार और होटलों में मीट को काफी दिनों तक सुरक्षित रखने के लिए इसे रखा जाता है।
#WATCH : Five individuals fell ill after consuming a mouth freshener containing dry ice at a restaurant in Gurugram.
Four of the five affected have been hospitalized while the restaurant staff reportedly fled the scene.#Gurugram #mouthfreshener #Dryice #Restaurant pic.twitter.com/gcLrUlS694
— upuknews (@upuknews1) March 5, 2024
माउथ फ्रेशनर के रूप में ड्राइ आइस क्यूब का पैकेट दिया
ग्रेटर नोएडा के ओमिक्रोन एक निवासी अंकित शनिवार रात अपनी पत्नी नेहा, मानिक अपनी पत्नी प्रीतिका और दीपक अरोड़ा अपनी पत्नी हिमानी के साथ गुरुग्राम के सेक्टर 90 स्थित सफायर 90 ला फोरेस्टा रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। अंकित के मुताबिक खाना खत्म होने के बाद उन्हें रेस्टोरेंट की महिला वेटर अमृतपाल कौर ने माउथ फ्रेशनर के रूप में ड्राइ आइस क्यूब का पैकेट दिया। अंकित ने अपनी एक साल की बेटी को गोद लिया हुआ था, इसलिए उन्होंने माउथ फ्रेशनर नहीं खाया, जबकि उनकी पत्नी समेत पांच साथियों ने माउथ फ्रेशनर खा लिया। इसके बाद उनके मुंह में जलन पड़ने लगी। मुंह से खून निकलने लगा और उल्टी हुई। तुरंत ही सभी पांचों लोगों को सेक्टर 90 स्थित आर्वी हेल्थकेयर अस्पताल ले जाया गया। इसमें से तीन लोगों की स्थिति गंभीर मिली। दो की स्थिति ठीक होने पर उन्हें तुरंत ही घर भेज दिया गया। अन्य तीनों आईसीयू में भर्ती किए गए। इसमें से एक मरीज को मंगलवार दोपहर डिस्चार्ज कर दिया गया। एक अन्य मरीज वार्ड में है। उसे बुधवार सुबह डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। अभी दीपक की स्थित गंभीर बनी हुई है। इन्हें 24 घंटे अतिरिक्त आईसीयू में निगरानी के लिए रखा गया है।
इनका इलाज करने वाले फिजीशियन डा. स्पर्श गुप्ता ने बताया कि दीपक की स्थिति पहले काफी गंभीर थी। इनकी इंडोस्कोपी करनी पड़ी। इसमें खाने की नली में अल्सर भी दिखाई पड़ा है। धीरे-धीरे इनकी स्थिति ठीक हो रही है। बुधवार शाम तक इन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है।अंकित ने बताया कि उनकी पत्नी की हालत फिलहाल ठीक है। अब वह घर पर हैं। डाक्टर ने सभी को तीन सप्ताह के लिए खाने में लिक्विड लेने की सलाह दी है।
कार्बन डाई आक्साइड का सालिड फार्म है ड्राई आइस
जो पैकेट माउथ फ्रेशनर के रूप में लोगों को खाने के बाद दिया गया, उस पैकेट को डाक्टर को दिखाया गया तो उन्होंने उसे ड्राई आइस बताया। आर्वी अस्पताल के डा. स्पर्श गुप्ता के अनुसार यह जानलेवा एसिड है। इसके सेवन से जान भी जा सकती है। ड्राई आइस ठोस कार्बन डाई आक्साइड होता है। इसका तापमान -80 डिग्री तक होता है। इसका उपयोग वैक्सीन को ठंडा करने, मांस को ठंडा रखने और जमने, रक्त और ऊतक के नमूने के संरक्षण, धातुओं के ताप उपचार के लिए होता है। घटनाओं या मंचीय प्रस्तुतियों में कोहरा जैसे विशेष प्रभाव पैदा करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। ड्राई आइस हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है, इसलिए इसे खाना तो दूर छूना भी नहीं चाहिए।
ताला खुलवाकर फूड सेफ्टी विभाग ने की जांच
घटना के बाद से रेस्टारेंट बंद है। जिला फूड सेफ्टी आफिसर डा. रमेश चौहान ने कहा कि रेस्टोरेंट को नोटिस जारी किया गया है। 15 दिन का समय दिया गया है। इसमें पूछा गया कि आखिर किस कारण इस प्रकार की घटना हुई है। जवाब देने के बाद फूड सप्लाई विभाग यह तय करेगा कि रेस्टोरेंट का लाइसेंस रद्द करना है या नहीं। जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।वहीं विभाग की टीम मंगलवार शाम पुलिस के साथ रेस्टोरेंट में गई और ताला खुलवाकर जांच की।
मिस्री समझकर उसे लोगों को दे दिया
मानेसर के एसीपी सुरिंदर सिंह ने कहा कि जांच में सामने आया है कि जिस समय ग्रेटर नोएडा के लोग खाना खाने के लिए रेस्टोरेंट आए थे। उसी समय रेस्टोरेंट का सामान मंगाया गया था। एक बैग में ड्राइ आइस क्यूब का पैकेट था। महिला वेटर ने मिस्री समझकर उसे लोगों को दे दिया। अभी वेटर फरार है। उसे पकड़ने के लिए तलाश की जा रही है। इस मामले में मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है।
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