करनाल में भाजपा नेता के घर से संपत्ति के कागजात, लग्जरी आइटमों का ब्योरा व पासबुक की प्रतियां ले गई ईडी

नरेन्द्र सहारण, करनाल : खनन कारोबारी एवं भाजपा नेता मनोज वधवा के आवास पर ईडी की कार्रवाई शुक्रवार रात दो बजे समाप्त हुई। 48 घंटे तक चली जांच के दौरान टीम ने वधवा के दोनों आवास पर एक-एक कागजात, कंप्यूटर व लैपटाप को खंगाल डाला। टीम ने महंगे, लग्जरी सामान का ब्योरा जुटाया। संपत्ति के कागजात मिलने की चर्चा भी है। बैंक पासबुक की प्रतियां चेक की गईं। ज्वेलरी से संबंधित जानकारी जुटाई गई और उनकी खरीद की पर्चियां भी देखी गई।

जिन-जिन चीजों पर संदेह हुआ, उन्हें ईडी ने अपने कब्जे ले लिया। ईडी की टीम संपत्ति के कागजात, पासबुक की प्रतियां और लग्जरी आइटम का ब्योरा अपने साथ लेकर चंडीगढ़ रवाना हो गई। हालांकि ईडी उनके आवास से क्या क्या लेकर गई, इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। दूसरी ओर कार्रवाई के संबंध में मनोज वधवा से संपर्क साधा गया तो उनका मोबाइल फोन स्विच आफ मिला। उनके स्वजन भी इस कार्रवाई पर कुछ नहीं बोल रहे हैं।

परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की गई

ईडी की एक टीम ने मनोज वधवा के सेक्टर 13 के आवास पर वीरवार अल सुबह चार बजे छापा मारा था। इस आवास से शुक्रवार अलसुबह साढ़े तीन बजे टीम रवाना हो गई। दूसरी ओर, सेक्टर 32 स्थित आवास पर टीम से शुक्रवार-शनिवार की देर रात दो बजे टीम रवाना हुई है। दोनों आवास पर टीम ने एक एक पहलू की बारीकी से जांच की। परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की गई। वधवा की आमदनी के तमाम स्त्रोतों का ईडी ने पता लगाया है। यह भी जानकारी जुटाई कि करोड़ों रुपये की संपत्ति किस आमदनी से बनाई गई। लेकिन जहां भी ईडी की टीम संतुष्ट नहीं हुई तो फिर से कागजात खंगाले गए और उस संपत्ति से संबंधित कागजात अपने कब्जे में ले लिए।

खनन करोबार से जुड़ा मामला

बताया जा रहा है कि खनन के कारोबार से वधवा ने करोड़ों रुपये की आय हुई है। छापेमारी के दौरान परिवार के सदस्यों को घर के बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई। किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस के कर्मचारी घर के बाहर व अंदर मौजूद रहे। जब तक छापामार कार्रवाई चली, तब तक किसी को फोन करने व सुनने की इजाजत भी नहीं दी गई। उल्लेखनीय है कि मनोज वधवा की यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के साथ खनन कारोबार में हिस्सेदारी है

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