नई दिल्ली, BNM News: Weather Update 19 January 2024 उत्तर भारत में कोहरे और शीतलहर का सितम जारी है। देश के मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ों तक ठिठुरन जारी है। उत्तर भारत में अगले तीन से चार दिनों तक कोहरा और शीतलहर की स्थिति बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में अगले तीन से चार दिनों तक घने कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तर पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत तक लोगों को अगले चार दिनों तक शीतलहर से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है।
सुबह के समय ठंड और हवा में गलन ने कोहरे के साथ और मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बृहस्पतिवार को उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री से 7 डिग्री सेल्सियम के बीच दर्ज किया गया। वहीं, पंजाब, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में घने कोहरे की वजह से उड़ानों और ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा।
मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पंजाब के लुधियाना में सबसे कम 3.1 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, हरियाणा के सोनीपत, झज्जर, नारनौल, जींद, रेवाड़ी सहित कई स्थानों पर शीतलहर का कहर जारी है। नारनौल बृहस्पतिवार की रात तापमान 7.2 डिग्री दर्ज किया गया। महेंद्रगढ़ में न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियम दर्ज किया गया। वहीं, राजस्थान के गंगानगर, जैसलमेर और पिलानी में मौसम काफी सर्द रहा। पिलानी में 4.9 डिग्री, अलवर में 5.5, जयपुर में 5.7 और गंगानगर में 6.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। गंगानगर और हनुमानगढ़ में अत्यधिक सर्द मौसम रहा यहां अधिकतम तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
#WATCH | People sit around the bonfire to keep themselves warm as the cold wave continues in Delhi.
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार की सुबह घना कोहरा छाया रहेगा। वहीं, तापमान सात डिग्री से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हो सकता है। घने कोहरे के मद्देनजर विभाग ने शुक्रवार और शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बृहस्पतिवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.6 दर्ज किया गया।
चारधाम में बर्फबारी से निचले इलाकों में बढ़ी ठंड
चारों धामों में बुधवार रात तक बर्फबारी होने से निचले इलाकों में शीतलहर चलने से ठंड बढ़ गई। पौड़ी में अधिकतम तापमान 11 और न्यूनतम 2, टिहरी में अधिकतम 12 न्यूनतम 3, उत्तरकाशी में अधिकतम 18 व न्यूनतम 3, चमोली में अधिकतम 18 और न्यूनतम 3, रुद्रप्रयाग में अधिकतम 14 व न्यूनतम 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। हालांकि पहाड़ के पांचों जिलों में दिनभर चटक धूप खिली रही। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टीस्तान में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
इस साल क्यों पड़ रही अधिक ठंड
मौसम विभाग ने कठोर सर्दियों के मौसम के मुख्य रूप से तीन कारण बताए। इसमें उत्तर पश्चिम भारत पर किसी भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी, प्रचलित अल-नीनो की स्थिति और एक मजबूत जेट स्ट्रीम शामिल है।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की कमी
आमतौर पर दिसंबर से जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत में 5-7 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस देखे जाते हैं। जो जमा देने वाली ठंड को कम करते हैं। हालांकि, इस सर्दी में ऐसे वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अनुपस्थित रहे। इस बार केवल दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस देखे गए। एक दिसंबर में और दूसरा जनवरी में जिनका प्रभाव गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश तक सीमित रहा। इसके अलावा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश होने से कड़ाके की ठंड और बढ़ गई है. इस क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी में भारी कमी देखी गई, जो औसत से लगभग 80 प्रतिशत कम थी, जिससे शीतलहर की तीव्रता बढ़ गई।
अल-नीनो की स्थिति
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस में कमी को भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के ऊपर प्रचलित अल-नीनो स्थितियों के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। यह घटना उत्तर भारत में कम शीतलहर के दिनों को दर्शाती है, यह प्रवृत्ति वर्तमान मौसम में भी ध्यान देने योग्य है।
मजबूत जेट स्ट्रीम
इन सब के अलावा उत्तर भारत में समुद्र तल से 12 किमी ऊपर, लगभग 250-320 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज जेट स्ट्रीम हवाओं ने ठंड के मौसम को बढ़ा दिया है। मजबूत जेट स्ट्रीम पैटर्न जारी रहने की संभावना है, जिससे अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में लगातार ठंड पड़ने का अनुमान है।