कैथल अनाज मंडी में किसानों के साथ धोखाधड़ी: 100 से ज्यादा किसानों से 12 करोड़ रुपये लेकर भागे आढ़ती

आरोपियों के मिल में पहुंचे किसान

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल। Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले की अनाज मंडी में एक गंभीर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है जिसमें स्थानीय किसानों ने आरोप लगाया है कि आढ़तियों ने उनकी फसल की पेमेंट की राशि जो लगभग 12 करोड़ रुपये है लेकर फरार हो गए हैं। इस मामले ने स्थानीय किसानों में भारी आक्रोश पैदा किया है, जिसके चलते उन्होंने दुकान के बाहर विरोध प्रदर्शन भी शुरू कर दिया। पुलिस ने इस घटना में शामिल तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जिनमें दो आढ़ती और एक मिल मालिक शामिल हैं।

वित्तीय लेन-देन का विवरण

प्राथमिक जानकारी के अनुसार, गांव किच्छाना के निवासी कृष्ण कुमार ने बताया कि वे पिछले 6-7 वर्षों से कैथल की अनाज मंडी में केशव ट्रेडिंग कंपनी और देवीदयाल रजत कुमार के साथ अपनी फसल की बिक्री कर रहे हैं। इस बार, उन्होंने 12, 13, 14 और 15 अप्रैल के बीच फर्म के प्रभारी शीशपाल उर्फ माकड़ और ऋषिपाल उर्फ कालू को करीब 13 लाख रुपए की गेहूं की फसल बेची थी। इसके अलावा, फर्म पर 16 लाख रुपये की धान की फसल की भी बकाया राशि थी, जिसे किसानों को चुकता किया जाना था।

धोखाधड़ी की योजना

आढ़तियों की योजना बड़ी ही सुनियोजित थी। उन्होंने कृष्ण कुमार जैसे कई किसानों को अपनी दुकान पर पेमेंट के लिए बुलाया था। जब किसान पैसे प्राप्त करने के लिए निर्धारित समय पर वहाँ पहुँचे, तो उन्हें दुकान पर किसी का भी पता नहीं चला। यह स्पष्ट होता है कि ये आढ़ती पैसे की रूपरेखा को छिपाने के लिए पहले से ही योजना बना चुके थे।

किसानों को जब दुकान पर कोई नहीं मिला तो उन्होंने शीशपाल और ऋषिपाल को फोन किया, लेकिन दोनों के फोन भी बंद मिले। इसके बाद किसान शीशपाल और ऋषिपाल के घर गए, लेकिन वहाँ भी उन्हें ताला लगा हुआ मिला। यही नहीं, जब किसान सांवरिया राइस ग्रेन मिल चंदाना पहुँचे, तो वहाँ भी कोई उनकी मदद करने के लिए उपस्थित नहीं था।

किसानों का प्रदर्शन और शिकायत

किसानों में इस धोखाधड़ी के खिलाफ अनाज मंडी के बाहर प्रदर्शन शुरू किया और पुलिस को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर किया। किसानों की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि, अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

शहर थाना के जांच अधिकारी सनेष कुमार ने पुष्टि की है कि पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि वे विभिन्न पहलुओं की जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

किसान समुदाय का रूप

 

किसान समुदाय की स्थिति इस समय काफी कठिन है। आय के सीमित साधनों और अनियमितता के कारण बहुत से किसान परेशान हैं। इस धोखाधड़ी ने न केवल उनके वित्तीय स्थायित्व को प्रभावित किया है, बल्कि उनके विश्वास को भी आघात पहुँचाया है।

कृष्ण कुमार और अन्य प्रभावित किसानों ने यह मान लिया है कि उन्हें अपनी मेहनत की कमाई वापस पाने के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी। किसान नेताओं का कहना है कि सरकार से सहयोग की निरंतर आवश्यकता है ताकि इस तरह के मामलों में त्वरित कार्रवाई की जा सके और किसानों के अधिकारों की रक्षा हो सके।

निष्कर्ष

कैथल के अनाज मंडी में हुई इस धोखाधड़ी ने न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को प्रभावित किया है, बल्कि यह प्रहरी संस्थानों की विफलता और सामाजिक न्याय के संकट को भी उजागर करता है। मामले की गहनता और उसके प्रभाव को देखते हुए पुलिस का दायित्व है कि वे त्वरित और न्यायपूर्ण कार्रवाई करें ताकि दोषियों को सजा मिल सके और किसानों को न्याय मिल सके। किसानों का विश्वास फिर से जीतने के लिए संबंधित सरकारी एजेंसियों को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि किसानों और आढ़तियों के बीच विश्वास की एक सामान्य आधार होना बेहद आवश्यक है, जो केवल पारदर्शिता और समय पर भुगतान के माध्यम से ही सुनिश्चित किया जा सकता है।

इस प्रकार, कैथल के किसानों की यह कहानी सिर्फ एक घटना नहीं है, बल्कि उनके संघर्ष और उस प्रणाली के प्रति उनके अधिकारों की पहचान की भी एक मिसाल है जो उनकी मेहनत और समर्पण को अनदेखा करते हुए उन्हें धोखा देती है।

 

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