Haryana Assembly Election 2024: आजाद समाज पार्टी के साथ चुनाव लड़ेगी जजपा, इस तरह होगा सीटों का बंटवारा

जननायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के गठबंधन का आधिकारिक ऐलान आज दिल्ली में हुई प्रेस कांफ्रेंस कर दिया गया।

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में जननायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। 70 सीटों पर जननायक जनता पार्टी और 20 सीटों पर आजाद समाज पार्टी उम्मीदवार उतारेगी। मंगलवार को दिल्ली में पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने इसका ऐलान किया। इस दौरान उनके साथ आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संस्थापक और भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद भी मौजूद रहे।

दुष्यंत चौटाला ने एक्स पर दी जानकारी

 

सोमवार की रात दुष्यंत चौटाला ने गठबंधन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर पोस्ट डाली थी। उन्होंने पोस्ट में लिखा था कि किसान कमेरे की लड़ाई, हम लड़ते रहेंगे बिना आराम, ताऊ देवीलाल की नीतियां, विचारधारा में मान्यवर कांशीराम।

लगातार पार्टी छोड़ रहे विधायक

 

इस चुनाव से पहले हरियाणा में जजपा के विधायक लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। अब तक छह विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। वहीं रामकुमार गौतम शुरू से ही पार्टी के विरोध में बोलते रहे हैं, वो भी पार्टी छोड़ सकते हैं। जननायक जनता पार्टी ने 2019 में दस सीट जीती थी और पूर्ण बहुमत से दूर रही भाजपा को समर्थन देकर प्रदेश की सरकार में साझेदार बनी थी।

किसान आंदोलन के बाद से विरोध झेल रही पार्टी

इनेलो से अलग होकर बनी नई पार्टी जजपा का किसान वर्ग से कोर वोटर था। हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान जजपा को भाजपा का साथ छोड़ने की किसानों ने मांग की थी, लेकिन पार्टी गठबंधन में बनी रही। इसका नुकसान लोकसभा चुनाव में देखने को मिला। खुद दुष्यंत चौटाला भी मान चुके हैं कि किसान आंदोलन के दौरान उन्हें पब्लिक सेंटिमेंट को समझने में चूक हुई है, जिसका उनको लोकसभा चुनाव में नुकसान हुआ।

दलित वोट बैंक पर जजपा की नजर

 

हरियाणा में 21% के करीब दलित वोट हैं, जो हार और जीत में अहम भूमिका निभाते हैं। विधानसभा की 17 सीटें रिजर्व हैं। इसमें मुलाना, साढौरा, शाहाबाद, गुहला, नीलोखेड़ी, इसराना, खरखौदा, कलानौर, बावल, पटौदी, होडल, बवानी खेड़ा, झज्जर,नरवाना, कालांवाली, रतिया, उकलाना सीट शामिल है

वहीं प्रदेश की 35 सीटों पर दलित वोटरों का प्रभाव है। जजपा का टारगेट 17+35 सीटों पर है, जिससे वह 2019 की तरह हरियाणा में किंगमेकर की भूमिका में आ सके।  5 साल पहले हुए चुनाव में जजपा को जाट और दलितों का अच्छा वोट मिला था। इस चुनाव में भी जजपा यह कोशिश कर रही है कि हरियाणा की जाट और दलित बाहुल्य सीटों पर उसके उम्मीदवार अच्छा प्रदर्शन कर सकें।

 

 

VIEW WHATSAAP CHANNEL

भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi  के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्‍शन

You may have missed