पीएम मोदी समेत शीर्ष नेताओं से मिले हरियाणा के सीएम नायब सैनी, जानें सरकार चलाने का कैसा मिला मंत्र
नरेन्द्र सहारण, नई दिल्ली/ चंडीगढ़ : हरियाणा के नये मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कार्यभार संभालने के बाद गुरुवार सबेरे नई दिल्ली में पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत पार्टी के प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। पीएम मोदी से हुई पहली मुलाकात के दौरान नायब सैनी राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत का मंत्र लेकर वापस लौटे। मोदी से मिलने के बाद नायब सैनी ने कहा कि पीएम से उनकी मंत्रिमंडल विस्तार, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद पर नियुक्ति सहित राजनीतिक घटनाक्रम व संभावित फैसलों पर विस्तार से बातचीत हुई है। प्रधानमंत्री ने सबको साथ लेकर सशक्त और समृद्ध हरियाणा के विराट संकल्प सिद्धि का आशीर्वाद दिया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, अमित शाह और जेपी नड्डा से मिले सीएम
प्रधानमंत्री से मिलने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी मिलने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। बताया जाता है कि नायब सैनी आरएसएस के कुछ नेताओं से भी दिल्ली में मिले। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल चंडीगढ़ में ही रहे। प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद उत्साहित नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य में उनकी सरकार मोदी की गारंटी से बनी डबल इंजन की सरकार की मजबूत छवि को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएगी। सैनी ने कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की जनता कांग्रेस शासन में हुए भ्रष्टाचार को अभी भूली नहीं है। इसलिए देश में तीसरी बार भी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही भाजपा की सरकार बनेगी।
अनिल विज वरिष्ठ नेता, मंत्रिमंडल विस्तार पर जल्दी बढ़ेंगे
मंत्रिमंडल के विस्तार से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि इस मामले में भी चर्चा हुई है। जल्द इस विषय को आगे बढ़ाया जाएगा। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज द्वारा कैबिनेट में शपथ नहीं लिए जाने से जुड़े सवाल पर नायब सैनी बोले कि अनिल विज हमारे वरिष्ठ नेता है और उनका आशीर्वाद हमारे साथ है। एक दिन पहले ही विधानसभा में हम साथ थे।
भाजपा व जजपा का गठबंधन चुनावी नहीं, सरकार चलाने के लिए था
जननायक जनता पार्टी से गठबंधन टूटने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि इस बारे में जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए भाजपा हाईकमान के स्तर पर निर्णय लिया गया है। यह गठबंधन संगठन स्तर पर नहीं था। उन्होंने बताया कि भाजपा व जजपा का गठबंधन सरकार चलाने के लिए था।