Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में चरम पर पहुंची कांग्रेस के दिग्गजों की अंदरुनी लड़ाई, सैलजा ने बढ़ाया समर्थकों को टिकट का दबाव

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़ः हरियाणा में कांग्रेस दिग्गजों के बीच चल रही मुख्यमंत्री पद की लड़ाई के बीच कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा ने पार्टी को अपनी पसंद के उम्मीदवारों का पैनल भेज दिया है। सैलजा द्वारा राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर अपनी पसंद के दावेदारों व समर्थकों का पैनल भेजे जाने की सूचना है।
इसी पैनल में कांग्रेस महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला और कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की पसंद के दावेदारों के नाम भी शामिल हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपनी पसंद के दावेदारों के नाम इस सूची में शामिल नहीं कराए हैं।
नेताओं को एकजुट करने में जुटे बीरेंद्र सिंह
चौधरी बीरेंद्र सिंह करीब 10 साल तक भाजपा की राजनीति कर कांग्रेस में लौटने के बाद से कांग्रेस दिग्गजों की एकजुटता के पक्षधर हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मंच पर भी दिखाई देते हैं और सैलजा व रणदीप के कार्यक्रमों में भी मौजूद रहते हैं। हालांकि उन्हें इस बात की पीड़ा है कि सोनीपत अथवा हिसार से उनके पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह को कांग्रेस ने लोकसभा का टिकट नहीं दिया।
इसके लिए बीरेंद्र सिंह कहीं न कहीं दबी जुबान में हुड्डा को निशाने पर लेते हैं, मगर खुलकर नहीं बोलते। अब बीरेंद्र सिंह की निगाह अपने बेटे बृजेंद्र सिंह के लिए उचाना विधानसभा सीट पर है, जहां पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़ेंगे। बीरेंद्र सिंह को लग रहा है कि हुड्डा के सहयोग के बिना उचाना में बृजेंद्र सिंह की राह आसान नहीं होगी। इसलिए वह कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी में उलझने की बजाय सीधे अपने टारगेट पर ध्यान दे रहे हैं।
सैलजा अपनी पसंद के उम्मीदवारों पर रहीं मुखर
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से पहले जब अध्यक्ष अजय माकन ने हरियाणा के सभी प्रमुख नेताओं की राय ली थी, तभी सैलजा ने कह दिया था कि विधानसभा चुनाव में उनकी पसंद के दावेदारों और समर्थकों का ध्यान रखा जाए।
इसके बाद कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने बयान दे दिया कि पार्टी किसी सांसद को विधानसभा चुनाव नहीं लड़वाएगी, जिस पर कुमारी सैलजा ने यह कहते हुए कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की कि पार्टी हाईकमान से अनुमति लेकर ही वह लोकसभा चुनाव लड़ी थीं और अब पार्टी हाईकमान से अनुमति प्राप्त कर ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगी।
हिसार, अंबाला और सिरसा जिलों में कुमारी सैलजा का सबसे अधिक प्रभाव है, जबकि कैथल व जींद जिलों में रणदीप सुरजेवाला तथा रेवाड़ी व गुरुग्राम जिलों में कैप्टन अजय यादव का प्रभाव माना जाता है।
सीएम की दावेदारी के लिए संख्या बल जुटाने की कसरत
कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। उनके साथ ही सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की दावेदारी भी कम नहीं हैं। हुड्डा और दीपेंद्र की दावेदारी के बीच कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मुख्यमंत्री पद की लाइन में मजबूत दावेदार हैं। ऐसे में किसी भी नेता के पास विधायकों का संख्या बल होना जरूरी है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान पर दबाव बनाने, अपने समर्थकों को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाने तथा सीएम पद की दावेदारी बरकरार रखने के लिए कुमारी सैलजा ने रणदीप व कैप्टन की सहमति के साथ अपनी पसंद के दावेदारों की लिस्ट कांग्रेस के पास भेजी है। यह लिस्ट कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष और पार्टी के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल को भेजे जाने की जानकारी है।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन