Haryana Politics: भजनलाल के परिवार के साथ हो गया बड़ा ‘खेला’, पहली बार चुनावी मैदान में नहीं बिश्नोई
नरेन्द्र विश्नोई, चंडीगढ़: Haryana loksabha Election 2024: हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 10 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। बीजेपी ने पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल परिवार को टिकट न देकर उनके साथ खेला कर दिया है। भजन लाल के परिवार का कोई भी सदस्य 2009 के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगा। 2009 से बिश्नोई परिवार लगातार लोकसभा चुनाव लड़ता आया है, लेकिन बीजेपी में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई को इस बार टिकट नहीं देकर उन्हें घर बैठा दिया है। हिसार लोकसभा सीट से दावेदारी पेश कर रहे कुलदीप बिश्नोई की जगह बीजेपी ने रणजीत चौटाला को मैदान में उतारा है। ऐसे में कुलदीप बिश्नोई का परिवार रणजीत चौटाला के चुनाव प्रचार से दूर होकर अपनी नाराजगी जता रहा है।
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में हुए थे शामिल
मार्च 2022 में कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव लड़वाया था। इस चुनाव में उन्होने जीत हासिल की थी। भव्य बिश्नोई की इस जीत के बात कुलदीप ने लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से दावेदारी पेश की थी। लेकिन परिवारवाद के खिलाफ आवाज उठाने वाली बीजेपी ने उनकी उस दावेदारी को खारिज कर दिया। बीजेपी ने निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला को पार्टी में शामिल करवाया। फिर पार्टी ने उन्हें हिसार से अपना उम्मीदवार घोषित किया। रणजीत चौटाला को टिकट मिलने के बाद कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य का दर्द भी सामने आया था।
एक के बाद एक लगे कई झटके
भजन लाल परिवार को बीजेपी में शामिल होने के बाद कई झटके लगे है। कुलदीप बिश्नोई की हिसार से टिकट कटने की बात हो या उनके बेटे भव्य को मंत्रिमंडल में जगह न मिलना। कुलदीप बिश्नोई को हर बार निराशा हाथ लगी है। हिसार से चौटाला परिवार की एंट्री पर कुलदीप बिश्नोई का दर्द भी सामने आया था। उन्होंने टिकट न मिलने पर समर्थकों के निराश होने की बात कहकर इशारों में दर्द बयां किया था। हरियाणा में सीएम बदलने के दौरान भी कुलदीप बिश्नोई को बड़ा झटका लगा था। कुलदीप को उम्मीद थी कि उनके बेटे भव्य बिश्नोई नई सरकार में मंत्री बनेंगे, लेकिन उनकी उम्मीद धरी की धरी रह गई। नायब सैनी के मंत्रिमंडल में उनके बेटे को जगह नहीं मिली।
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