Haryana News: रेवाड़ी में असामाजिक तत्वों ने की मंदिर में तोड़फोड़, भगवान की मूर्तियां की खंडित

नरेन्द्र सहारण, रेवाड़ी: Haryana News: रेवाड़ी जिले के जलियावास गांव में शनिवार रात एक छोटी पंचायत भूमि पर बने शिव मंदिर को तोड़े जाने की घटना ने गांव में तनाव का माहौल उत्पन्न कर दिया है। घटना के बाद से गांव में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। जैसे ही घटना की जानकारी मिली, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार यह शिव मंदिर कुछ समय पहले गांव की महिलाओं ने पंचायती भूमि पर स्थापित किया था। मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा और शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, जहां गांववासी नियमित रूप से पूजा-अर्चना और अभिषेक के लिए आते थे।
शिव मंदिर की स्थापना और पहले भी आए विवाद
जलियावास गांव की महिलाओं ने कुछ महीने पहले इस छोटे शिव मंदिर की स्थापना की थी, जिसमें शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। मंदिर का उद्देश्य गांव के लोगों के लिए एक धार्मिक स्थल उपलब्ध कराना था, जहां वे भगवान शिव की पूजा कर सकें। इस छोटे मंदिर ने गांववासियों के बीच एकता और आस्था को प्रोत्साहित किया था, और यहां गांव के सभी लोग नियमित रूप से पूजा के लिए आते थे।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मंदिर पर हमला हुआ है। पिछले वर्ष भी इसी गांव के कुछ असामाजिक तत्वों ने शिवलिंग को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया था, लेकिन तब गांव के बुजुर्गों और सरपंच की मध्यस्थता से मामला पंचायती स्तर पर ही सुलझा लिया गया था। उस समय ग्रामीणों ने अपने भाईचारे को बरकरार रखते हुए आपसी सहमति से मामले को रफा-दफा कर दिया था। लेकिन इस बार स्थिति थोड़ी अधिक संवेदनशील हो गई है, क्योंकि मंदिर को बुरी तरह से तोड़ दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया है।
पुलिस और प्रशासन का हस्तक्षेप
रविवार सुबह जब ग्रामीण पूजा के लिए मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने शिवलिंग और मंदिर को क्षतिग्रस्त पाया। यह दृश्य देख गांव में तनाव फैल गया और ग्रामीणों ने तत्काल पंचायत बुलाई। गांव की सरपंच मीना देवी ने कसौला थाना पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की और मंदिर में तोड़फोड़ के मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई। सरपंच मीना देवी के अनुसार, पहले भी मंदिर को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं हो चुकी हैं, और इस बार मंदिर तोड़े जाने से गांव में शांति भंग होने की आशंका बढ़ गई है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और भाईचारे को खतरा
गांववासियों ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। उनका मानना है कि इस तरह के हमलों से गांव में भाईचारा और सौहार्द बिगड़ सकता है। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि मंदिर तोड़े जाने से गांव के सामुदायिक संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और आपसी सौहार्द्र खतरे में आ सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि धार्मिक स्थल पर इस प्रकार की हरकतें एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकती हैं, जिसका उद्देश्य गांव के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ना है। ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पंचायत और ग्रामीणों की मांग
घटना के बाद आयोजित पंचायत में गांववासियों ने पुलिस से सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना ने उनकी धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है और उन्होंने अपनी एकता के प्रतीक मंदिर को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया है। पंचायत ने पुलिस और प्रशासन से मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
पंचायत में कई ग्रामीणों ने यह भी सुझाव दिया कि मंदिर के पास सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, ताकि ऐसी घटनाओं की निगरानी की जा सके। इसके साथ ही, गांव के बुजुर्गों ने अपील की है कि किसी भी तरह का आक्रोश न फैलाकर संयम बनाए रखा जाए और पुलिस की जांच में सहयोग किया जाए।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना
कसौला थाना पुलिस ने सरपंच मीना देवी की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत हैं। पुलिस की टीम घटना स्थल से साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है और आरोपियों की पहचान के लिए आस-पास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि गांव में शांति बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है और वे इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार वे गांव के लोगों के साथ लगातार संपर्क में हैं और उनकी हर संभव सहायता के लिए तैयार हैं। ग्रामीणों की भावना को देखते हुए पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी और किसी भी धार्मिक स्थल की सुरक्षा में किसी प्रकार की कमी नहीं रखी जाएगी।
भविष्य की चुनौतियां और निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक स्थलों और ग्रामीण समाज में सामुदायिक सौहार्द्र की सुरक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है। ऐसी घटनाएं गांव के लोगों के लिए न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी एक चुनौती बन जाती हैं। गांव में पहले भी इस तरह की घटना हुई थी, लेकिन तब आपसी समझौते से मामला सुलझा लिया गया था। इस बार, मंदिर के टूटने से ग्रामीणों की भावनाओं को ठेस पहुंची है और गांव में सामुदायिक तनाव बढ़ गया है।
हालांकि, ग्रामीणों ने संयम बनाए रखने का संकल्प किया है और उम्मीद जताई है कि पुलिस की ओर से इस मामले में सख्त कार्रवाई होगी। ग्रामीणों की मांग है कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और ऐसे तत्वों को सख्त से सख्त सजा मिले, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास करते हैं। इस घटना से यह साफ है कि गांव के सामाजिक और धार्मिक सौहार्द्र को बरकरार रखने के लिए पुलिस और प्रशासन को और अधिक सजग रहना होगा।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन