Haryana Politics: भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, तीन माह के लिए सरकार नहीं बनाएगी कांग्रेस, हार्स ट्रेडिंग की जताई आशंका

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Haryana Politics हरियाणा में पिछले चार दिनों से चल रहे सियासी घमासान के बीच प्रदेश की भाजपा सरकार को थोड़ी राहत मिली है। प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने अपने साथ बहुमत होने का दावा तो किया, लेकिन सरकार बनाने से इन्कार कर दिया। कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद और मुख्य सचेतक भारत भूषण बतरा शुक्रवार शाम को विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का संदेश लेकर हरियाणा राजभवन पहुंचे। कांग्रेस राज्यपाल से मिलकर अल्पमत में चल रही हरियाणा की भाजपा सरकार को बर्खास्त करने तथा प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाकर विधानसभा चुनाव कराने की मांग करना चाहती थी, लेकिन राज्यपाल नहीं मिले।

हुड्डा का पत्र लेकर पहुंचे राज्यपाल के पास

आफताब अहमद और भारत भूषण बतरा के हरियाणा राजभवन पहुंचने से 15 मिनट पहले ही राज्यपाल अपनी निजी यात्रा पर चले गए। कांग्रेस के इन दोनों नेताओं ने राज्यपाल के सचिव को विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा का पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया कि भाजपा सरकार अल्पमत में चल रही है। उसके साथ अब बहुमत नहीं रहा। इसलिए प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। राज्यपाल के सचिव ने कांग्रेस का यह पत्र राज्यपाल तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया। कांग्रेस ने राज्यपाल को विकल्प भी दिया है। भूपेंद्र हुड्डा की ओर से कहा गया कि यदि राज्यपाल भाजपा सरकार को बर्खास्त नहीं करते और न ही राष्ट्रपति शासन लगाते तो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर अपना बहुमत साबित करने के लिए कहा जाना चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 15 मई को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है।

हम विधायकों की खरीदफरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) के पक्ष में नहीं

राजभवन से लौटे आफताब अहमद और भारत भूषण बतरा ने चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम विधायकों की खरीदफरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) के पक्ष में नहीं हैं, जो आज तक भाजपा करती आई है। कांग्रेस के 30, जजपा के 10, चार निर्दलीय और एक इनेलो (कुल 45) विधायक हमारे साथ हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के पास विधायकों की संख्या 43 बताई जा रही है, जो कि बहुमत से दो कम है। इसलिए भाजपा सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है। अल्पमत की भाजपा सरकार कोई नीतिगत फैसले भी नहीं ले सकती।

आन रिकार्ड कोई विधायक असंतुष्ट नहीं

आफताब अहमद और भारत भूषण को जब यह बताया गया कि जजपा के सभी 10 विधायक एकजुट नहीं हैं और पार्टी जबरदस्त फूट का शिकार है तो उन्होंने कहा कि आन रिकार्ड कोई विधायक असंतुष्ट नहीं है। किसी ने जजपा नहीं छोड़ी। वह सभी जजपा के विधायक हैं। जजपा विधायक दल के नेता दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को पत्र लिखकर भाजपा सरकार के अल्पमत में होने तथा प्रदेश सरकार को बर्खास्त करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला कल ही राज्यपाल को पत्र भेजकर यह मांग कर चुके हैं। शुक्रवार को महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने भी राज्यपाल को पत्र लिखकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।

कांग्रेस राजभवन में अपने 30 विधायकों की परेड कराने को तैयार

कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक भारत भूषण बतरा ने कहा कि ऐसा कोई प्रविधान नहीं है कि किसी सरकार द्वारा एक बार विश्वास मत साबित करने के बाद अगले छह माह तक उसके विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता। विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि यदि राज्यपाल कहेंगे तो हम अपनी पार्टी के सभी 30 विधायकों की परेड राजभवन में कराने को तैयार हैं। दोनों कांग्रेस नेताओं ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम तीन माह के लिए सरकार नहीं बनाएंगे। ऐसा करने पर विधायकों की खरीद-फरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) होगी। इसलिए हमने राजभवन पहुंचकर प्रदेश की भाजपा सरकार को बर्खास्त करने व राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कराने की मांग की है।

इसलिए सरकार बनाने का दावा नहीं कर रही कांग्रेस

हरियाणा में प्रमुख विपक्षी दल के नाते कांग्रेस द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करने के पीछे राजनीतिक कारण हैं। कांग्रेस को यह भरोसा नहीं है कि जजपा के सभी 10 विधायक एकजुट हैं। छह विधायक बागी चल रहे हैं, जिनमें से चार भाजपा के साथ और दो कांग्रेस के साथ हैं। राज्यपाल ने यदि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए कह दिया तो कांग्रेस को यह भरोसा नहीं है कि जजपा के सभी 10 विधायक उसके साथ खड़े नजर आएंगे। ऐसी स्थिति में जजपा के वे तीन विधायक देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा विधायक पदों से इस्तीफे दे सकते हैं, जिन्होंने तीन दिन पहले पानीपत में पूर्व सीएम मनोहर लाल से मुलाकात की थी। दो विधायक रामकरण काला और चौधरी ईश्वर सिंह ही कांग्रेस के साथ हैं, जबकि विधायक रामकुमार गौतम कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के पक्ष की बात करते हैं।

मनोहर लाल की तरह चौटाला व हुड्डा को भी मिले जेड प्लस सुरक्षा

कांग्रेस विधायक दल के उप नेता ने मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जेड प्लस श्रेणी की सिक्योरिटी प्रदान किए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल करनाल लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी हैं। प्रदेश में दो पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला व भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी हैं। यदि पूर्व मुख्यमंत्रियों को सिक्योरिटी देने की व्यवस्था की बात है तो चौटाला व हुड्डा को भी जेड प्लस श्रेणी की सिक्योरिटी प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस संबंध में राज्य चुनाव आयोग के पास शिकायत भेजी जा रही है।

 

Tag- Haryana Politics, Haryana Congress, Bhupendra Singh Hooda, Harayana government

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