Haryana Politics: इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बताया खलनायक, बताया कारण

नरेन्द्र सहारण, गुरुग्राम: Haryana Politics: इनेलो सुप्रीमो व पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ‘हरियाणा का सबसे बड़ा खलनायक’ बताते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने जेल जाने से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) से हाथ मिलाया और राज्य की जनता को धोखा दिया।
कांग्रेस-भाजपा की मिलीभगत का आरोप
अभय सिंह चौटाला का आरोप है कि भूपेंद्र हुड्डा के इशारे पर इनेलो को इंडी गठबंधन में शामिल नहीं होने दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि इनेलो पार्टी इस गठबंधन में शामिल होती, तो न केवल हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीतने में सफलता मिलती, बल्कि विधानसभा चुनाव में भी भा.ज.पा. को सत्ता के बाहर रखा जा सकता था।
उनका यह भी कहना था कि प्रदेश की जनता भाजपा को सत्ता में बनाए रखने के लिए कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी (जजपा) को ‘गद्दार’ मानती है। यह स्थिति हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है, खासकर ऐसे समय में जब चुनावों की तिथियां नजदीक आ रही हैं।
जनता के बीच जाएंगे अभय चौटाला
इनेलो सुप्रीमो अभय चौटाला ने यह भी घोषणा की है कि वह 25 अप्रैल के बाद हरियाणा के 90 हलकों के बड़े गांवों में जाकर आम जनता को भा.ज.पा. और कांग्रेस की मिलीभगत के बारे में अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा, “हम जनता को यह बताने जा रहे हैं कि कैसे इन दलों ने उनकी भलाई की बजाय अपनी व्यक्तिगत लाभ के लिए सहयोग किया है।”
चुनावी रणनीतियों पर सवाल
अभय ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा के इशारे पर 16 विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर प्रत्याशियों को उतारा, जिनकी वजह से सभी चुनाव हार गए। इसके परिणामस्वरूप भा.ज.पा. सरकार बनाने में सफल रही। चौटाला ने यह उम्मीद जताई है कि आगामी चुनावों में जनता सही निर्णय लेगी और कांग्रेस तथा भाजपा के खिलाफ वोट करेंगी।
इनेलो की मजबूती का दावा
आगे उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और भाजपा को जनता अब पहचान चुकी है और आने वाला समय इनेलो का होगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आम लोगों के साथ संवाद करें और उन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं जो जनता के हित में हैं।
पार्टी संगठन में बदलाव
अभय चौटाला ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि केवल ‘चेहरा दिखाने वाले’ और ‘काम नहीं करने वाले’ लोगों को पार्टी संगठन में कोई जगह नहीं होगी। यह घोषणा पार्टी के भीतर एक नई ताकत और सक्रियता की ओर इशारा करती है, जो कि आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
बदलाव के संकेत
अभय सिंह चौटाला के ये आरोप और जनहित में उनके द्वारा उठाए गए कदम यह संकेत देते हैं कि हरियाणा की राजनीति में अगले कुछ महीनों में काफी हलचल रहने वाली है। जनता की नज़र इस बात पर होगी कि क्या इनेलो अपने बलबूते पर राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव ला सकेगी।
हरियाणा की जनता इस बार एक मजबूत विकल्प की तलाश में है, और अभय सिंह चौटाला की नेतृत्व में इनेलो ने इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए पूरी तैयारी की है। समय आने पर यह देखना होगा कि क्या इनेलो अपने दावों को सही ठहरा पाने में सफल हो पाती है या नहीं।
पदाधिकारियों की नियुक्ति की जिम्मेदारी
बैठक में संगठन की मजबूती के ऊपर विस्तार से चर्चा की गई। संगठन के बाकी बचे सभी पदाधिकारियों की नियुक्ति करने की जिम्मेदारी प्रकाश भारती एवं करण चौटाला को दी गई। बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा, प्रकाश भारती, आदित्य देवीलाल, करण चौटाला एवं उमेद लोहान के अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, पलवल, नूंह, रोहतक, झज्जर और सोनीपत के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष के साथ ही राज्य कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद रहे। सभी जिलाध्यक्षों को अपने जिलों में पार्टी कार्यालय खोलने और कार्यालय सचिव नियुक्त करने के निर्देश दिए गए।
संगठन में साफ छवि के उनलोगों को शामिल किया जाएगा जो चौधरी देवीलाल की विचारधारा से जुड़े हैं और किन्हीं कारणों से पार्टी को छोडक़र चले गए। बैठक में हर साल 25 सितंबर को जननायक देवीलाल की जयंती और छह अप्रैल को पुण्यतिथि मनाने के अलावा एक जनवरी को स्व. चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के जन्मदिवस को कार्यकर्ता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
20 दिसंबर को चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की पुण्यतिथि को लौहपुरुष दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। यही नहीं पार्टी 14 फरवरी को युवा दिवस और 17 अक्टूबर को पार्टी स्थापना दिवस मनाने के अलावा सभी महापुरुषों की जयंती धूमधाम से मनाएगी। इसके लिए एक कैलेंडर भी जारी किया जाएगा। बैठक में अशोक प्रधान को पार्टी के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक की जिम्मेदारी दी गई।