Houthis Attack: भारत की सीमा के पास हुतियों की स्ट्राइक, अरब सागर में टैंकर जहाज पर ड्रोन हमला
नई दिल्ली, BNM News: Houthis Drone Ship Indian Ocean: अरब सागर में भारतीय तट के पास एक व्यापारिक जहाज पर ड्रोन हमला हुआ है। यह जहाज भारत की यात्रा पर आ रहा था। माना जा रहा है कि हुतियों ने इस हमले को अंजाम दिया है जो लाल सागर में भीषण मिसाइल और विस्फोटक से लैस ड्रोन हमले कर रहे हैं। ऐसे भारतीय नौसेना सतर्क हो गई है। यह जहाज इजराइल से संबद्ध था। इसने जहाजों को रास्ता बदलने और अफ्रीका के दक्षिणी सिरे के आसपास लंबा रास्ता अपनाने के लिए मजबूर कर दिया है।
भारतीय तट के पास व्यापारिक जहाज पर ड्रोन हमला
भारतीय तट के पास हिंद महासागर में लाइबेरिया के झंडे वाले टैंकर पर ड्रोन से हमला किया गया है। अरब सागर में हुए इस हमले की कई रिपोर्टों में पुष्टि हुई है। इससे पहले ब्रिटेन के मैरिटाइम ट्रेड ऑपरेशन संगठन ने इस हमले के बारे में सूचना दी थी। बताया जा रहा है कि हमले में जहाज पर मौजूद कोई भी चालक दल का सदस्य घायल नहीं हुआ है। यह व्यापारिक जहाज अपने गंतव्य भारत की यात्रा को जारी रखे हुए है। इस ड्रोन हमले के बाद जहाज को कुछ नुकसान पहुंचा है। इस हमले का शक यमन के हूतियों पर जताया जा रहा है।
इजरायल से जुड़े जहाज को निशाना बनाएंगे
बताया जा रहा है कि गुजरात के वेरावल तट से 200 मील की दूरी पर यह ड्रोन हमला किया गया है। बताया जा रहा है कि इजरायल से इस जहाज का संबंध था और भारत आ रहा था। हुतियों ने ऐलान किया था कि वे इजरायल से जुड़े किसी भी जहाज को निशाना बनाएंगे। अब भारतीय तट पर ड्रोन हमले के बाद इसका शक हुतियों की ओर जा रहा है। इस हमले की अभी जांच की जा रही है। इस जहाज को पूरी सावधानी के साथ आगे की यात्रा को पूरा करने के लिए कहा गया है।
भारत ने अदन की खाड़ी में तैनात किए युद्धक जहाज
भारत आ रहे जहाज पर ड्रोन हमले के बाद उसमें आग लग गई। इससे पहले इजरायल के हमले का विरोध कर रहे यमन के हुती विद्रोहियों ने भारत आ रहे एक जहाज का अपहरण कर लिया था। यही नहीं, हुतियों ने लाल सागर में कई मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिससे कई जहाजों को नुकसान पहुंचा है। हुतियों को ईरान का खुला समर्थन हासिल है और वे हमास के समर्थन में ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं। इससे दुनिया के इस सबसे व्यस्त व्यापारिक मार्गों में शामिल समुद्री रास्ता अब संकट में आ गया है। यही वजह है कि कई कंपनियां अब अफ्रीका के रास्ते व्यापार कर रही हैं। इसमें बहुत खर्च आ रहा है।
दो मिसाइलों से लैस डेस्ट्रायर तैनात
इससे पहले भारत ने हुतियों के हमले को देखते हुए अदन की खाड़ी में दो मिसाइलों से लैस डेस्ट्रायर को तैनात किया था। भारत ने इस पूरे इलाके में भारतीय जहाजों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। वहीं हूती विद्रोही अपने हमलों को बढ़ा रहे हैं और इसको देखते हुए अमेरिका ने 20 देशों के साथ मिलकर एक मैरिटाइम फोर्स बनाई है, ताकि जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके। इस बीच हूतियों ने धमकी दी है कि वे लाल सागर को अमेरिकी जहाजों का कब्रिस्तान बना देंगे।