नोएडा में पति-पत्नी ने मॉडल्स के न्यूड वीडियो शूट किए:500 लड़कियां हायर कीं, अपलोड करके 22 करोड़ कमाए; ED ने खुलासा किया

BNM NEWS नोएडा का एक शानदार बंगला…अंदर स्टूडियो, जहां मॉडल्स का न्यूड वीडियो शूट होता था। ED की टीम ने 28 मार्च को सेक्टर-105 के बंगले में छापा मारा, तो ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट का पता चला।

पूछताछ में सामने आया कि पति-पत्नी सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर मॉडल्स की भर्ती करते। फिर उनका लाइव कैम पर अश्लील वीडियो शूट करके विदेशी पोर्न वेबसाइटों पर अपलोड कर देते थे। इसके एवज में उन्हें मोटी रकम मिलती थी। जिसका करीब 25 प्रतिशत मॉडल्स को देते थे। पति-पत्नी 500 से ज्यादा मॉडल्स को हायर कर करीब 22 करोड़ कमा चुके हैं।

 

नोएडा का एक शानदार बंगला…अंदर स्टूडियो, जहां मॉडल्स का न्यूड वीडियो शूट होता था। ED की टीम ने 28 मार्च को सेक्टर-105 के बंगले में छापा मारा, तो ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट का पता चला।

 

 

पूछताछ में सामने आया कि पति-पत्नी सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर मॉडल्स की भर्ती करते। फिर उनका लाइव कैम पर अश्लील वीडियो शूट करके विदेशी पोर्न वेबसाइटों पर अपलोड कर देते थे। इसके एवज में उन्हें मोटी रकम मिलती थी। जिसका करीब 25 प्रतिशत मॉडल्स को देते थे। पति-पत्नी 500 से ज्यादा मॉडल्स को हायर कर करीब 22 करोड़ कमा चुके हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) को 22 करोड़ रुपए की फॉरेन फंडिंग का पता चला था। इसका पता लगाने के लिए जांच एजेंसी बंगले तक पहुंची थी।

 

बंगला उज्ज्वल किशोर का है। उन्होंने 5 साल पहले अपनी पत्नी नीलू श्रीवास्तव के साथ मिलकर ‘सब-डिजी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की कंपनी बनाई थी। कंपनी का डायरेक्टर उज्ज्वल है।

 

पति-पत्नी घर से ही कारोबार की आड़ में एडल्ट वेबकैम स्टूडियो चला रहे थे। टीम ने जब छापेमारी की तो कुछ मॉडल्स वहां वीडियो शूट करती मिलीं। जांच एजेंसी ने जब उनसे पूछताछ की तो ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट का खुलासा हुआ।

 

फ्लैट के ऊपरी हिस्से में बनाया हाईटेक स्टूडियो ED की छापेमारी में बंगले के ऊपरी हिस्से में एक प्रोफेशनल वेबकैम स्टूडियो मिला। स्टूडियो में हाईटेक सेटअप लगाया गया था, जहां से ऑनलाइन कंटेंट विदेशी साइटों को भेजा जाता था।

 

उज्ज्वल किशोर ने ED को बताया कि उन्होंने साइप्रस की एक कंपनी ‘टेक्नियस लिमिटेड’ से समझौता किया था। टेक्नियस लिमिटेड ‘एक्स हैम्सटर’ और ‘स्ट्रिपचैट’ जैसी पोर्न वेबसाइट चलाती है।

 

नोएडा में देसी पोर्न बनाकर यह कपल विदेशी वेबसाइट को भेजता था। बदले में उनके अकाउंट में मोटी रकम भेजी जाती थी। कस्टमर का पैसा पहले क्रिप्टो करेंसी के जरिए टेक्नियस लिमिटेड के पास जाता था। इसके बाद उज्ज्वल के पास भेजा जाता था।

सरकार को बताया मार्केट रिसर्च और पब्लिक ओपिनियन पोल का फंड उज्ज्वल की कंपनी सब-डिजी के खाते में विदेश से लगातार मोटी रकम आ रही थी। कंपनी की ओर से सरकार को बताया जाता था कि वह विज्ञापन, मार्केट रिसर्च और पब्लिक ओपिनियन पोल जैसे कारोबार में शामिल है। FEMA नियमों के उल्लंघन का शक होने पर ED ने जब इसकी जांच शुरू की तो पूरा खेल सामने आ गया।

 

ED के मुताबिक, सब-डिजी कंपनी और इसके डायरेक्टर्स के अकाउंट्स में विदेशों से 15.66 करोड़ रुपए आने का पता चला है। इसके अलावा नीदरलैंड्स में भी एक अकाउंट का पता चला है, जिसमें 7 करोड़ रुपए भेजे गए थे। इसे इंटरनेशनल डेबिट कार्ड्स के जरिए भारत में कैश कराया जा चुका है। इस तरह अब तक 22 करोड़ से अधिक कमाई का पता चल चुका है। घर के एक कमरे से 8 लाख रुपए कैश भी बरामद हुआ है।

 

लड़कियों को 1 से 2 लाख रुपए का लालच दिया जाता सूत्रों के मुताबिक, उज्ज्वल ने फेसबुक पर चेप्टो डॉट कॉम नाम का एक पेज बनाया था। जिसमें मॉडलिंग के ऑफर दिए जाते थे और लड़कियों को मोटी सैलरी का लालच देकर हायर किया जाता था।

 

दिल्ली-एनसीआर की कई लड़कियों ने इस पेज के जरिए उनसे संपर्क किया था। जब वे नोएडा स्थित फ्लैट पर ऑडिशन देने पहुंचती थीं तो आरोपी की पत्नी उन्हें इस पोर्न रैकेट का हिस्सा बनने का प्रस्ताव देती थी।

 

लड़कियों को 1 से 2 लाख रुपए महीने कमाने का लालच दिया जाता था। जांच एजेंसियों को शक है कि इस रैकेट के जरिए 500 से ज्यादा लड़कियों को हायर किया जा चुका है।

पैसे के हिसाब से लड़कियों को देते थे टास्क ED के मुताबिक, ऑनलाइन पोर्नोग्राफी के दौरान लड़कियों के अलग-अलग तरीके के टास्क होते थे। मतलब कस्टमर जितना पैसा भेजता था, उसी हिसाब से लड़कियां एक्ट करती थीं। जैसे…

 

हाफ फेस शो (जहां चेहरा आधा दिखता था)

फुल फेस शो (जहां पूरा चेहरा दिखता था)

न्यूड कैटेगरी (जिसमें पूरी तरह नग्नता होती थी)

इनके लिए ग्राहकों से अलग-अलग रकम वसूली जाती थी। इस कमाई का 75% हिस्सा पति-पत्नी के पास जाता था, जबकि 25 प्रतिशत हिस्सा लड़कियों को दिया जाता था।

 

पूछताछ में सामने आया कि मुख्य आरोपी पहले रूस में एक ऐसे ही सिंडिकेट का हिस्सा रह चुका है। बाद में भारत आकर अपनी पत्नी के साथ इस पोर्नोग्राफी रैकेट को शुरू किया। इस मामले में ED जल्द ही और भी गिरफ्तारियां कर सकती है। नोएडा पुलिस भी जल्द इस मामले की जांच करेगी। फिलहाल ED ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। ED ने इस दंपती के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत कार्रवाई की है।