Kaithal News: युवक को अमेरिका भेजने के नाम पर ठगे 12 लाख, आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

नरेन्द्र सहारण, कैथल : Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले के चीका थाना क्षेत्र में एक युवक को अमेरिका भेजने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस ठगी का शिकार गांव थेहबनेड़ा के सरपंच रामपाल और उनके भाई देशराज बने। आरोपियों ने पीड़ितों से विदेश भेजने का झांसा देकर पासपोर्ट, दस्तावेज और भारी रकम हड़प ली। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई ठगी?
सरपंच रामपाल ने चीका थाना में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी गांव के ही मनजोत सिंह से काफी समय से जान-पहचान थी। इसी पहचान का फायदा उठाते हुए मनजोत सिंह ने रामपाल से संपर्क किया। मई 2024 के दूसरे सप्ताह में मनजोत सिंह अपने एक साथी, पिल्लूखेड़ा जिला जींद निवासी आशिफ अली खान के साथ रामपाल के घर पहुंचे।
मनजोत सिंह ने दावा किया कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है और रामपाल के भाई देशराज को भी अमेरिका भेज सकता है। उसने यह भी वादा किया कि वहां पहुंचने के बाद देशराज को स्थायी निवास (पीआर) दिलवा देगा।
मनजोत सिंह ने बताया कि अमेरिका भेजने में 30-35 लाख रुपये का खर्च आएगा। हालांकि, एक शर्त यह भी रखी गई कि अगर देशराज को गैर-कानूनी तरीके से डंकी रूट (अवैध मार्ग) के जरिए भेजा गया, तो कोई अतिरिक्त खर्च नहीं होगा। इन दावों से प्रभावित होकर रामपाल ने अपने भाई देशराज का पासपोर्ट, फोटो और अन्य दस्तावेज आरोपियों को सौंप दिए।
किस्तों में लिए 12 लाख रुपये
आरोपियों ने विदेश भेजने की प्रक्रिया शुरू करने के नाम पर रामपाल से समय-समय पर 12 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद नौ अगस्त 2024 को दोनों आरोपी देशराज को मुंबई ले गए। वहां उसे करीब 10 दिनों तक ठहराया गया, लेकिन न तो किसी फ्लाइट का इंतजाम हुआ और न ही अमेरिका भेजने की प्रक्रिया आगे बढ़ी।
देशराज को मजबूरन वापस लौटना पड़ा। वापस आने के बाद जब सरपंच रामपाल ने आरोपियों से संपर्क किया, तो उन्होंने बहाने बनाना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद आरोपियों ने फोन उठाना भी बंद कर दिया।
धमकियां भी दीं
जब रामपाल और देशराज ने आरोपियों से अपने पैसे और दस्तावेज वापस मांगे, तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। इस घटना से परेशान होकर रामपाल ने पुलिस का सहारा लिया और चीका थाना में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने मामला दर्ज किया
चीका थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने दोनों आरोपियों, मनजोत सिंह और आशिफ अली खान, के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किए जाएंगे।
विदेश भेजने के नाम पर बढ़ती ठगी के मामले
यह घटना उन कई मामलों में से एक है, जहां विदेश जाने की चाहत रखने वाले लोगों को ठगों का शिकार बनना पड़ता है। बेहतर भविष्य और अच्छी कमाई के सपने दिखाकर एजेंट और दलाल भोले-भाले लोगों को ठग लेते हैं। इनमें से कई बार लोग अपनी जमीन-जायदाद बेचकर या उधार लेकर रकम जुटाते हैं, लेकिन बदले में उन्हें धोखा मिलता है।
इस मामले में भी आरोपियों ने अमेरिका जैसे बड़े देश में जाने और वहां स्थायी निवास का वादा कर रामपाल और उनके परिवार को भ्रमित किया।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। ठगों के चंगुल में फंसने से बचने के लिए केवल प्रमाणित एजेंट या आधिकारिक चैनलों के माध्यम से ही विदेश जाने की प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए।
ठगी से बचाव के उपाय
प्रमाणित एजेंट का चयन करें: विदेश भेजने वाले एजेंट का रिकॉर्ड और लाइसेंस जांचें।
कानूनी दस्तावेजों की जांच करें: सभी प्रक्रिया कानूनी होनी चाहिए और एजेंट से पक्के दस्तावेज मांगें।
सरकारी सहायता लें: पासपोर्ट और वीजा से संबंधित कार्यों के लिए सरकारी कार्यालयों का सहारा लें।
अवैध रास्तों से बचें: डंकी रूट या अन्य अवैध तरीकों से विदेश जाने की कोशिश न करें। यह न केवल खतरनाक है, बल्कि गैर-कानूनी भी है।
गांव थेहबनेड़ा के सरपंच रामपाल और उनके भाई के साथ हुई ठगी की यह घटना एक बड़ा सबक है। विदेश जाने के लिए लालच में आकर गलत लोगों पर भरोसा करना महंगा पड़ सकता है। पुलिस की सक्रियता से उम्मीद की जा रही है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। वहीं, ऐसे मामलों में जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।