Kaithal News: क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगे 60 हजार रुपये

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल। Kaithal News: साइबर अपराध के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जहां ठग नई-नई तरकीबों से भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला हरियाणा के गांव हाबड़ी से सामने आया है। यहां विचित्र सिंह नामक व्यक्ति से क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर करीब 60 हजार रुपये की ठगी कर ली गई।

कैसे हुई ठगी?

विचित्र सिंह ने साइबर थाना में दर्ज शिकायत में बताया कि घटना 8 जून 2024 की है। उनके पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉलर ने स्वयं को इंडसइंड बैंक का प्रतिनिधि बताते हुए उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया। पहले तो विचित्र सिंह को थोड़ा संदेह हुआ, लेकिन कॉलर ने इतनी चतुराई से बातचीत की कि वह उसकी बातों में आ गए।

कॉलर ने कहा कि क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए उन्हें कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। इसके लिए उसने एक लिंक भेजा और उस पर क्लिक करने को कहा। लिंक पर क्लिक करते ही विचित्र सिंह के क्रेडिट कार्ड से 59,974 रुपये कट गए।

ठगी का अहसास और पुलिस में शिकायत

रुपये कटने के बाद विचित्र सिंह को ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने तुरंत बैंक से संपर्क किया, जहां उन्हें बताया गया कि उनके खाते से unauthorized लेन-देन हुआ है। इसके बाद उन्होंने साइबर थाना में शिकायत दर्ज करवाई। थाना प्रभारी सुभ्रांशु ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

ठगी का तरीका

इस मामले में ठगों ने बेहद चतुराई से क्रेडिट कार्ड धारक की जानकारी और विश्वास का फायदा उठाया। कॉलर ने बैंक कर्मचारी के रूप में खुद को पेश किया और पीड़ित को यह विश्वास दिलाया कि उसकी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने से उसे लाभ होगा। लिंक भेजकर ठग ने पीड़ित को अनजाने में ही अपनी वित्तीय जानकारी साझा करने पर मजबूर कर दिया।

सावधानी के सुझाव

इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि साइबर ठग किस तरह से लोगों को धोखा देकर उनकी मेहनत की कमाई लूट रहे हैं। ऐसी स्थितियों में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।

अनजान कॉल्स से बचें: यदि कोई अज्ञात व्यक्ति बैंक कर्मचारी बनकर फोन करे, तो उसकी बातों पर भरोसा न करें।
लिंक पर क्लिक करने से बचें: किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें। यह आपके डिवाइस और वित्तीय जानकारी को खतरे में डाल सकता है।
बैंक से संपर्क करें: अगर किसी भी तरह की समस्या या संदेह हो, तो सीधे बैंक की आधिकारिक हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
साइबर जागरूकता बढ़ाएं: बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान कभी भी फोन या ईमेल के जरिए संवेदनशील जानकारी नहीं मांगते।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर थाना टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कॉलर कौन था और उसने यह अपराध कहां से अंजाम दिया। साथ ही ठगी के इस गिरोह को पकड़ने के लिए साइबर विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।

साइबर अपराधों से निपटने की चुनौती

साइबर अपराध आज के डिजिटल युग की एक बड़ी समस्या बन चुके हैं। हर दिन नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में, नागरिकों को सतर्क रहने और जागरूकता फैलाने की जरूरत है। यह घटना एक स्पष्ट चेतावनी है कि हमें अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी के प्रति अधिक सतर्क रहना होगा। पुलिस और बैंक की सतर्कता के साथ-साथ लोगों की सावधानी ही ऐसे अपराधों को रोकने में कारगर साबित हो सकती है।