Kaithal News: कैथल में ब्लॉक समिति सदस्य के पति पर हमला, चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग न करने की रंजिश
नरेन्द्र सहारण, कैथल : Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले के सीवन ब्लॉक में पंचायत समिति के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद एक गंभीर हमला हुआ। यह घटना उस समय चर्चा में आई जब ब्लॉक समिति के वार्ड 4 की सदस्य सिंद्र कौर के पति सुखविंदर पर कथित तौर पर जानलेवा हमला किया गया। आरोप है कि यह हमला पूर्व विधायक की राजनीतिक साजिश का हिस्सा हो सकता है।
क्या हुआ था?
12 नवंबर को सीवन ब्लॉक समिति के अध्यक्ष मनजीत कौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस प्रस्ताव में 16 में से 13 सदस्य उपस्थित हुए, जिनमें से 12 सदस्यों ने मनजीत कौर के खिलाफ मतदान किया। इस परिणाम के आधार पर मनजीत कौर को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। हालांकि, वार्ड 4 की सदस्य सिंद्र कौर और उनके पति सुखविंदर ने इस मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया।
सुखविंदर ने आरोप लगाया है कि मतदान में भाग न लेने के कारण उनके खिलाफ रंजिश पनपी, और इसी के चलते उन पर हमला किया गया।
हमले की घटना
घटना उस समय की है जब सुखविंदर अपने घर डेरा राय सिंह पर निर्माण सामग्री उतार रहे थे। तभी अचानक कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में सुखविंदर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत कैथल के नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पूर्व विधायक पर लगाए गए आरोप
सुखविंदर ने अस्पताल में बयान देते हुए दावा किया कि हमले के पीछे एक पूर्व विधायक का हाथ हो सकता है। उनका कहना है कि पूर्व विधायक ने अपने समर्थकों के माध्यम से उन पर यह हमला करवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदान प्रक्रिया में हिस्सा न लेने का विरोध जताने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल प्रदीप ने बताया कि उन्हें झगड़े की सूचना मिली थी और वे घायल सुखविंदर का बयान लेने अस्पताल पहुंचे। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि सुखविंदर अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हैं।
हेड कॉन्स्टेबल प्रदीप का कहना है कि प्रारंभिक जांच में अभी तक राजनीतिक रंजिश की बात सामने नहीं आई है। फिर भी, पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
अविश्वास प्रस्ताव का असर
सीवन ब्लॉक समिति के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद यह मामला राजनीतिक रूप से गरमाया हुआ है। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 12 सदस्यों ने मतदान किया, जबकि केवल एक सदस्य ने अध्यक्ष के पक्ष में मतदान किया।
घटनाक्रम के बाद से यह साफ हो गया है कि सीवन ब्लॉक में राजनीतिक मतभेद और आपसी खींचतान ने गंभीर रूप ले लिया है। इस घटना ने न केवल क्षेत्र में राजनीतिक माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है, बल्कि यह भी सवाल खड़े किए हैं कि क्या स्थानीय राजनीति अब व्यक्तिगत हमलों का माध्यम बन चुकी है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भी आक्रोश देखा गया। कई लोगों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कुछ लोगों का कहना है कि यह घटना राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम है और इस तरह की घटनाएं पंचायत और ब्लॉक स्तर की राजनीति पर बुरा प्रभाव डालती हैं।
क्या कहता है कानून?
ऐसे मामलों में कानून के अनुसार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। हमले से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि क्या लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हिंसा का कोई स्थान होना चाहिए।
राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का काला चेहरा
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि भारतीय राजनीति में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता किस हद तक व्यक्तिगत दुश्मनी में बदल सकती है। सीवन ब्लॉक समिति का यह मामला न केवल स्थानीय राजनीति का उदाहरण है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि राजनीति में संवाद और सहमति को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, न कि हिंसा और प्रतिशोध को।
लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर सवाल
कैथल की यह घटना लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े करती है। यह स्पष्ट है कि राजनीति में शक्ति और प्रभाव की होड़ कभी-कभी इस स्तर तक गिर सकती है कि इसका खामियाजा निर्दोष लोगों को भुगतना पड़ता है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में किस तरह से न्याय दिलाने का प्रयास करती है और क्या राजनीतिक नेताओं के खिलाफ लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच होती है।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन