Kaithal News: नहीं चाहिए सीवन नगरपालिका, नाराज लोगों ने कैथल-पटियाला मुख्य मार्ग पर लगाया जाम

नरेन्द्र सहारण, सीवन। कैथल जिले की सीवन नगरपालिका भंग करवाने की मांग के समर्थन में कस्बा के लोग फिर से लामबंद हो गए। उन्होंने नारेबाजी करते हुए कैथल-पटियाला मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। इस दौरान जाम से सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। जाम की सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी नरेश कुमार ने लोगों को समझा कर करीब आधे घंटे के बाद जाम खुलवाया। इससे पहले सुबह के समय रामा आश्रम में कस्बा के लोगों ने बैठक की। ग्रामीणों ने एक संघर्ष समिति का गठन किया है, जिसके जरिए ग्रामीण अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाएंगे।

नगरपालिका बनाए जाने से उल्टे नुकसान हुआ

 

इस मौके पर अमरेंद्र खारा,प्रशांत आनंद, बलदेव सिंह बल्ली, सुरेश वधवा, बाल कृष्ण मोरे, सुरेंद्र नागपाल, यशपाल राणा, साधा राम, सोनू सैनी, पाली सैनी, कुमारी संगीता ने कहा कि नगरपालिका बनाए जाने से सीवन के लोगों को कोई लाभ नहीं हुआ है। इससे उल्टा लोगों को नुकसान हुआ है। लोगों को बेरोजगार कर दिया गया है। युवाओं के लिए ग्रामीण क्षेत्र का मिलने वाला आरक्षण समाप्त हो गया, लोगों पर टैक्स का बोझ डाल दिया गया है। इसके अतिरिक्त बहुत से ऐसे नुकसान हुए हैं जो लोगों को धीरे- धीरे समझ में आ रहे हैं।

नगरपालिका बनाए जाने का विरोध कर रहे सीवन गांव के लोग। फाइल

ग्रामीण क्षेत्र में होने की वजह से फायदा बंद हो गया

 

ग्रामीणों का कहना है कि पहले गांव के बच्चों को ग्रामीण क्षेत्र में होने की वजह से एडमिशन और नौकरियों में 5% का फायदा मिलता था। अब वह भी बंद हो गया है। इस गांव के लोग ज्यादातर मजदूरी करते हैं। यह गांव सब्जी उत्पादन के लिए मशहूर है। अब इस गांव के 4 हजार 500 दिहाड़ी मजदूर और मनरेगा मजदूर नगरपालिका बनने से बेरोजगार हो गए हैं।

पंचायती राज व्यवस्था है सही

 

सीवन में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है ​कि गांव में ज्यादातर लोगों के पास पशुधन हैं, ग्रामीणों ने दूध की डेयरी खोल रखी है, नगर पालिका बनने से दूध की डेयरी पर भी प्रतिबंध लग सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बच्चे पहले नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए जाते थे, तो उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में होने की वजह से आसानी से एडमिशन मिल जाता था। अब इसमें भी दिक्कत आएगी। गांव वालों ने इसके लिए कई बार पहले भी प्रदर्शन किए हैं। लोगों का कहना है कि जब तक नगरपालिका भंग करके पंचायती राज लागू नहीं होता, उनका यह संघर्ष जारी रहेगा। ग्रामीण शहरीकरण का विरोध कर रहे हैं, उनकी माने तो उनकी पंचायती राज व्यवस्था इससे सही है।

नेताओं से करेंगे मुलाकात

 

उन्होंने बताया कि मंगलवार को कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल कैथल में आ रहे हैं। उनसे मुलाकात कर इस बारे में उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा। साथ ही स्थानीय निकाय मंत्री हरियाणा सरकार से भी मिलने के लिए समय मांगा गया है। जैसे ही वह समय देते हैं उनसे मुलाकात की जाएगी। उन्हें समस्या बताई जाएगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री से भी मिलने का समय लिया जाएगा और उनसे मुलाकात होगी। इस बारे में आगामी बैठक शुक्रवार को नगर के रामा आश्रम में ही होगी। उन्होंने बताया कि बैठक के बाद कैथल पटियाला मार्ग पर सांकेतिक धरना दिया था, ताकि हरियाणा सरकार को चेताया जा सके। अभी तो केवल करीब आधे घंटे के लिए सड़क को जाम किया गया है। यदि हमारी मांगों को नहीं माना गया तो इस धरने को आगे जारी कर बड़ा रूप दिया जाएगा।

सीएम कार्यालय से आए पत्र पर भी कार्रवाई नहीं हुई

वक्ताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जिला उपायुक्त को सीवन नगरपालिका समाप्त किए जाने बारे दिए गए आवेदन को आगामी कार्रवाई के लिए भेजा था। उपायुक्त कैथल ने इसे केवल एक पत्र मान लिया और उसे कैथल में लगने वाले समाधान शिविर में आई शिकायतों में शामिल कर लिया। उपायुक्त कैथल से मिले एक सप्ताह से अधिक समय हो गया है, परंतु उस पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मुख्यमंत्री कार्यालय से आए पत्र पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि उपायुक्त कैथल ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जल्द ही एक टीम का गठन करके सीवन में भेजा जाएगा। सीवन के निवासियों के जो विचार नगरपालिका के बारे में है, उन्हें जाना जाएगा। उसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जा सकेगी। इस बारे में जनमत भी करवाया जा सकता है। इसके लिए सीवन की जनता तैयार है। सीवन निवासियों को नगरपालिका की आवश्यकता नहीं है, यह यहां किए गए जनमत में सामने आ जाएगा।

 

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