Kaithal News: प्रदर्शनकारी किसानों के साथ आई खाप, कहा- लाठी व गोलियों से किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश
नरेन्द्र सहारण, कैथल : Kaithal News: कैथल की जाट धर्मशाला में बेनीवाल खाप की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय प्रधान भरत सिंह बेनीवाल ने की। बैठक में किसान आंदोलन, समाज में व्याप्त बुराइयों, खाप संगठन के विस्तार और नई कार्यकारिणी के गठन पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर खाप के कई वरिष्ठ और प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने विचार साझा किए और आगामी रणनीतियों पर चर्चा की।
किसान आंदोलन के प्रति खाप की प्रतिबद्धता
बैठक का मुख्य विषय केंद्र सरकार और किसानों के बीच जारी गतिरोध रहा। खाप नेताओं ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सरकार ने किसानों की मांगों को शीघ्र नहीं माना और उनके साथ सम्मानजनक समझौता नहीं किया, तो देश में स्थिति गंभीर हो सकती है।
खाप नेताओं ने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि किसानों को अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने से रोकना लोकतंत्र के खिलाफ है और यह उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। खाप ने चेतावनी दी कि यदि भाजपा सरकार ने लाठी या गोली के बल पर किसानों की आवाज दबाने का प्रयास किया, तो बेनीवाल खाप 2020-2021 के किसान आंदोलन की तरह अग्रणी भूमिका निभाएगी।
सामाजिक बुराइयों के खिलाफ खाप की पहल
बैठक में समाज में तेजी से बढ़ रही नशाखोरी, भ्रूणहत्या, “लीव-इन रिलेशनशिप” और विवाह शादियों में फिजूल खर्ची जैसी समस्याओं पर चिंता व्यक्त की गई। खाप के सदस्यों ने इन सामाजिक बुराइयों को रोकने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया।
भ्रूणहत्या और दहेज प्रथा को खाप ने समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया। खाप ने युवाओं को इन कुरीतियों के खिलाफ जागरूक करने और इनके उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयास करने की अपील की। खाप ने यह भी तय किया कि विवाह समारोहों में फिजूलखर्ची को रोकने और साधारण विवाह को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
संगठन विस्तार और नई कार्यकारिणी का गठन
बैठक में बेनीवाल खाप की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया। इस अवसर पर खाप के वरिष्ठ सदस्य प्रोफेसर जिले सिंह को मुख्य संरक्षक नियुक्त किया गया, जबकि पूर्व प्रधान सुरजीत बेनीवाल को संरक्षक बनाया गया। इसके अतिरिक्त, संगठन के विभिन्न पदों पर नई नियुक्तियां की गईं।
- नरेश चंद्र (एडवोकेट) को प्रदेश प्रेस प्रवक्ता बनाया गया।
- सतीश बेनीवाल (फतेहाबाद) को सह प्रेस प्रवक्ता नियुक्त किया गया।
बैठक में यह भी प्रस्ताव रखा गया कि खाप समाज के चबूतरे और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। खाप ने यह सुनिश्चित किया कि भविष्य में खाप संगठन को और मजबूत बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
समाज में जागरूकता का संकल्प
बैठक में बेनीवाल खाप ने समाज में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कदम उठाने का निर्णय लिया। खाप नेताओं ने कहा कि युवा पीढ़ी को सामाजिक कुरीतियों से बचाने और एक स्वस्थ समाज बनाने के लिए परिवार और सामुदायिक स्तर पर बदलाव की आवश्यकता है।
खाप ने नशाखोरी पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। सदस्यों ने कहा कि नशा युवाओं को बर्बादी की ओर धकेल रहा है और इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। खाप ने इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाने और नशे के खिलाफ संघर्ष तेज करने का निर्णय लिया।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता
बैठक में बेनीवाल खाप के कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे, जिन्होंने अपनी राय और सुझाव साझा किए। इनमें डॉक्टर दलबीर सिंह बेनीवाल, राजगढ़ धोबी, रोहतास बेनीवाल, शेखपुरा सोनीपत, डॉ. रामेश्वर आर्य, गुरदेव सिंह बेनीवाल, राकेश बेनीवाल, और कृष्ण बेनीवाल जैसे सम्मानित सदस्य शामिल थे।
खाप की एकजुटता और भविष्य की योजनाएं
बैठक में खाप ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह किसानों के समर्थन और समाज सुधार के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। खाप ने समाज को एकजुट करने और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया।
खाप के नेताओं ने कहा कि आने वाले समय में संगठन को और सशक्त बनाया जाएगा और हर गांव और कस्बे में खाप की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। खाप ने यह भी कहा कि वह सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी खाप
कैथल में आयोजित यह बैठक बेनीवाल खाप के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुई। खाप ने न केवल किसान आंदोलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, बल्कि समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ लड़ाई का भी संकल्प लिया।
इस बैठक से खाप ने यह संदेश दिया कि वह किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और सामाजिक सुधार की दिशा में हरसंभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।