Kaithal News: अनाथ बच्ची को अमेरिका में नया घर, श्री सनातन धर्म सभा की सराहनीय पहल

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल : Kaithal News: श्री सनातन धर्म सभा द्वारा संचालित बाल उपवन आश्रम से मंगलवार को अमेरिका की एक महिला ने दो साल की बच्ची को गोद लिया। यह बच्ची अब एक नया और सुरक्षित भविष्य पाने की ओर अग्रसर है। महिला एवं बाल विकास विभाग के नियमानुसार पूरी की गई इस गोद लेने की प्रक्रिया में लगभग छह महीने का समय लगा। बच्ची को श्री सनातन धर्म सभा के प्रधान रविभूषण गर्ग ने अमेरिकी महिला को सौंपा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर समाजसेवी अरुण सर्राफ भी मौजूद रहे।

अनाथ बच्चों के लिए बाल उपवन आश्रम

रविभूषण गर्ग ने बताया कि श्री सनातन धर्म सभा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन बाल उपवन आश्रम को एक विशेष एडोप्शन एजेंसी के रूप में संचालित करती है। इस एजेंसी का उद्देश्य समाज से ठुकराए गए और अनाथ बच्चों को आश्रय और सुरक्षा प्रदान करना है। यह संस्था बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और जीवन का एक नया अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है।

यह बच्ची, जिसे अमेरिका की महिला ने गोद लिया, बाल उपवन आश्रम को जिला बाल कल्याण समिति द्वारा दो वर्ष पहले सौंपी गई थी। बच्ची को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं, जिसके चलते सभा ने उसके इलाज का पूरा खर्च उठाया। बच्ची का ऑपरेशन भी सभा की देखरेख में करवाया गया, जिसके बाद अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है।

70 से अधिक बच्चों को मिला नया जीवन

श्री सनातन धर्म सभा के प्रयासों से अब तक 70 से अधिक अनाथ बच्चों को गोद दिया जा चुका है। इनमें से तीन बच्चों को विदेशों में रहने वाले दंपतियों ने गोद लिया है। यह संस्था न केवल भारतीय परिवारों बल्कि विदेशी नागरिकों को भी अनाथ बच्चों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। संस्था द्वारा गोद लेने की प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी और कानूनी रूप से संचालित किया जाता है, ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित और उज्ज्वल हो।

समाजसेवा का अद्वितीय उदाहरण

श्री सनातन धर्म सभा के प्रधान रविभूषण गर्ग ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य समाजसेवा है। उनके लिए सबसे बड़ी खुशी का क्षण तब होता है, जब किसी अनाथ बच्चे को उसका नया परिवार मिलता है। यह क्षण उन बच्चों के जीवन में एक नई शुरुआत का प्रतीक होता है।

सभा न केवल बच्चों के लिए काम करती है, बल्कि वृद्धजनों के लिए भी अपनी सेवाएं प्रदान करती है। पिछले 50 वर्षों से संस्था द्वारा एक वृद्ध आश्रम का संचालन किया जा रहा है, जहां बुजुर्गों को सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन जीने का अवसर मिलता है।

बच्ची का गोद लिया जाना: एक प्रेरणादायक कहानी

अमेरिका की इस महिला का बच्ची को गोद लेना कई मायनों में प्रेरणादायक है। यह घटना न केवल उस बच्ची के जीवन में बदलाव लाएगी, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि अनाथ और असहाय बच्चों को अपनाना एक महान कार्य है। इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि मानवता की सीमाएं केवल राष्ट्रीयता तक सीमित नहीं हैं।

समाजसेवी संस्था की उपलब्धियां

श्री सनातन धर्म सभा ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए अपने कार्यक्रमों और सेवाओं के माध्यम से अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। बाल उपवन आश्रम के अलावा, वृद्ध आश्रम और अन्य समाजसेवी गतिविधियां संस्था की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

अनाथ बच्चों को अपनाने की प्रक्रिया के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिए संस्था लगातार प्रयासरत है। वह उन बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए हर संभव प्रयास करती है, जिनका कोई सहारा नहीं होता।

भविष्य की योजनाएं

संस्था का लक्ष्य है कि आने वाले समय में अधिक से अधिक बच्चों को गोद लेने के अवसर प्रदान किए जाएं। इसके साथ ही, वह बाल उपवन आश्रम की सेवाओं को और बेहतर बनाने की योजना बना रही है। स्वास्थ्य सुविधाओं, शिक्षा और बच्चों के पुनर्वास के लिए संस्था विशेष रूप से ध्यान दे रही है।

श्री सनातन धर्म सभा की इस पहल ने समाजसेवा की एक नई मिसाल पेश की है। यह न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी उन बच्चों के लिए आशा की किरण बन रही है, जिन्हें माता-पिता का स्नेह नहीं मिला। ऐसे प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की संभावना बढ़ती है।

 

 

You may have missed