Kaithal News: कैथल में वन विभाग के दो कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार, चार महिलाओं से मांगे 12 हजार रुपए

नरेन्द्र सहारण, कैथल: Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) अंबाला की टीम ने एक महत्त्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए वन विभाग के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी की घटना ने न केवल रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त संदेश दिया है, बल्कि ग्रामीणों को सरकारी अधिकारियों की अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया है।
मामला कैसे हुआ उजागर
गांव करोड़ा की चार महिलाएं अपने घरेलू कामकाज के लिए लकड़ियां इकट्ठा करने नहर किनारे गई थीं। इसी दौरान उन्होंने कुछ सुखी झाड़ियों और पेड़ से लकड़ियां काट लीं। जब महिलाएं अपने काम में लगी थीं तब आरोपी जयपाल पंसालिया और हरदीप गार्ड ने उन्हें देखा और कार्रवाई का डर दिखाकर 12,000 रुपये की मांग की।
महिलाओं द्वारा की गई शिकायत
महिलाओं ने शिकायत की कि बिना किसी कारण के उनसे पैसे मांगने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने एसीबी को अपनी समस्या बताई, जिसके बाद एसीबी ने इस मामले की तुरंत जांच शुरू की। यह देखने के बाद कि महिलाएं अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए खड़ी हो रही हैं, एसीबी ने भी मामले को गंभीरता से लिया।
एसीबी की कार्रवाई
एसीबी ने तुरंत इस मामले में कार्रवाई का निर्णय लिया। टीम ने योजना बनाई और इसकी सूचना मिलने के बाद जांच शुरू की। एसीबी की टीम ने दोपहर के समय गांव करोड़ा के पास माइनर में छापेमारी की। अधिकारी वहां जाकर स्थिति की समीक्षा करने लगे।
रंगे हाथों गिरफ्तारी
जब जयपाल पंसालिया ने 6,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए देखा, तभी एसीबी की टीम ने उन पर दबिश दी और उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ-साथ सह-आरोपी हरदीप गार्ड को भी उसके निवास स्थान जाट कॉलोनी कैथल से गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों का ब्योरा
जयपाल पंसालिया वन विभाग का एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है, जबकि हरदीप गार्ड उसी विभाग का सहायक है। दोनों आरोपियों ने पहले भी ऐसे कई मामलों में अवैध धन की मांग की थी, लेकिन अभी तक उनकी गतिविधियों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया था।
ग्रामीणों के साथ संवाद
इस घटना के बाद ग्रामीणों ने इसे एक सकारात्मक बदलाव की तरह देखा। उन्हें विश्वास हो गया कि अब वे अपनी समस्याओं के खिलाफ बोल सकते हैं और उनके साथ होने वाली अन्यायपूर्ण गतिविधियों के खिलाफ खड़ा हो सकते हैं। यह घटना एक उदाहरण बन गई है कि कैसे लोगों को अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए।
एसीबी की महत्वपूर्ण भूमिका
एंटी करप्शन ब्यूरो की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। एसीबी ने इस मामले में अपने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से साबित किया है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ न केवल कार्रवाई कर रहे हैं, बल्कि वे लोगों के अधिकारों की रक्षा भी कर रहे हैं।
आगे क्या होगा
गिरफ्तार हुए आरोपियों के खिलाफ आगे की औपचारिक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एसीबी मामले को लेकर गंभीर है और इसे एक उदाहरण के रूप में देख रहा है कि अधिकारियों को अपनी शक्तियों का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
नागरिकों से अपील
इस घटना ने हरियाणा में नागरिकों को और अधिक सतर्क बनाया है। एसीबी ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई सरकारी कर्मचारी उनसे पैसे मांगता है, तो तुरंत इसकी सूचना दें। ऐसा करने से वे न केवल अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी भेज सकते हैं।
जागरूकता और कार्रवाई की आवश्यकता
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ विभिन्न स्तरों पर जागरूकता और कार्रवाई की आवश्यकता है। जब नागरिक, सरकारी अधिकारी और संवैधानिक संस्थाएं एक साथ आकर भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी हों, तभी वास्तविक परिवर्तन संभव है। गांवों में लोगों को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करना सबसे महत्वपूर्ण है।
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