Kaithal News: विदेश में बैठे ननद का बेटा बताकर महिला से साढ़े तीन लाख की ठगी, पुलिस ने दर्ज किया मामला

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल। Kaithal News: साइबर अपराध के बढ़ते मामलों में ठगों ने अब पारिवारिक संबंधों और भावनाओं का भी फायदा उठाना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के कैथल जिले के गांव अगौंध से सामने आया है, जहां एक महिला से स्वयं को उसका रिश्तेदार बताकर ठग ने साढ़े तीन लाख रुपये ऐंठ लिए।

घटना का विवरण

गांव अगौंध निवासी जसविंद्र कौर ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई है कि उसकी ननद का बेटा बंटी कई सालों से पुर्तगाल में रह रहा है। 4 सितंबर को उसके पास एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को बंटी बताया और बड़ी चतुराई से पारिवारिक बातें करके भरोसा जीत लिया। उसने कहा कि वह जल्द ही अपने बैंक खाते से 16 लाख 15 हजार रुपये उसके खाते में ट्रांसफर करने वाला है। इसके लिए उसने जसविंद्र से बैंक खाता नंबर ले लिया।

ठगी का शिकार कैसे बनीं?

अगले दिन आरोपी ने दोबारा कॉल किया और कहा कि उसने पैसे उसके खाते में डाल दिए हैं। इसके बाद उसने भावुक होकर एक कहानी गढ़ी कि उसके दोस्त के बेटे की तबीयत बहुत खराब है और उसे तुरंत तीन लाख 50 हजार रुपये की जरूरत है। आरोपी ने जसविंद्र से अनुरोध किया कि वह ये पैसे एक दिए हुए खाते में जमा कर दे।

जसविंद्र, आरोपी की कहानी और पारिवारिक संबंधों के चलते उसकी बातों में आ गई। उन्होंने बिना किसी संदेह के दिए गए खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। कुछ समय बाद आरोपी ने फिर फोन किया और इस बार पांच लाख रुपये की मांग की।

संदेह होने पर हुआ खुलासा

लगातार पैसों की मांग और व्यवहार में बदलाव से जसविंद्र को शक हुआ। उन्होंने अपने रिश्तेदारों से संपर्क किया और पता चला कि बंटी ने ऐसी कोई कॉल नहीं की थी। इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है। उन्होंने तुरंत साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस की कार्रवाई

साइबर थाना प्रभारी सुभ्रांशु ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस तकनीकी माध्यमों से उस नंबर और बैंक खाते का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिससे आरोपी ने ठगी की।

कैसे ठगों ने बनाया शिकार?

यह घटना दिखाती है कि साइबर ठग किस तरह से भावनाओं और पारिवारिक रिश्तों का फायदा उठाकर लोगों को फंसाते हैं। आरोपी ने पहले खुद को बंटी बताया और जसविंद्र के भरोसे को जीतने के लिए पारिवारिक जानकारी का इस्तेमाल किया। इसके बाद उसने पैसे ट्रांसफर करने और तत्काल मदद की कहानी बनाकर उसे फंसाया।

सावधान रहने के सुझाव

इस घटना से यह स्पष्ट है कि किसी भी अनजान कॉल या संदेश पर भरोसा करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करना जरूरी है।

अनजान नंबर से सतर्क रहें: किसी भी व्हाट्सएप कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें, खासकर जब वह पैसा मांग रहा हो।
पारिवारिक पहचान की पुष्टि करें: अगर कोई रिश्तेदार बनकर संपर्क करता है, तो सीधे उस व्यक्ति से संपर्क कर सच्चाई जानें।
आर्थिक लेन-देन में सावधानी बरतें: कभी भी बिना जांचे-परखे पैसे ट्रांसफर न करें।
साइबर जागरूकता बढ़ाएं: साइबर अपराध से बचने के लिए अपने परिवार और दोस्तों को जागरूक करें।
साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौती

डिजिटल युग में साइबर अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ठगों ने अब तकनीकी के साथ-साथ भावनात्मक पहलुओं का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

इस मामले में जसविंद्र कौर की तत्परता और पुलिस में शिकायत करने से यह मामला उजागर हुआ। ऐसे मामलों से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। पुलिस की सक्रियता और तकनीकी जांच से उम्मीद है कि ठग जल्द ही पकड़े जाएंगे और अन्य लोग इस तरह की ठगी का शिकार होने से बच पाएंगे।