कैथल में पुलिस पर पूछताछ के दौरान महिला से मारपीट करने का आरोप: अस्पताल में भर्ती, नाबालिग को भगाने का मामला

असेपताल में भर्ती महिला। पुलिस और परिजन मौजूद।

नरेंद्र सहारण, कैथल : Kaithal News: देश में न्याय व्यवस्था और पुलिस के कार्यशैली पर अक्सर सवाल उठते रहते हैं, लेकिन जब ये सवाल सीधे नागरिकों के अधिकारों और उनकी गरिमा से जुड़ जाते हैं तो यह मामला और भी गंभीर हो जाता है। कैथल जिले के सीवन थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ हुई कथित मारपीट और प्रताड़ना का मामला ऐसा ही एक उदाहरण है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस घटना ने न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी जांच की मांग को जन्म दिया है। इस घटना में महिला को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है, जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं।

घटना का संक्षेप

यह घटना मुख्य रूप से उस समय सामने आई जब पुलिस ने एक नाबालिग लड़की से संबंधित एक मामले में फरियाद सुनने के लिए आरोपी महिला ममता (बुजुर्ग महिला) को पूछताछ के लिए सीवन थाना लाया। ममता जो कि स्थानीय निवासी हैं पर आरोप है कि उन्होंने पड़ोस की नाबालिग लड़की को भगाने में मदद की थी। इस संदर्भ में पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए थाना बुलाया था, लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान आरोप है कि महिला के साथ क्रूरता से पेश आया गया और मारपीट की गई।

जानकारी के अनुसार, महिला का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ न केवल बदसलूकी की बल्कि शारीरिक प्रताड़ना भी दी। महिला के पति, रोहतास ने बताया कि पूछताछ के दौरान उनकी पत्नी को अत्यधिक चोटें आईं, जिसके कारण उन्हें तुरंत ही निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टरों ने महिला की चोटों को गंभीर मानते हुए उन्हें पीजीआई रेफर कर दिया है।

महिला की स्थिति और अस्पताल में भर्ती

 

पूछताछ के दौरान उत्पन्न विवाद के बाद महिला को तत्काल ही अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसकी चोटों का निरीक्षण किया और पाया कि उसके शरीर पर गंभीर चोटें हैं। चिकित्सकों ने महिला का इलाज किया और उसकी स्थिति को स्थिर करने के बाद पीजीआई रेफर कर दिया। महिला के परिजन और स्थानीय लोग इस घटना को लेकर गहरे आक्रोश में हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने महिला के साथ क्रूरता पूर्वक व्यवहार किया है और उसकी गरिमा का उल्लंघन किया है।

महिला की स्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने भी इस घटना पर संज्ञान लिया है। जिला कलेक्टर प्रीति ने इस मामले में डीसी से रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों का आरोप और पुलिस की प्रतिक्रिया

 

महिला का पति, रोहतास और उसके जेठ के बेटे सचिन ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पूछताछ के दौरान पुलिस ने महिला के साथ क्रूरता से पेश आया। उन्होंने कहा कि एक महिला पुलिसकर्मी और चार होमगार्डों ने उनकी चाची को घर से जबरदस्ती बाहर निकाला और पूछताछ के नाम पर अत्याचार किया।

सचिन ने बताया कि महिला के साथ मारपीट के बाद उसकी चोटें गंभीर हो गईं और उन्हें तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। परिवार के सदस्य इस बात को लेकर बेहद आक्रोशित हैं कि पुलिस ने उनके परिवार के सदस्य के साथ न केवल अभद्रता की बल्कि उसके मानवाधिकारों का उल्लंघन भी किया।

वहीं, सीवन थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महिला के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि महिला को मासिक धर्म था इसलिए उसे आवश्यक सामान भी दिया गया। थाना प्रभारी का दावा है कि महिला के परिजन जबरदस्ती पूछताछ का विरोध कर रहे थे और शोर मचा रहे थे, इसलिए महिला को अस्पताल भेजा गया। उनका तर्क है कि यह सब आरोप साजिश रचकर पुलिस की छवि खराब करने का प्रयास है।

प्रशासनिक कार्रवाई और जांच

डीसी प्रीति ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए तुरंत ही पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने महिला के साथ कोई अत्याचार किया है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, महिला को निशुल्क कानूनी सहायता भी मुहैया कराई जाएगी।

गांव सीवन के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारियों को इस घटना की शिकायत दी है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने महिला के साथ मारपीट की है और उसकी चोटें गंभीर हैं। इस शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस की कार्यशैली में सुधार लाने और नागरिकों के मानवाधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

मुद्दे की गंभीरता और समाज में प्रतिक्रिया

यह मामला न केवल पुलिस और जनता के बीच विश्वासघात का प्रतीक है, बल्कि यह देश में न्याय व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाता है। महिलाओं की गरिमा और मानवाधिकारों का उल्लंघन करना समाज के लिए खतरे की घंटी है।

स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाना चाहिए, विशेषकर महिलाओं के साथ व्यवहार करते समय, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को जनता का भरोसा जीतने के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करनी चाहिए।

साथ ही, इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए जागरूकता अभियान चलाना और पुलिस प्रशासन को प्रशिक्षण देना आवश्यक है ताकि वह जनता के अधिकारों का सम्मान करते हुए कार्य कर सके।

कानून व्यवस्था और भविष्य के कदम

यह घटना हमारे देश में न्याय और मानवाधिकार के प्रति जागरूकता लाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। पुलिस की कार्यशैली में सुधार लाने के लिए सरकार और प्रशासन को कड़े कदम उठाने चाहिए।

सख्त नियम और कार्रवाई: पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए यदि उनके खिलाफ कोई भी अनुचित व्यवहार पाया गया।
प्रशिक्षण और जागरूकता: पुलिस कर्मियों को मानवाधिकार और नैतिकता का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि वे नागरिकों के सम्मान के साथ कार्य कर सकें।
सार्वजनिक शिकायत प्रणाली: जनता के लिए शिकायत दर्ज करने का आसान और पारदर्शी माध्यम होना चाहिए, ताकि कोई भी अत्याचार तुरंत ही दर्ज किया जा सके।
सामाजिक जागरूकता: महिलाओं और गरीब वर्ग के लोगों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए।

मानवाधिकारों का हो सम्मान

यह मामला हमें यह सिखाता है कि न्याय प्रणाली और पुलिस की जिम्मेदारी केवल कानून लागू करने की नहीं, बल्कि मानवाधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करने की भी है। जब पुलिस अपनी भूमिका में निष्पक्ष और जिम्मेदार नहीं रहेगी तो समाज में विश्वास की कमी होगी और न्याय प्रक्रिया प्रभावित होगी।

सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे इस तरह के मामलों में तेजी से कार्रवाई करें, पीड़ितों को न्याय दिलाएं और दोषियों को कठोर सजा दें। साथ ही, जनता को भी चाहिए कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और यदि उनके साथ कोई अनुचित व्यवहार हो तो उसका विरोध करें। तभी हम एक सशक्त, न्यायसंगत और मानवाधिकार सम्मानित समाज का निर्माण कर सकते हैं।

 

 

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