Lok Sabha Election 2024: कंगना रनौत ने बताया मंडी का मतलब, राहुल गांधी और सुप्रीम श्रीनेत पर निकाली अपनी पूरी भड़ास
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज: मंडी लोकसभा सीट की भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत (Kangna Ranaut) की चुनावी राजनीति में एंट्री हंगामेदार हो गई है। कंगना पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Srinet) ने एक आपत्तिजनक ट्वीट से पर्सनल अटैक किए। सोशल मीडिया (Social Media)में हंगामा हुआ तो सुप्रिया श्रीनेत ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। कंगना ने पहले ट्वीट का जवाब दिया और मंझे हुए राजनेता की तरह सधी प्रतिक्रिया दी। कंगना रनौत ने कहा कि एक अभिनेत्री और महिला होने के नाते या फिर तमाम महिलाएं जिनका कोई भी पेशा हो,वे सभी महिला सम्मान की पात्र हैं। किसी भी महिला को अपमानित करना ग़लत है। मंडी को छोटा काशी कहा जाता है। उसके बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करना कष्टदायक है।
कंगना रनौत को जैसे ही भाजपा से लोकसभा का टिकट मिला, उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर कई नेगेटिव कमेंट्स दिखने लगे। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट विवादित ट्वीट किया गया जिस पर बवाल मचा हुआ है। कंगना इस बारे में ट्वीट करके अपना गुस्सा निकाल चुकी हैं। अब एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इस बारे में अपनी पूरी भड़ास निकाली और बताया कि मंडी का मतलब आखिर है क्या।
कंगना बोलीं- बहुत दुख हुआ
कंगना रनौत की आधिकारिक राजनीतिक में एंट्री हो चुकी है। टाइम्स नाऊ नवभारत से बातचीत में कंगना ने कहा कि उन्हें ऐसी शुरुआत की उम्मीद नहीं थी। उनसे सुप्रिया श्रीनेत के ट्वीट के बारे में पूछा गया तो कंगना बोलीं, मुझे बहुत दुख हुआ। साधारण सी बात है कि लोग वुमन इम्पावरमेंट की दिशा में इतने दिनों से लगे हैं। सबसे ज्यादा दुख इस बात पर हुआ कि लोग मंडी को किस चीज से जोड़ रहे हैं।
क्यों है मंडी नाम
मैं एक मिनट लेकर लोगों को बताना चाहूंगी, एक ऋषि हुआ करते थे, मांडव ऋषि मंडी उनके नाम पर है क्योंकि वह वहां पर रहते थे। मनु जिन्होंने मनु स्मृति लिखी है उनके नाम पर मनाली का नाम रखा गया है। वहां जो नदी बहती है व्यास नदी, वेद व्यास के नाम पर उस नदी का नाम है। मंडी का सबसे फेमस टूरिस्ट स्पॉट पाराशर लेक है, जहां ऋषि पाराशर रहते थे। वहां की भूमि को देवभूमि कहते हैं।
मुझे तो हरामखोर कहा
कांग्रेस के लोगों के दिमाग में जो मंडी चलती रहती है, वो मंडी नहीं है। ये ऋषि मांडव की मंडी है। हमारे हिमाचलवासी बहुत हर्ट हुए हैं। वे बहुत भोले लोग हैं, उन्हें ठेस लगी है। मुझे तो हरामखोर से लेकर कई तरह की टिप्पणी होती रही है लेकिन मुझे उससे ज्यादा दुख है कि मंडी को इस तरह से कहा जैसे कि कोई जिस्मफरोशी की मार्केट हो।
मूर्ख दिख रही हैं सुप्रिया
कंगना ने यह भी कहा कि सुप्रिया श्रीनेत एक सीनियर लीडर हैं। ऐसे कॉमेंट करके वह खुद ही मूर्ख दिख रही हैं। लोग उनकी ही आलोचना कर रहे हैं। बता दें कि सुप्रिया के ट्विटर हैंडल से ट्वीट था, मंडी में क्या भाव चल रहा है। बाद में इसे डिलीट कर दिया गया। सुप्रिया का कहना है कि उनका हैंडल कई लोग देखते हैं। ट्वीट उन्होंने नहीं किया था।
राहुल का सॉफ्टवेयर डाउनलोड नहीं हो सकता
कंगना ने कहा कि राहुल गांधी फिल्म इंडस्ट्री के राजा बाबू की तरह हैं। कांग्रेस में सभी नेता इसी में लगे रहते हैं कि कहीं राहुल बाबा नाराज न हो जाएं। ऐसा लगता है कि पार्टी उन्हें पढ़ने के लिए एक चिट देती है और वे उस चिट को पढ़ देते हैं। कंगना ने कहा कि हम जो चाहते हैं कि वह जैसा बने। वह उस तरह से नहीं बन सकते, क्योंकि यह इंसान के बनाने वाली चीज नहीं है। हर किसी का सॉफ्टवेयर ऊपर से डाउनलोड होकर आता है। उनका सॉफ्टवेयर डाउनलोड नहीं हो सकता। क्योंकि भगवान ने उन्हें ऐसा बनाकर भेजा है। उन्हें किस-किस लेवल पर अपग्रेड किया जाएगा।
‘राहुल गांधी कहीं से कहीं निकल जाते हैं’
अभिनेत्री ने कहा कि राहुल गांधी का कोई भी सेंटेंस पूरा नहीं होता। वह कुछ बात करते हैं और फिर कहीं और निकल जाते हैं। वह किसानों की बात करते-करते चांद पर निकल जाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां लोकतंत्र है और यहां सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
‘कांग्रेस में सबसे ज्यादा भाई-भतीजावाद और परिवारवाद’
इतना ही नहीं प्रोग्राम में कंगना ने भाई-भतीजावाद और परिवारवाद पर बात की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में भाई-भतीजावाद और परिवारवाद काफी ज्यादा है. इसलिए मुझे इस पार्टी से बहुत ज्यादा घृणा है. मैं इसका शिकार रही हूं और मैंने इस पर हमेशा खुलकर बोला है।
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