कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने तिरुपति में अपने बाल चढ़ाए, बड़े रोचक है प्रमिला के बचपन के किस्से

कानपुर, BNM News: कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय (Pramila Panday)हमेशा सुर्खियों में बनीं रहती है। कानपुर (Kanpur) में उन्हें रिवॉल्वर दादी और अम्मा के नाम से पुकारते हैं।  वह यूपी की सबसे चर्चित महापौर हैं। महापौर प्रमिला पांडेय ने तिरुपति बालाजी मंदिर में अपने बाल अर्पण किए हैं। उन्होंने मंदिर परिसर से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला है। उन्होंने बाल अर्पण कर विश्वकल्याण की कामना की है। महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि आज बड़े ही सौभाग्य का दिन है। त्रिपतिबाला जी के हम सभी को दर्शन हुए हैं। बालाजी के चरणों में अपने, अपनी पोतियों का, पति और तीनों बेटों, बेटियों के बाल चरणों में अर्पण किए हैं। मैंने यही प्रार्थना की है कि सबको सुखी रखें, और विश्व का कल्याण हो।

सुर्खियों में बनी रहती हैं प्रमिला

प्रमिला पांडेय अपने कामों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। प्रमिला पांडेय ने मेट्रो रेल कार्पोरेशन के कर्मचारियों को कई घंटे तक हॉल में बिना पंखे के बैठाया था। इसके साथ ही उनकी जमकर क्लास लगाई थी। कानपुर के साकेत नगर में खुले में मीट बेचा जा रहा था जिसे देखकर महापौर भड़क गईं थीं। उन्होंने गाड़ी से उतरकर मांस, मछली के विक्रेताओं को जमकर फटकार लगाई थी। उन्होंने खुले में मछली काटने पर नाराजगी जताई थी। बजरिया में एक दिव्यांग बुजुर्ग महिला के घर पर एक समुदाय विशेष के शख्स ने कब्जा कर लिया था। उसने ताला लगाकर बुजुर्ग को बाहर निकाल दिया था। मेयर प्रशानिक अमले के साथ पहुंची थीं, और ताला तुड़वाकर बुजुर्ग महिला को कब्जा दिलाया था। इसके साथ ही उन्होंने मनमानी करने वाले ठेकेदारों को भी सबक सिखाती रहती हैं।

कौन हैं प्रमिला पांडेय

प्रमिला पांडेय जौनपुर की मड़ियाहूं तहसील के बेलौना गांव में वर्ष 1958 में पैदा हुईं। जिस स्कूल में वह पढ़ीं उसमें आठवीं क्लास में भी सारे लड़कों के बीच अकेली लड़की थीं। उनके पिता पंडित श्रीप्रकाश दुबे जमींदार थे। मां का नाम कमला देवी था। प्रमिला पांडेय की शादी 1976 में जौनपुर के ही सिकरारा निवासी लक्ष्मी शंकर पांडेय से हुई। उन्हीं के साथ वह कानपुर आईं थीं। यहां वह एफएम कॉलोनी में परिवार संग रहने लगीं। वर्ष 1995 में पहली बार वह पार्षद बनीं और दस साल तक इस पद पर बनी रहीं।

उनके पास रिवाल्वर और बंदूक भी

प्रमिला पांडेय भाजपा महिला मोर्चा में बूथ लेवल से लेकर वह प्रदेश स्तर तक की पदाधिकारी रह चुकी हैं। वह स्टेट मेयर काउंसिल और ऑल इंडिया मेयर काउंसिल में भी बड़े पदों पर आसीन रहीं। पति रजिस्ट्रार ऑफिस से रिटायर्ड हैं। 12वीं तक पढ़ीं प्रमिला आरएसएस से भी जुड़ी रहीं। सिविल लाइंस वार्ड 52 से दो बार पार्षद चुनी गईं। शहर में लोग उन्हें माताजी, चाची, दीदी और मौसी भी कहकर बुलाते हैं। उनके पास बंदूक और रिवाल्वर है। पति के पास भी बंदूक और रिवाल्वर है। पिछली बार महापौर के चुनाव में दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक उनके पास नगद समेत चल संपत्ति 1.32 करोड़ है। जबकि पति की मिलाकर कुल अचल संपत्ति 5.5 करोड़ थी। पिछले चुनाव में उन्होंने 1.05 लाख वोटों से कांग्रेस की वंदना मिश्रा को हराया था और महापौर बनी थीं।

 

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